म्यांमार और लद्दाख के बाद अब पाकिस्तान में भी आया भूकंप, आधी रात को उठकर भागे लोग
पाकिस्तान में देर रात 4.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए. इससे पहले म्यांमार, थाईलैंड और भारत के लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल का नतीजा है, जिससे भविष्य में और भी भूकंप आ सकते हैं. फिलहाल, किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है.;
म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप के बाद अब पाकिस्तान में भी धरती कांप उठी. देर रात आए जोरदार झटकों से लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकलने लगे. भूकंप के कारण पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई, हालांकि अब तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है. भूकंप रात 2 बजकर 58 मिनट पर आया, जिसकी तीव्रता 4.3 मापी गई.
भूकंप के झटके महसूस होने के बाद पाकिस्तान के कई शहरों में लोग घरों से बाहर निकल आए. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी, लेकिन इसके झटके काफी स्पष्ट रूप से महसूस किए गए. इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं.
लद्दाख में कल आया था भूकंप
हाल ही में एशिया के कई हिस्सों में भूकंप की घटनाएं बढ़ी हैं. इससे पहले, म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप ने काफी तबाही मचाई थी. इसके अलावा, भारत के लद्दाख क्षेत्र में भी 4.2 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था. लद्दाख और लेह भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों में आते हैं, जहां अक्सर हल्के से मध्यम तीव्रता वाले भूकंप आते रहते हैं.
टेक्टोनिक प्लेट्स में गहरी हलचल
भूकंप विज्ञानियों के मुताबिक, पाकिस्तान और उसके आसपास के क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल के कारण लगातार खतरे में रहते हैं. हिमालयी क्षेत्र और इसके आसपास के इलाके भूकंप जोन में आते हैं, जहां समय-समय पर हलचल देखी जाती है. इससे पहले भी पाकिस्तान में कई बार बड़े भूकंप आ चुके हैं, जिनमें काफी जान-माल की क्षति हुई थी. विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार आ रहे भूकंप इस बात का संकेत हैं कि टेक्टोनिक प्लेट्स में गहरी हलचल हो रही है. इससे क्षेत्र में भविष्य में और भी बड़े भूकंप आने की संभावना बढ़ सकती है.
वैज्ञानिकों ने की सतर्क रहने की अपील
वैज्ञानिकों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और भूकंप के समय सुरक्षा उपायों का पालन करने की सलाह दी है. पाकिस्तान में भूकंप की यह घटना तब हुई है, जब दक्षिण एशिया के कई हिस्से पहले से ही भूकंप के खतरे का सामना कर रहे हैं. म्यांमार, थाईलैंड, भारत और अब पाकिस्तान में आए भूकंप इस क्षेत्र की भूकंपीय संवेदनशीलता को दर्शाते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में भी इन क्षेत्रों में भूकंप की संभावना बनी रह सकती है.