Epstein Files से निकलीं ‘लोलिता’ की परेशान करने वाली तस्वीरें, छाती-पैर-गर्दन पर लिखे मैसेज ने दुनिया को किया परेशान, अब इस विवाद...
‘लोलिता’ विवाद से जुड़ी जेफ्री एपस्टीन की नई फाइल्स से सामने आईं तस्वीर परेशान करने वाली हैं. लोलिता के गलत अर्थ वाले मैसेज महिला के शरीर इस तरह लिखे हैं जो नाबालिग लड़कियों के शोषण की डरावनी और अमानवीय तस्वीर पेश करती हैं. यह अमेरिकी प्रशासन से जुड़ी तस्करी और ताकतवर नेटवर्क को लेकर गंभीर सवाल उठाते हैं. जानिए क्या है पूरा मामला.;
जेफ्री एपस्टीन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एपस्टीन की नई फाइल्स सामने आने के बाद अय्याशी के किस्से को लेकर चर्चा चरम पर है. इस बार वजह हैं एपस्टीन फाइल्स से सामने आईं कुछ परेशान करने वाली तस्वीरें, जिनका संबंध ‘लोलिता’ संदर्भ से जोड़ा जा रहा है. इन तस्वीरों में महिला के शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर लिखे शब्दों और निशानों ने मानव तस्करी, यौन शोषण और प्रभावशाली लोगों की कथित भूमिका को लेकर नई बहस छेड़ दी है. जांच एजेंसियों और मानवाधिकार संगठनों की नजर अब इन खुलासों पर टिकी है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात को जानकर वहां की लोग भी परेशान और अचंभित हैं.
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तस्वीरों में ऐसा क्या है जिसने बढ़ा दी सबकी 'चिंता'
रिपोर्ट्स के मुताबिक सामने आई तस्वीरों में महिला के शरीर के कुछ हिस्सों पर लिखे शब्द और निशान दिखाई देते हैं. इन्हें लेकर आशंका जताई जा रही है कि ये किसी तरह के नियंत्रण, पहचान या तस्करी से जुड़े संकेत हो सकते हैं. हालांकि, इनकी आधिकारिक पुष्टि और व्याख्या जांच के बाद ही स्पष्ट होगी.
95,000 तस्वीरों कई इसी तरह के मैसेज वाले
जेफ्री एपस्टीन की फाइलों के नए जारी किए गए जखीरे में लोलिता के मैसेज को लेकर ऐसे-ऐसे भद्दे कमेंट सामने आए हैं, जिसे जानकर आप परेशान हो जाएंगे. एपस्टीन से जुड़ी नए तस्वीरों के जखीरे ने अमेरिकंए का गुस्सा फिर से भड़का दिया है. कई तस्वीरों में विवादास्पद नॉवेल, लोलिता के परेशान करने वाले कोट्स एक महिला के शरीर पर लिखे हुए देखे जा सकते हैं. ये तस्वीरें 18 दिसंबर को अमेरिकी हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट्स ने सार्वजनिक की है. ये एपस्टीन की संपत्ति से बरामद लगभग 95,000 तस्वीरों के एक बड़े आर्काइव के हिस्से हैं.
डेमोक्रेट्स सांसद एपस्टीन की इस कलेक्शन को सीरीज में जारी कर रहे हैं. यह मामला सामने आने के बाद सभी तस्वीरों के सेट जारी करने की मांग अमेरिका तेज तेज हो गई है.
लोलिता उपन्यास में नाबोकोव ने भी इसी तरह के मैसेज लिखे हैं. यह उपन्यास 1955 में प्रकाशित हुआ था. यह एक अधेड़ उम्र के आदमी के 12 साल की लड़की के प्रति यौन आकर्षण पर आधारित है. दिवंगत फाइनेंसर के प्राइवेट जेट को कुख्यात रूप से लोलिता एक्सप्रेस के नाम से जाना जाता था.
महिलाओं के हर अंग पर लिखे हैं गुप्त मैसेज
सांसदों द्वारा हाइलाइट की गई तस्वीरों में एक महिला की छाती, पैर और गर्दन के क्लोज-अप शॉट्स शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक पर सीधे नॉवेल से लिए गए अंश लिखे हुए हैं. महिला की छाती पर लिखा टेक्स्ट है: 'लो-ली-टा: जीभ की नोक तालू से तीन कदम नीचे उतरकर, तीन पर, दांतों को छूती है.' एक और तस्वीर एक महिला के पैर पर केंद्रित है, जिसमें लिखा है, 'वह सुबह में लो थी, सादी लो, एक मोजे में चार फीट दस इंच खड़ी थी.'
आगे की तस्वीरों में एक महिला के शरीर पर लिखे अतिरिक्त अंश दिखाए गए हैं. एक में लिखा है 'वह स्लैक में लोला थी.' ये तस्वीरें 18 दिसंबर को हाउस ओवरसाइट कमेटी के डेमोक्रेट्स ने पब्लिक की है. दूसरी तस्वीर में एक व्यक्ति की छाती पर लिखा हुआ टेक्स्ट दिखता है: 'लो-ली-टा: जीभ की नोक तालू से तीन कदम नीचे जाकर, तीन पर, दांतों पर टैप करती है.' एक और तस्वीर में एक महिला की गर्दन पर 'वह स्कूल में डॉली थी' लिखा हुआ है, जबकि एक अलग तस्वीर में एक महिला की रीढ़ की हड्डी पर 'वह डॉलोरेस थी' लाइन दिख रही है. पता नहीं इस तरह के कितने गंदे मैसेज तस्वीरों पर कोड वर्ड में लिखे हैं. खास बात यह है कि इन तस्वीरों में से एक के बैकग्राउंड में नाबोकोव की लोलिता की एक कॉपी भी दिख रही है, जो इन रेफरेंस के जानबूझकर होने की बात को पक्का करती है.
एपस्टीन की तस्वीरों ने छेड़ दी नई बहस
यहां पर इस बात का भी जिक्र कर दें कि लोलिता उपन्यास को साहित्य के जानकार लोग जुनून और हेरफेर की आलोचना के तौर पर बचाव करते हैं, लेकिन इस किताब की लंबे समय से आलोचना की जाती रही है कि इसको कैसे गलत इस्तेमाल और गलत समझा गया है. खासकर उन लोगों द्वारा जो इसके मकसद के बजाय इसके विषय पर ध्यान देते हैं. बाद में इस नॉवेल पर फिल्में बनीं, जिनमें सबसे खास स्टेनली कुब्रिक का 1962 का वर्जन और 1997 का रीमेक था, दोनों ने ही बाल यौन शोषण पर आधारित कहानी को दिखाने की कोशिश के लिए ज़बरदस्त बहस छेड़ दी.
अमेरिकी हस्तियों के काले चेहरे भी आए सामने
परेशान करने वाली बात यह है कि इस शब्द का इस्तेमाल छोटी लड़कियों के घिनौने चित्र वाली पोर्नोग्राफिक फिल्मों की मार्केटिंग में भी किया गया है. इसके अलावा, बीमार पीडोफाइल ने इसका इस्तेमाल नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण को बताने के लिए किया है. तस्वीरों के लेटेस्ट बैच में कई प्रभावशाली और जाने-माने लोग भी नजर आ रहे हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स एक तस्वीर में एक महिला के साथ पोज देते हुए दिख रहे हैं, जिसका चेहरा धुंधला किया गया है. भाषाविद् और दार्शनिक नोम चोम्स्की एपस्टीन के साथ एक प्राइवेट जेट में बैठे हुए दिख रहे हैं.
सालों तक एपस्टीन ने नेताओं, शाही परिवारों, अरबपतियों और एकेडमिक के साथ रिश्ते बनाए, खुद को एक अच्छे कनेक्शन वाले मनी मैनेजर और परोपकारी के तौर पर पेश किया.यह सावधानी से बनाई गई इमेज 2000 के दशक के बीच में खराब हो गई.
दरअसल, एपस्टीन के अपराध नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण और दुर्व्यवहार पर केंद्रित थे. बाद में कई लड़कियों ने कहा कि ये मुलाकातें यौन शोषण में बदल गईं और एपस्टीन ने उन्हें चुप कराने के लिए अपनी दौलत, धमकी और नेटवर्क का इस्तेमाल किया. 2008 में, एपस्टीन ने फ्लोरिडा में एक बहुत ही विवादित प्ली डील की. उसने वेश्यावृत्ति के लिए उकसाने और वेश्यावृत्ति के लिए एक नाबालिग को लाने के राज्य के आरोपों में गलत ठहराया और सिर्फ 13 महीने जेल में बिताए.
2018 में यह मामला ऐसे आया सुर्खियों में
यह मामला 2018 और 2019 में खोजी पत्रकारिता की दोबारा जांच के बाद फिर से सामने आया कि एपस्टीन फेडरल प्रॉसिक्यूशन से कैसे बच गया था.एपस्टीन दुनिया के कुछ सबसे ताकतवर लोगों से अपने कनेक्शन के लिए जाना जाता था. जुलाई 2019 में, उसे फेडरल अधिकारियों ने गिरफ्तार किया और उस पर सेक्स ट्रैफिकिंग और नाबालिगों की ट्रैफिकिंग की साजिश का आरोप लगाया. प्रॉसिक्यूटर्स ने आरोप लगाया कि उसका दुर्व्यवहार कई सालों तक चला और इसमें कई जगहों पर दर्जनों पीड़ितों शामिल थे. एपस्टीन ने खुद को निर्दोष बताया और ट्रायल का इंतजार करते हुए उसे मैनहट्टन के मेट्रोपॉलिटन करेक्शनल सेंटर के सामने रखा गया.
इस बीच 10 अगस्त 2019 को एपस्टीन अपने जेल सेल में बेहोश पाया गया. उसे 66 साल की उम्र में मृत घोषित कर दिया गया. आधिकारिक तौर पर कहा गया कि उसने सुसाइड कर लिया.