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जिपलाइन पर मुस्कुराता रहा पर्यटक, नीचे गोलियों की बौछार में भागते दिखे लोग; वीडियो में कैद हुआ पहलगाम आतंकी हमले का भयावह मंजर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन वैली में ​22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई. एक पर्यटक द्वारा जिपलाइन राइड के दौरान ली गई सेल्फी वीडियो में यह भयावह हमला अनजाने में रिकॉर्ड हो गया. वीडियो में पर्यटक मुस्कुराते हुए दिखता है, जबकि नीचे लोग गोलियों से बचने के लिए भागते नजर आते हैं. यह घटना कश्मीर में पिछले वर्षों में हुए सबसे घातक आतंकी हमलों में से एक है.

जिपलाइन पर मुस्कुराता रहा पर्यटक, नीचे गोलियों की बौछार में भागते दिखे लोग; वीडियो में कैद हुआ पहलगाम आतंकी हमले का भयावह मंजर
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( Image Source:  X )

Pahalgam Terror Attack, Tourist zipline selfie video: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन वैली में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हमले में 26 लोगों की जान गई, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. घटना के दौरान एक पर्यटक द्वारा ली गई जिपलाइन सेल्फी में हमले के भयावह क्षण अनजाने में कैद हो गए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.

वायरल हो रहे वीडियो में एक पर्यटक ज़िप लाइन पर है. उसी वक्त ग्राउंड में गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दे रही है और लोग भागते हुए भी दिख रहे हैं. हालांकि, पर्यटक शायद ऊंचाई पर होने की वजह से इस बात से अनजान है.

वीडियो में जान बचान के लिए भागते नजर आए पर्यटक

53 सेकंड के इस वीडियो की शुरुआत जिपलाइन ऑपरेटर द्वारा 'अल्लाह हू अकबर' का नारा लगाने से होती है. इसके बाद जब पर्यटक जिपलाइन पर आगे बढ़ता है तो कुछ देर बाद गोलियों की आवाज सुनाई देती है औऱ पर्यटक अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए नजर आते हैं. उस समय करीब 100 लोग घाटी में मौजूद थे.

आतंकवादियों से छिपते नजर आए पर्यटक

एक अन्य वीडियो में आतंकी हमले के दौरान मची अफरातफरी को दिखाया गया है. जब आतंकवादी नागरिकों पर गोलियां चला रहे थे, तो पर्यटक और स्थानीय लोग छिपने के लिए इधर-उधर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं. फुटेज में एक हथियारबंद हमलावर दूर से दिखाई दे रहा है

आतंकियों ने पहचान पूछकर मारी गोली

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 22 अप्रैल की दोपहर करीब 2:30 बजे, पांच सशस्त्र आतंकवादी बैसरन वैली में घुसे और वहां मौजूद पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आतंकवादियों ने पहले पुरुषों को महिलाओं और बच्चों से अलग किया और फिर उनकी पहचान पूछकर उन्हें गोली मार दी. कुछ पर्यटकों ने बताया कि उन्हें इस्लामी कलिमा पढ़ने के लिए कहा गया, जिससे उनकी धार्मिक पहचान की पुष्टि की जा सके. हमले में 25 हिंदू और एक ईसाई पर्यटक की मौत हुई, जबकि एक स्थानीय मुस्लिम पोनी ऑपरेटर, आदिल हुसैन शाह, जो पर्यटकों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे थे, भी मारे गए.

आतंकियों की पहचान और जांच

  • हमले के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जांच शुरू की.
  • तीन आतंकियों- असिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा की पहचान की गई है, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े बताए जा रहे हैं. इनमें से कम से कम दो विदेशी नागरिक हैं.
  • हमले की जिम्मेदारी पहले 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपना दावा वापस ले लिया.
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की और अपनी सऊदी अरब यात्रा को बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया.
  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने इस हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की.

हमले के बाद कड़ी की गई सुरक्षा व्यवस्था

हमले के बाद बैसरन वैली और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. स्थानीय प्रशासन ने सभी पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया. स्थानीय लोगों और पर्यटकों में भय का माहौल है, और कई लोगों ने अपनी यात्राएं रद्द कर दी हैं. यह हमला जम्मू-कश्मीर में पिछले कई वर्षों में हुआ सबसे घातक आतंकी हमला है, जिसने क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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