Fact Check: पहलगाम हमले में शहीद हुए विनय नरवाल का नहीं, इस इन्फ्लुएंसर कपल का है ये वायरल वीडियो, बोले- 'हम जिंदा हैं'
पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक कपल का डांस वीडियो सोशल मीडिया पर ‘शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी’ बताकर वायरल हुआ. जांच में सामने आया कि यह वीडियो इन्फ्लुएंसर आशीष सेहरावत और याशिका शर्मा का है. शहीद परिवार ने इस फर्जी दावे पर नाराज़गी जताई है. कपल ने खुद वीडियो का खंडन किया और लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील की है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश का माहौल है, वहीं एक वीडियो ने इस दुख को और भी भावनात्मक बना दिया. सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक वीडियो में दावा किया गया कि इसमें दिख रहा कपल लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी हैं और यह उनके साथ का आखिरी पल है. इस वीडियो ने लाखों लोगों को भावुक कर दिया है.
हालांकि, इस दावे की पड़ताल करने पर यह सामने आया कि वीडियो में दिखने वाला कपल असल में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर आशीष सेहरावत और उनकी पत्नी याशिका शर्मा हैं. यह वीडियो 14 अप्रैल को रिकॉर्ड किया गया था, जबकि विनय नरवाल 22 अप्रैल को शहीद हुए. इस भ्रम के फैलने से कई लोग गलत जानकारी के आधार पर भावनात्मक प्रतिक्रिया देने लगे.
वीडियो में दिख रहे कपल ने क्या कहा?
वीडियो में नजर आने वाले आशीष और याशिका ने एक बयान जारी कर कहा, “हम जिंदा हैं और यह वीडियो हमारा है. कृपया हमारे वीडियो को शहीद विनय नरवाल से न जोड़ें. हमें विनय सर के परिवार के प्रति गहरी संवेदना है, लेकिन इस झूठी खबर ने हमें मानसिक रूप से परेशान कर दिया है."
मीडिया पर उठे सवाल
कपल ने यह भी कहा कि कुछ प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान भी बिना तथ्य जांचे इस वीडियो को ‘शहीद का आखिरी पल’ बताकर शेयर कर रहे हैं. यह ट्रेंड सवाल उठाता है कि क्या टीआरपी और व्यूज की दौड़ में संवेदनशीलता और पत्रकारिता के मूल सिद्धांत पीछे छूट रहे हैं? यह घटना सोशल मीडिया पर गलत सूचना के खतरनाक प्रभाव को उजागर करती है. जहां एक ओर लोग भावनात्मक जुड़ाव में बिना तथ्य जांचे पोस्ट को साझा करते हैं, वहीं इससे न केवल झूठ फैलता है, बल्कि असल पीड़ितों के लिए स्थिति और कठिन हो जाती है.
शहीद परिवार की आपत्ति
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिवार ने इस फेक दावे पर कड़ी आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि दुख की इस घड़ी में गलत सूचना फैलाना न केवल भ्रामक है, बल्कि परिवार की भावनाओं के साथ भी खिलवाड़ है. उन्होंने अपील की है कि लोग सत्यापित जानकारियों को ही साझा करें और शहीद की गरिमा बनाए रखें.
सम्मान के साथ सही जानकारी फैलाएं
लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की शहादत देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है. ऐसे में सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनकी स्मृति को झूठे दावों से नहीं, बल्कि सम्मान और सच्चाई से संजोएं. फेक कंटेंट को रोकना और सही जानकारी को साझा करना आज हर नागरिक की जिम्मेदारी बन जाती है.





