ब्रह्मोस की मार और सेना की वीरता ने तोड़ा आतंकिस्तान का घमंड, ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 64 पाक सैनिक
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 64 सैनिकों को मार गिराया. ब्रह्मोस मिसाइलों ने एयरबेस को तबाह किया, जबकि पाकिस्तान की वायु सुरक्षा प्रणाली नाकाम रही. विदेश सचिव ने बताया कि संघर्ष पारंपरिक रहा. गृह मंत्री शाह ने कहा कि यह ऑपरेशन आतंकी ढांचे के विरुद्ध निर्णायक जवाब है, जिसने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बेनकाब किया.

भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत न सिर्फ जवाबी कार्रवाई की, बल्कि सीमा पार जाकर आतंकवाद के ढांचों को ध्वस्त कर दिया. इस कार्रवाई में 64 पाकिस्तानी सैनिकों और अधिकारियों के मारे जाने और 90 से अधिक के घायल होने की पुष्टि हुई है. सेना का यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ओर से की गई घुसपैठ और गोलाबारी के जवाब में एक निर्णायक दखल था, जिससे पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों को गहरी चोट पहुंची.
गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि भारत ने इस ऑपरेशन के दौरान ब्रह्मोस मिसाइलों का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के अंदर कई हवाई ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. खास बात यह रही कि पाकिस्तान की चीनी-निर्मित वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह निष्क्रिय रही. यह दर्शाता है कि पाकिस्तान की रणनीतिक तैयारियां खोखली थीं और भारतीय सेना की सटीकता ने उसे रणनीतिक झटके दिए.
परमाणु खतरे का कोई संकेत नहीं
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने संसदीय समिति को जानकारी देते हुए कहा कि भारत-पाक संघर्ष परंपरागत हथियारों तक ही सीमित रहा. पाकिस्तान की ओर से परमाणु हथियारों का कोई स्पष्ट संकेत नहीं आया. दोनों देशों में कार्रवाई रोकने को लेकर सहमति भी बनी, जो यह दर्शाता है कि भारत की यह सर्जिकल कार्यवाही युद्ध की शुरुआत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा को सुरक्षित रखने की संप्रभु कोशिश थी.
आतंक का गढ़ बना पाकिस्तान
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की उस प्रवृत्ति पर तीखा प्रहार किया जिसमें वह अपनी भूमि पर हुई हत्याओं के लिए भारत को दोषी ठहराता है, जबकि खुद उसकी धरती पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकी स्वतंत्र रूप से घूमते हैं. संसदीय समिति में कुछ सांसदों ने यह भी पूछा कि क्या पाकिस्तान ने चीन के बनाए हथियारों का उपयोग किया था, जिस पर विदेश सचिव ने कहा कि इससे फर्क नहीं पड़ा और भारत का लक्ष्य पूरा हुआ.
ट्रंप की दखल पर कूटनीतिक व्यंग्य
विदेश सचिव मिसरी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीजफायर का क्रेडिट लेने पर चुटकी ली. उन्होंने कहा, "ट्रंप ने इसके लिए हमसे अनुमति नहीं ली थी." यह बयान कूटनीतिक व्यंग्य के साथ यह भी स्पष्ट करता है कि भारत अब कश्मीर जैसे आंतरिक मामलों में किसी तीसरे देश की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता.
पाकिस्तान की नाकामी उजागर
गृह मंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन सिंदूर को सैन्य इतिहास की एक स्वर्णिम उपलब्धि बताते हुए कहा कि यह भारत की पहली ऐसी कार्रवाई है जिसमें पाकिस्तान की सीमा के 100 किलोमीटर भीतर तक घुसकर आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया. इससे पूर्व की सर्जिकल और एयर स्ट्राइक्स सिर्फ पाकिस्तान-ऑक्यूपाइड कश्मीर तक सीमित थीं. इस ऑपरेशन ने दुनिया के सामने पाकिस्तान को एक आतंक समर्थक देश के रूप में बेनकाब कर दिया.