'हम वो बना सकते हैं जो अमेरिका सोच नहीं सकता', राहुल गांधी ने माना - देश बढ़ रहा आगे लेकिन थोड़ा धीरे
राहुल गांधी ने कहा, 'मेक इन इंडिया एक अच्छी चीज थी, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने आजमाया लेकिन वह असफल रहे. मैन्यूफेक्चरिंग में गिरावट आई है.' राहुल गांधी ने कहा कि यह संविधान हमेशा भारत पर राज करने वाला है.

Parliament Budget session: संसद के दोनों सदनों में बजट सत्र पर बहस जारी है, जहां नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी बात रख रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने राष्ट्रपति का भाषण सुना. वे पिछले कई सालों से यही बातें दोहरा रही हैं. इसमें कुछ नया नहीं था.
राहुल गांधी ने अपना पार्लियामेंट स्पीच में कहा, 'हम चाइनीज फोन यूज करते हैं, बांग्लादेशी शर्ट पहनते हैं और बाहर की बनी चीजों पर निरभर हैं. इसका सारा पैसा चीन में जाता है. इसलिए राष्ट्रपति के भाषण में मुझे यह लगा कि भारत को कंज्प्शन पर फोकस करना चाहिए.'
'मेक इन इंडिया' पर पीएम मोदी फेल
राहुल गांधी ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम का प्रस्ताव रखा, मुझे लगता है कि यह एक अच्छा विचार था...परिणाम आपके सामने है, 2014 में विनिर्माण जीडीपी के 15.3% से गिरकर आज जीडीपी के 12.6% पर आ गया है, जो 60 वर्षों में विनिर्माण का सबसे कम हिस्सा है. मैं प्रधानमंत्री को दोष नहीं दे रहा हूं. यह कहना उचित नहीं होगा कि उन्होंने प्रयास नहीं किया. मैं कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री ने प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे.'
राहुल गांधी ने कहा, 'हमारे पास अमेरिका नामक एक रणनीतिक साझेदार है. साझेदारी इस बात पर काम करनी चाहिए कि वे इस क्रांति का लाभ कैसे उठा सकते हैं. भारत अमेरिका जितना ही महत्वपूर्ण है, इसी कारण से कि वे हमारे बिना एक औद्योगिक प्रणाली का निर्माण नहीं कर सकते, क्योंकि उनकी लागत संरचना हमारी तुलना में बहुत अधिक महंगी है. हम ऐसी चीजें बना सकते हैं जिनकी अमेरिकी कभी कल्पना भी नहीं कर सकते.'
'यह संविधान हमेशा भारत पर राज करेगा'
राहुल गांधी आगे कहा, 'मुझे याद है कि चुनाव से पहले आप सभी (BJP) '400 पार' कह रहे थे और कह रहे थे कि आप इसे (संविधान का हवाला देते हुए) बदल देंगे और फिर मुझे यह देखकर खुशी हुई कि प्रधानमंत्री अंदर आए और फिर उन्हें संविधान के सामने अपना सिर झुकाने के लिए मजबूर होना पड़ा.'
उन्होंने आगे कहा, 'यह सभी कांग्रेसियों के लिए गर्व का क्षण था कि हमने प्रधानमंत्री और पूरे देश को समझाया कि कोई भी ताकत इसे छूने की हिम्मत नहीं करेगी. मुझे पता है कि आरएसएस ने इसे कभी स्वीकार नहीं किया. मोहन भागवत ने कहा है कि भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली. उन्होंने कहा है कि यह निरर्थक है. हम आपके सपने को कभी पूरा नहीं होने देंगे. यह संविधान हमेशा भारत पर राज करने वाला है.'