देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे से की मुलाकात, अब अजित पवार ने फंसाया पेंच; पढ़ें लेटेस्ट Updates
महाराष्ट्र में महायुति सरकार के गठन से पहले मंत्री पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. बीजेपी और शिवसेना के संभावित मंत्रियों की सूची सामने आई है. कोंकण क्षेत्र से बीजेपी के नितेश राणे, रविंद्र चव्हाण और गणेश नाईक को मंत्री पद दिए जाने की संभावना है. वहीं, मुंबई से बीजेपी के मंगलप्रभात लोढ़ा, आशिष शेलार, राहुल नार्वेकर और अतुल भातखलकर के नाम पर चर्चा हो रही है.

मुंबई के सीएम आवास वर्षा में सीएम शिंदे बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस भी वर्चुअली शामिल हुए हैं. बताया जा रहा है कि सीएम शिंदे चाहते हैं कि सीएम और डिप्टी सीएम के साथ मंत्री को भी शपथ दिलाया जाए. हालांकि सीएम के नाम पर अभी भी सस्पेंस बरक़रार है.
देवेंद्र फडणवीस ने एकनाथ शिंदे से सीएम आवास वर्षा में मुलाकात की. महायुति में अजित पवार की अगुवाई वाले सहयोगी दल एनसीपी ने भी पेच फंसा दिया है. एनसीपी ने एकनाथ शिंदे की शिवसेना के बराबर सरकार में जगह की मांग की है.
महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें 6 दिसंबर को डॉ. बीआर अंबेडकर की पुण्यतिथि पर चैत्यभूमि में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई. इसे महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में भी जाना जाता है.
ये बन सकते हैं मंत्री
महाराष्ट्र में महायुति सरकार के गठन से पहले मंत्री पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. बीजेपी और शिवसेना के संभावित मंत्रियों की सूची सामने आई है. कोंकण क्षेत्र से बीजेपी के नितेश राणे, रविंद्र चव्हाण और गणेश नाईक को मंत्री पद दिए जाने की संभावना है. वहीं, मुंबई से बीजेपी के मंगलप्रभात लोढ़ा, आशिष शेलार, राहुल नार्वेकर और अतुल भातखलकर के नाम पर चर्चा हो रही है.
शपथ ग्रहण की हो रही तैयारी
भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों में जुट गया है, जो 5 दिसंबर को होना है. शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ भाजपा नेता गिरीश महाजन ने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की.
मंडप तैयार, दूल्हा गायब और फूफा नाराज
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बारात है पर दूल्हा नहीं, कोई नाराज फूफा की तरह मुंह फुलाए हुए है. उन्होंने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा में देरी के लिए महायुति गठबंधन की आलोचना की. कहा कि वे मिले जनादेश का अनादर कर रहे हैं. अभी तक किसी ने राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है. उन्होंने कहा की महाराष्ट्र के लिए यह निराशाजनक है कि इतने मजबूत जनादेश के बावजूद वे कोई निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. इसके विपरीत, झारखंड के मुख्यमंत्री ने पहले ही शपथ ले ली है, लेकिन महाराष्ट्र में ऐसा नहीं हो रहा है.