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बॉलीवुड और साउथ सिनेमा को लेकर भिड़े Boney Kapoor और Naga Vamsi - 'आप बांद्रा के लिए फिल्में बनाते रह गए'

बोनी ने इससे असहमति जताते हुए कहा कि 'पुष्पा 2' के लीड एक्टर्स समेत कई स्टार्स ने अमिताभ बच्चन को एक प्रेरणा के रूप में उद्धृत किया है, जिससे पता चलता है कि यह भाषा की बाधा नहीं है.

बॉलीवुड और साउथ सिनेमा को लेकर भिड़े Boney Kapoor और Naga Vamsi - आप बांद्रा के लिए फिल्में बनाते रह गए
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 31 Dec 2024 2:52 PM

निर्माता बोनी कपूर और नागा वामसी के बीच हाल ही में गैलाटा प्लस प्रोड्यूसर्स राउंड टेबल 2024 के दौरान तीखी नोकझोंक हुई. जबकि बोनी कपूर ने हिंदी सिनेमा के ग्लोबल इम्पैक्ट के बारे में बात की और बताया कि कैसे हर रीजनल सिनेमा का विदेशों में अपना यूनिक मार्किट है. नागा वामसी ने तर्क दिया कि साउथ इंडियन सिनेमा ने हिंदी सिनेमा को नया आकार देने और उसे अपने नजरिए पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

बोनी कपूर ने चर्चा की कि कैसे हिंदी सिनेमा की इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाई है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज कपूर, अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान जैसे बड़े सितारों को रूस, मिस्र और मोरक्को जैसे देशों में याद किया जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि तेलुगु और तमिल फिल्मों का अमेरिका, सिंगापुर और मलेशिया जैसे क्षेत्रों में मजबूत बाजार है. उन्होंने कहा, 'मोरक्को के राजा ने अमिताभ और बाद में शाहरुख खान को सम्मानित किया था. तेलुगु फिल्मों और तमिल फिल्मों का यूनिक मार्किट है.'

आप लोग बांद्रा और जुहू के बीच फंसे हो

नागा वामसी ने जवाब दिया और इस बात पर जोर देते हुए कि साउथ इंडियन सिनेमा, खासतौर से आरआरआर और बाहुबली जैसी फिल्मों ने बॉलीवुड के सिनेमा को देखने के तरीके को नया रूप दिया है. उन्होंने कहा, 'मुझे इसमें कुछ जोड़ना होगा. यह कठोर लग सकता है, लेकिन हम साउथ इंडियन ने सिनेमा को देखने का नजरिया बदल दिया है - यहां तक ​​कि बॉलीवुड के लिए भी क्योंकि आप लोग बांद्रा और जुहू के लिए फिल्में बनाने में फंसे थे. लेकिन अब, 'आरआरआर','बाहुबली', 'एनिमल', 'जवान' आदि जैसी फिल्मों के साथ, इसने आपके वर्जन को बदल दिया है. 'मुगल-ए-आजम' के बाद आपने 'बाहुबली' और 'आरआरआर' जैसी फिल्मों का जिक्र किया, जो तेलुगु फिल्में थी. आपने वास्तव में 'मुगल-ए-आजम' के बाद किसी हिंदी फिल्म के नाम के बारे में कभी बात नहीं की.

भारतीय सिनेमा को तेलगु फिल्मों ने सिखाया है

नागा के बयान से बोनी थोड़े नाराज दिखे. उन्होंने बताया, 'जब मैं ऐतिहासिकों के बारे में बात कर रहा था. देखिय, इस मंच पर हम अपने ज्ञान के हर हिस्से पर चर्चा नहीं कर सकते. आपको बस व्यापक शब्दों में बात करनी है, इसलिए, जब मैं 'मुग़ल-ए-आज़म', 'बाहुबली' और सभी का जिक्र करता हूं, तो ऐसा नहीं है कि मैं उन फिल्मों से चूक गया. मैं उनसे अवेयर हूं. लेकिन ऐसा नहीं है कि तेलुगु फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को सिखाया है…' वामसी ने टोकते हुए कहा, 'नहीं सिखाया गया, सर.. इन कलेक्टिव, विशाल घटना वाली फिल्मों के कारण हमने हिंदी सिनेमा को फिर से खोजा.'

मराठी फिल्में भी हासिल कर रही हैं सफलता

बोनी ने इससे असहमति जताते हुए कहा कि 'पुष्पा 2' के लीड एक्टर्स समेत कई स्टार्स ने अमिताभ बच्चन को एक प्रेरणा के रूप में उद्धृत किया है, जिससे पता चलता है कि यह भाषा की बाधा नहीं है, बल्कि अच्छे सिनेमा की यूनिवर्सल अपील है. उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि मराठी फिल्में भी अब बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल कर रही हैं. नागा ने कहा, 'मैं ऐसा नहीं मानता. यह हमेशा वहां था. यहां तक ​​कि 'पुष्पा 2' के हीरो ने भी कहा है कि वह अमिताभ बच्चन के बहुत बड़े फैन हैं. नागा ने जवाब दिया, 'मैं खुद शाहरुख खान का बहुत बड़ा फैन हूं.' बोनी ने कहा, 'वह कह सकते थे कि वह एनटीआर के बहुत बड़े फैन हैं. जिस पर वामसी ने जवाब दिया, 'अल्लू अर्जुन भी चिरंजीवी के फैन हैं.'

क्या अच्छा है, क्या बुरा?

बोनी कपूर ने कहा, 'हो सकता है. लेकिन हाल ही में उन्होंने मीडिया से जो बात कही है, वो ये है कि वो अमिताभ बच्चन के बहुत बड़े फैन हैं. यानी यह भाषा नहीं है. बाधा कभी भाषा नहीं होती. बाधा है- क्या अच्छा है, क्या बुरा है और लोग जो पचाते हैं वही मुझे अच्छा लगता है, चाहे वह तेलुगु सिनेमा हो, तमिल या हिंदी सिनेमा, यह कुछ भी हो सकता है. आज मराठी फिल्में 100 करोड़ का कारोबार कर रही हैं.'

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