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गुजरात के पटाखा फैक्ट्री में मौत का तांडव! अब तक 21 मजदूरों की मौत, पढ़ें Updates

गुजरात के बनासकांठा जिले में एक पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं अभी भी 6 अन्य घायल हो गए. यह धमाका सुबह 9:45 बजे डीसा कस्बे के पास एक औद्योगिक क्षेत्र में हुआ, जिससे गोदाम पूरी तरह ढह गया और भीषण आग लग गई. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.

गुजरात के पटाखा फैक्ट्री में मौत का तांडव! अब तक 21 मजदूरों की मौत, पढ़ें Updates
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 1 April 2025 11:12 PM IST

गुजरात के बनासकांठा जिले में एक पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं अभी भी 6 अन्य घायल हो गए. यह धमाका सुबह 9:45 बजे डीसा कस्बे के पास एक औद्योगिक क्षेत्र में हुआ, जिससे गोदाम पूरी तरह ढह गया और भीषण आग लग गई. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की.

गैर-कानूनी तरीके से किया जा रहा था स्टॉक

ताजा जानकारी के मुताबिक, इस फैक्ट्री को सिर्फ पटाखों के भंडारण की अनुमति दी गई थी, लेकिन वहां पटाखों का निर्माण भी किया जा रहा था. पुलिस ने गोदाम मालिक के भाई को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य मालिकों की तलाश के लिए 5 टीमें बनाई गई हैं. जिला कलेक्टर मिहिर पटेल ने बताया कि सभी मृतक मध्य प्रदेश के हरदा और देवास जिले से थे. अब तक 19 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 2 अन्य की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं.

धमाका इतना तेज था कि शव 200-300 मीटर दूर गिरे

कलेक्टर ने बताया कि विस्फोट इतना भयावह था कि श्रमिकों के शवों के टुकड़े 200-300 मीटर दूर तक जा गिरे. धमाके से गोदाम की आरसीसी छत गिर गई, जिससे वहां मौजूद कई परिवारों के लोग दबकर मर गए. पुलिस अधीक्षक अक्षयराज मकवाना ने बताया कि मृतकों में अधिकांश मजदूर और उनके परिजन थे. अब तक इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि वहां पटाखों का निर्माण किया जा रहा था. हादसे की वजह जानने के लिए जांच जारी है.

गिरफ्तारी और SIT जांच के आदेश

पुलिस के अनुसार, यह गोदाम दीपक ट्रेडर्स नामक इकाई थी, जिसका मालिक दीपक मोहनानी और उनके पिता खुबचंद मोहनानी थे. पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि यहां अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया जा रहा था. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और 5 टीमों को जांच के लिए गठित किया गया है। साथ ही, डिप्टी एसपी के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है.

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने जताया शोक

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने X (ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, 'डीसा के पटाखा गोदाम में आग और छत गिरने से हुई मजदूरों की मौत का हादसा अत्यंत दुखद है. मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं. उन्होंने प्रशासन को राहत, बचाव और घायलों के इलाज में तेजी लाने के निर्देश दिए और कहा कि राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देगी.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का बयान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी हादसे पर गहरा दुख जताया. उन्होंने X पर लिखा, 'गुजरात के बनासकांठा में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से मध्य प्रदेश के श्रमिकों की असमय मृत्यु और गंभीर रूप से घायल होने की खबर अत्यंत हृदय विदारक है. मैं दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. उन्होंने आश्वासन दिया कि मध्य प्रदेश सरकार घायलों और मृतकों के परिवारों की हरसंभव सहायता करेगी और गुजरात सरकार के संपर्क में है.

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