नया चेहरा बनेगा CM! निर्मला सीतारमण का क्या है ट्रैक रिकॉर्ड, पर्यवेक्षक रहते दे चुकी हैं सरपराइज
BJP महाराष्ट्र का अलगा सीएम किसे चुनेगी जल्द इसपर फैसला होने वाला है. पार्टी ने पर्यवेक्षक के रूप में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विजय रूपाणी को चुन लिया है. पार्टी ने चौथी बार उन्हें पर्यवेक्षक के रूप में चुना है. वहीं जल्द ही राज्य का अलगा मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर भी सस्पेंस खत्म होने वाला है.

महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. इस बात पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है. भाजपा किसे नए CM के रूप में चुनने वाली है इस पर फैसला होना बाकी है. इस बीच पार्टी ने पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं. जिससे इस बात पर लगा सस्पेंस जल्द खत्म होने वाला है. पार्टी की ओर से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विजय रूपाणी को केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में चुना गया है.
आपको बता दें कि एक पर्यवेक्षक विधायक दलों के साथ बैठक करके इस पर फैसला करता है कि आखिर राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा. इस बैठक के बाद सीएम का सिलेक्शन होता है.
कौन होगा अगला CM?
सीएम की लिस्ट में बीजेपी नेता देवेंद्र फणडवीस जो पहले भी राज्य की बागडोर संभाल चुके हैं. उनका नाम शामिल है. इस लिस्ट में अजीत पवार और एकनाथ शिंदे का नाम भी शामिल है. लेकिन इस बार पार्टी द्वारा पर्यवेक्षक के रूप में निर्मला सीतारमण को चुना गया है. जिससे ये कयास लगना शुरू हो चुके हैं कि पार्टी एक बार फिर से सरपराइज दे सकती है.
सरपराइज से हमारा अर्थ है पार्टी उम्मीदों से बिल्कुल उलट ही कदम चल सकती है और किसी नए चेहरे का नाम सीएम के रूप में आगे कर सकती हैं. हालांकि अगर पूर्व की अगर बात की जाए तो अब तक तीन बार पर्यवेक्षक के रूप में CM का चयन सीतारमण कर चुकी हैं. ये चौथी बार होगा जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएंगी.
क्या बीजेपी देगी सरपराइज?
पिछले तीन बार पर्वेक्षक रहते हुए सिर्फ दो चेहरों को दोबारा CM की कुर्सी पर बैठने का मौका मिल चुका है. यह उस समय की बात है जब साल 2019 में विधायक दल की बैठक के बाद मनोहर लाल खट्टर को ही दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में चुना था. इसके बाद एक बार फिर से 2022 में भी ऐसा ही कुछ देखने मिला था. निर्मला सीतारमण ने एन बिरेन सिंह को ही CM के रूप में चुना. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब बड़ा सरपराइज सभी को देखने मिला था. साल 2017 हिमाचल प्रदेश के चुनाव के दौरान भाजपा अध्यक्ष नड्डा और प्रेम धूमल का नाम सबसे ऊपर था. लेकिन उनके नाम पर ना मुहर लगते हुए जयराम ठाकुर को हिमाचल का मुख्यमंत्री बनाया गया था. इसलिए चौथी बार भी सरपराइज मिलने के कयास लगाए जाने लगे हैं.
नया या फिर पुराना क्या होगा भाजपा का फैसला
अब पार्टी ने क्या फैसला किया है फिलहाल इसकी जानकारी सामने नहीं आई है. लेकिन अगर निर्मला सीतारमण अपने इसी फॉर्मुले के साथ चलती हैं, तो संभावना है कि वह नए चेहरे को सीएम के रूप में चुन सकती है और नहीं भी. कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे की भी पार्टी शिवसेना एक बार फिर से उन्हें मुख्यमंत्री का पद देने की बात तो कह रही है, लेकिन एकनाथ शिंदे ने ये फैसला पूरी तरह से भाजपा के जिम्मे सौंप डाला है. पांच दिसंबर को ये तस्वीर साफ होगी कि आखिर महाराष्ट्र की कमान किसके हाथों सौंपे जाने वाली है.