Harop Drone क्या है, जिसकी सटीक स्ट्राइक से पाकिस्तान की रडार प्रणाली हुई ध्वस्त? जानिए इसकी ताकत और खासियत के बारे में
भारत ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणाली को निशाना बनाने के लिए इजरायली तकनीक से लैस हारोप ड्रोन का उपयोग किया. यह 'लॉइटरिंग म्यूनिशन' प्रकार का ड्रोन दुश्मन के रडार सिग्नल को पकड़कर सटीक तरीके से आत्मघाती हमला करता है. 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओजेके में कई आतंकी ठिकानों और एयर डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाया. इस ड्रोन की खास बात यह है कि यह घंटों तक हवा में मंडराकर लक्ष्य खोजता है और स्वायत्त रूप से हमला करता है.
What is Harop Drone in Hindi: भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की वायु रक्षा प्रणालियों को निशाना बनाने के लिए इजरायल में बनाए गए हारोप (Harop) ड्रोन का इस्तेमाल किया. ये ड्रोन विशेष रूप से दुश्मन की रडार प्रणाली को खत्म करने के लिए डिजाइन किए गए हैं और 'शत्रु वायु रक्षा दबाव (SEAD)' अभियान में प्रयोग किए जाते हैं. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के लाहौर सहित कई स्थानों पर स्थित वायु रक्षा प्रणालियों को हारोप ड्रोन के माध्यम से निशाना बनाया. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े नौ प्रमुख आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया. इनमें चार ठिकाने पाकिस्तान के भीतर और पांच पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में थे. इससे बौखलाए पाकिस्तान ने 7 मई की रात उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिनमें अवंतिपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, लुधियाना, अडम्पुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नाल, फलोदी और भुज जैसे शहर शामिल थे, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस और इंटीग्रेटेड काउंटर UAS ग्रिड ने इन सभी हमलों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया. भारतीय वायुसेना की S-400 'सुदर्शन चक्र' प्रणाली ने भारत की ओर बढ़ रहे लक्ष्यों को सफलतापूर्वक मार गिराया.
क्या है हारोप ड्रोन? (What is Harop Drone)
- हारोप ड्रोन एक अत्याधुनिक 'लॉइटरिंग म्यूनिशन' है, जो ड्रोन और मिसाइल का संयोजन है. इसे विशेष रूप से दुश्मन की रडार प्रणालियों और वायु रक्षा प्लेटफार्मों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है.
- हारोप ड्रोन उच्च-विस्फोटक वारहेड से लैस होता है और इसमें एंटी-रेडिएशन (AR) सीकर प्रणाली होती है, जो इसे emitting यानी रेडिएशन छोड़ रहे लक्ष्यों को स्वतः ढूंढ कर नष्ट करने की क्षमता देती है.
- ये ड्रोन दिन-रात और किसी भी मौसम में, GNSS (सैटेलाइट सिस्टम)-रहित या बाधित युद्ध क्षेत्रों में 9 घंटे तक गहराई में हमला करने में सक्षम है.
हारोप ड्रोन की प्रमुख विशेषताएं
- लॉइटरिंग क्षमता: हारोप ड्रोन लक्ष्य क्षेत्र के ऊपर 9 घंटे तक मंडरा सकता है, जिससे यह सही समय पर हमला करने में सक्षम होता है.
- स्वायत्त संचालन: यह ड्रोन इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सीकर के माध्यम से लक्ष्य की पहचान कर सकता है और बिना मानव हस्तक्षेप के हमला कर सकता है.
- उच्च सटीकता: हारोप ड्रोन 16 किलोग्राम के विस्फोटक वारहेड से लैस होता है और 1 मीटर से कम की सर्कुलर एरर प्रोबेबिलिटी (CEP) के साथ अत्यधिक सटीकता से लक्ष्य को नष्ट कर सकता है.
- एंटी-रेडिएशन क्षमता: यह ड्रोन सक्रिय रडार उत्सर्जन का पता लगाकर उन्हें निशाना बनाता है, जिससे दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय किया जा सकता है.
- मोबाइल लॉन्च प्लेटफॉर्म: हारोप ड्रोन को मोबाइल ग्राउंड वाहनों या नौसैनिक प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है, जिससे यह विभिन्न इलाकों में तैनात किया जा सकता है.
ऑपरेशन सिंदूर के तहत 100 से ज्यादा आतंकियों का सफाया
बुधवार की सुबह शुरू हुए इस अभियान में 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया. हालांकि ऑपरेशन अब भी जारी है. इसलिए मृत आतंकियों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं है.
PoJK और पाकिस्तान के भीतर तबाही
भारतीय हमलों में पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरिदके, सरजल और मेहमूना जोया जैसे इलाकों में चार आतंकी शिविरों को ध्वस्त किया गया. इसके अलावा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भिंबर, कोटली और मुजफ्फराबाद में स्थित पांच अन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया गया.
पाकिस्तान की तरफ से नियंत्रण रेखा पर जवाबी गोलीबारी
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला, उरी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी तोपों से गोलीबारी की. इस हमले में 16 निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे भी शामिल हैं. भारतीय सशस्त्र बलों ने स्पष्ट किया है कि वे तनाव नहीं बढ़ाना चाहते, लेकिन यदि पाकिस्तान की ओर से हमला जारी रहता है तो भारत जवाब देने में पीछे नहीं हटेगा.





