हमला करोगे तो घुस के मारेंगे, अब न चुप रहेंगे, न सहेंगे! दुनियाभर को क्या मैसेज दे गया भारत?
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बावजूद सीमा पर तनाव जारी है. पाकिस्तान के हमलों का मजबूती से जवाब देते हुए भारतीय वायुसेना ने राफेल, तेजस और आकाश मिसाइलों से दुश्मन को करारा जवाब दिया. भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम और स्वदेशी तकनीक ने पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर दिया, जिससे उसे भारी नुकसान हुआ.

भारत और पाकिस्तान के बीच तीन दिन से चल रही भीषण गोलीबारी और ड्रोन हमलों के बाद आखिरकार शनिवार को दोनों देशों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पर संघर्षविराम की घोषणा की. हालांकि भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह शांति का पक्षधर जरूर है, लेकिन किसी भी तरह के उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.
सेना को पूरी छूट दी गई है कि आवश्यकता पड़ने पर जवाबी कार्रवाई में कोई हिचक न हो. इसी रणनीतिक सोच के तहत पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर जवाबी हमला कर न केवल सीमा की सुरक्षा को सुनिश्चित किया बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक कड़ा संदेश दे डाला.
आतंकी गतिविधि को सहन नहीं करेगा भारत
भारत ने यह साबित कर दिया है कि वह अपनी धरती पर किसी भी आतंकी गतिविधि को सहन नहीं करेगा. भारतीय वायुसेना के आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम और शक्तिशाली सैन्य ढांचे ने इस लड़ाई में निर्णायक भूमिका निभाई. अब भारत केवल चेतावनी नहीं देता, बल्कि प्रहार करता है. यह बात पाकिस्तान ही नहीं, पूरी दुनिया ने देखी है. दुश्मनों के मंसूबे नाकाम करने के लिए भारत की सेना पूरी तरह सक्षम और प्रतिबद्ध है.
पाकिस्तान को टेकने पड़े घुटने
पाकिस्तान को इस बार भारत के अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम के सामने घुटने टेकने पड़े. पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि ‘आकाश’, ‘बराक-8’ और ‘Harop’ ड्रोन जैसे स्वदेशी हथियारों से पाकिस्तान को रणनीतिक मोर्चों पर घेर लिया. ड्रोन रोधी तकनीक और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों की बदौलत भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह अब न सिर्फ जवाब देगा, बल्कि दुश्मन की रीढ़ भी तोड़ देगा.
‘S-400’ ने ध्वस्त कर दी पाक की रणनीति
पाकिस्तान की ओर से सैकड़ों ड्रोन और मध्यम दूरी की मिसाइलों से हमला कर भारत के सुरक्षा कवच को भेदने की नापाक कोशिश की गई. लेकिन भारत के ‘S-400’ एयर डिफेंस सिस्टम ने हर वार को विफल कर दिया. पाकिस्तान की रणनीति पूरी तरह ध्वस्त हो गई और उसकी सैन्य शक्ति की पोल खुल गई. यह भारत की रक्षा तैयारी का प्रमाण है कि अब कोई भी दुस्साहस करने से पहले सौ बार सोचेगा.
पाकिस्तानी एयर डिफेंस फेल
भारत ने इस दौरान अपने सभी अत्याधुनिक और स्वदेशी रक्षा संसाधनों का इस्तेमाल कर दुनिया को दिखा दिया कि वह किसी भी युद्ध की चुनौती को न केवल स्वीकार कर सकता है बल्कि उस पर विजय भी पा सकता है. राफेल और तेजस जैसे लड़ाकू विमानों से पाकिस्तान की पोजीशन पर हमला किया गया, वहीं ‘आकाश’ मिसाइलों ने दुश्मन की हवाई ताकत को ध्वस्त कर दिया. पाकिस्तानी एयर डिफेंस पूरी तरह विफल रहा और उसकी जवाबी क्षमता लगभग खत्म हो गई.
विश्वभर में गया मैसेज
इस युद्ध के दौरान भारतीय वायुसेना ने लाहौर के HQ-9 एयर डिफेंस यूनिट और उसके आसपास बने राडार ढांचे को पूरी तरह तबाह कर दिया. पाकिस्तान की निगरानी प्रणाली भारत के हमलों को भांप भी नहीं पाई. यह एक निर्णायक संकेत है कि भारत की वायु शक्ति अब केवल क्षेत्रीय नहीं, वैश्विक स्तर पर अपनी श्रेष्ठता का दावा कर सकती है. पाकिस्तान को हुए भारी नुकसान ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अब भारत जवाब नहीं देता, सीधा प्रहार करता है.