Emergency @50 पर कांग्रेस में 'आपातकाल'! खरगे के 'मोदी पहले' पर थरूर का 'पंख' वाला जवाब
Shashi Tharoor Reply On Mallikarjun Kharge: तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' की वैश्विक पहुंच बीजेपी में शामिल होने के उनके लड़ाई का संकेत नहीं है बल्कि राष्ट्रीय एकता, हित और भारत के लिए खड़े होने का एक बयान है.

Shashi Tharoor Reaction On Mallikarjun Kharge: केंद्र सरकार द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सात प्रतिनिधिमंडल को विदेश जाने के बाद से वह कांग्रेस नेताओं के निशाने पर हैं. इस मामले में जयराम रमेश और पवन खेड़ा जैसे नेताओं की ओर से बयान आने के बाद इमरजेंसी के 50 साल पूरे होने वाले दिन को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शशि थरूर पर खुल्लम खुल्ला तंज कहा है. उन्होंने कहा है कि 'कुछ लोगों के लिए देश से पहले मोदी हैं'. ऐसा कर कांग्रेस अध्यक्ष ने आपातकाल की घटना की याद शशि थरूर को दिला दी है.
मल्लिकार्जुन खरगे का यह बयान सामने आने के बाद शशि थरूर ने उड़ान भरते एक पक्षी की तस्वीर एक्स पर पोस्ट कर मल्लिकार्जुन पर पलटवार किया है. अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा, "आसमान में उड़ने के लिए इजाजत की मांगने की जरूरत नहीं. पंख तुम्हारे हैं और आसमान किसी का नहीं है."
मोदी की तारीफ बीजेपी में शामिल होने के संकेत नहीं
इससे पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक अंग्रेजी अखबार के संपादकीय में पीएम मोदी की तारीफ करते हुए लिखा था, "पीएम की ऊर्जा, गतिशीलता और अपनी इच्छाशक्ति के कारण भारत के लिए एक प्रमुख संपत्ति" बताया था, लेकिन इसे और अधिक समर्थन मिलना चाहिए."
शशि थरूर यहीं नहीं रुके, उन्होंने मल्लिकार्जुन खरगे के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर की वैश्विक पहुंच बीजेपी में शामिल होने के उनके लड़ाई का संकेत नहीं है बल्कि राष्ट्रीय एकता, हित और भारत के लिए खड़े होने का एक बयान है.' उनके इस बयान को लेकर भी कहा जा रहा है कि कहीं वो बीजेपी ज्वाइन करने तो नहीं जा रहे हैं?
कोई मोदी को माने देश से पहले तो हमें क्या करना चाहिए- खरगे
इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बार-बार प्रशंसा करने के लिए वरिष्ठ पार्टी नेता शशि थरूर पर कटाक्ष करते हुए कहा, "कुछ लोगों के लिए मोदी पहले हैं." खरगे की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब 'ऑपरेशन सिंदूर' आउटरीच के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए तिरुवनंतपुरम के सांसद थरूर को चुने जाने के बाद से कांग्रेस नेताओं और थरूर के बीच लगातर मतभेद देखने को मिल रहा है.
मल्लिकार्जुन ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "शशि थरूर की भाषा बहुत अच्छी है, इसलिए उन्हें कांग्रेस कार्यसमिति में रखा गया. मैंने गुलबर्गा में कहा था कि हम एक स्वर में बोलते हैं, हम देश के लिए एक साथ खड़े हैं. हम ऑपरेशन सिंदूर में एक साथ खड़े थे. हमने कहा कि देश पहले है, लेकिन कुछ लोग कहते हैं, 'मोदी पहले हैं, देश बाद में है तो हमें क्या करना चाहिए?" तो क्या कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान को शशि थरूर के लिए अंतिम चेतावनी है."
पार्टी नेताओं से मतभेद कोई नई बात नहीं है.
दरअसल, 'ऑपरेशन सिंदूर' का सच दुनिया को बताने के लिए शशि थरूर के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने प्रतिनिधिमंडलों कई देशों में भेजा था. तभी से शशि थरूर को कांग्रेस के सहयोगियों से तल्ख टिप्पणी का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह है कि कांग्रेस पार्टी ने विदेशी प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने के लिए उनके नाम का प्रस्ताव नहीं भेजा था. कांग्रेस के नेताओं की नाराजगी उस समय और बढ़ गई जब थरूर ने यूपीए शासन के दौरान किए गए सर्जिकल स्ट्राइक की निंदा की और मोदी सरकार द्वारा स्थिति से निपटने की प्रशंसा की.
ऐसा पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस में शशि थरूर शीर्ष नेतृत्व के सामने खड़े दिख रहे हैं. अगस्त 2020 में कांग्रेस के 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में संगठनात्मक बदलाव की मांग की थी. इनमें से एक शशि थरूर भी थे. 2022 में जब कांग्रेस में अध्यक्ष की तलाश शुरू हुई तो मल्लिकार्जुन खड़गे के सामने शशि थरूर ने ही चुनौती पेश की थी. जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार की पसंद थे.