अश्लील रील बनाती है... हुमायूं कबीर की पार्टी ने इंफ्लूएंसर Nisha Chatterjee को बनाया उम्मीदवार, फिर 24 घंटे के भीतर काट दिया टिकट
तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित विधायक हुमायूं कबीर की नवगठित जनता उन्नयन पार्टी में बड़ा विवाद सामने आया है. पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित की गई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर निशा चटर्जी को 24 घंटे से भी कम समय में बर्खास्त कर दिया गया. इस पर अब निशा का भावुक बयान सामने आया है और उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित विधायक हुमायूं कबीर की नवगठित जनता उन्नयन पार्टी में बड़ा विवाद सामने आया है. पार्टी द्वारा उम्मीदवार घोषित की गई सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर निशा चटर्जी को 24 घंटे से भी कम समय में बर्खास्त कर दिया गया. पार्टी ने इस अचानक फैसले के पीछे निशा चटर्जी की कथित अश्लील सोशल मीडिया गतिविधियों को वजह बताया है.
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इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, निशा चटर्जी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे धर्म के आधार पर भेदभाव करार दिया है. उन्होंने हुमायूं कबीर पर चरित्र हनन का मुकदमा करने की चेतावनी दी है और कहा है कि बिना किसी गलती के उन्हें विवादों के भंवर में धकेल दिया गया.
घोषणा के बाद हंगामा, 24 घंटे में बदला फैसला
जनता उन्नयन पार्टी ने जैसे ही 2026 विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की, निशा चटर्जी का नाम सामने आया. लेकिन सोशल मीडिया पर विरोध और ट्रोलिंग बढ़ते ही पार्टी ने महज 24 घंटे के भीतर उनका नाम वापस लेते हुए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया. पार्टी का कहना है कि निशा की सोशल मीडिया गतिविधियां पार्टी की छवि के अनुरूप नहीं थीं, इसलिए यह कदम उठाया गया.
भावुक हुईं निशा चटर्जी
इंडिया टुडे टीवी को फोन इंटरव्यू देते हुए निशा चटर्जी भावुक हो गईं. उन्होंने कहा "हुमायूं कबीर ने मुझे अपनी पार्टी की जनसभा के लिए मुर्शिदाबाद बुलाया था. जब पार्टी के उम्मीदवारों में मेरा नाम घोषित किया गया तो मैं हैरान रह गई. मैंने न तो अपना नाम घोषित करने को कहा था और न ही हटाने को. फिर मुझे ट्रोल क्यों किया जा रहा है? मुझे बांग्लादेशी क्यों कहा जा रहा है या हिंदू होने के नाम पर मेरा अपमान क्यों किया जा रहा है? मेरी गलती क्या है?"
उम्मीदवार चयन प्रक्रिया पर उठाए सवाल
निशा चटर्जी ने आरोप लगाया कि पार्टी ने उम्मीदवार घोषित करने से पहले उनकी पृष्ठभूमि की सही तरीके से जांच नहीं की. उन्होंने जनता उन्नयन पार्टी की धर्मनिरपेक्ष छवि को भी दिखावा बताया. उन्होंने कहा कि पहले वह बंगाल में बाबरी मस्जिद निर्माण को लेकर हुमायूं कबीर के रुख का समर्थन कर चुकी हैं, वही मुद्दा था जिस पर उनका तृणमूल कांग्रेस से टकराव हुआ और उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया.
निशा ने सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
निशा चटर्जी ने कहा कि "वह मेरी सोशल मीडिया मौजूदगी का इस्तेमाल प्रसिद्धि पाने के लिए करना चाहता था और वही हुआ. मैं गलत कारणों से वायरल हो रही हूं और इससे उसकी पार्टी को सुर्खियां मिल रही हैं. मुझे ट्रोल किया जा रहा है और धमकियां मिल रही हैं. अगर मुझे कुछ हो जाता है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा? मैं अपने माता-पिता की इकलौती संतान हूं."





