पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी हिंदू तीर्थयात्रियों पर रोक, ये 77 श्रद्धालु नहीं कर पाएंगे चारधाम यात्रा
चारधाम पुजारियों के संगठन के सचिव बृजेश सती ने कहा कि हम भारत सरकार की स्थिति को समझते हैं. लेकिन अगर संभव हो, तो शांति प्रिय हिंदू श्रद्धालुओं के मामले पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए.;
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. इसी के चलते भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा पर रोक लगा दी है. इसका असर अब चारधाम यात्रा पर भी पड़ा है. पाकिस्तान से चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए आए 77 हिंदू तीर्थयात्रियों को अब इस साल यात्रा की अनुमति नहीं मिलेगी.
बता दें कि हर साल लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड के चार प्रमुख तीर्थस्थलों में केदारनाथ, बद्रीनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन के लिए आते हैं. इसके अलावा सिख श्रद्धालु भी हेमकुंड साहिब जाते हैं. सभी यात्रियों को उत्तराखंड सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है. इस साल अब तक करीब 21 लाख तीर्थयात्रियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है, जिनमें लगभग 24,000 विदेशी श्रद्धालु भी शामिल हैं. खास बात यह है कि मुस्लिम बहुल देशों में रहने वाले कई हिंदू और सिख श्रद्धालुओं ने भी चारधाम यात्रा में रुचि दिखाई थी.
पकिस्तान से 77 श्रद्धालु
वहीं मुस्लिम बहुल देशों में रहने वाले सिख और हिंदुओं ने चारधाम यात्रा में रूचि दिखाई, लेकिन जिस तरह का तनाव भारत और पकिस्तान के बीच चल रहा है. उन श्रद्धालुओं को दर्शन करना मुश्किल है. अफगानिस्तान से 640 श्रद्धालु, पाकिस्तान से 77 श्रद्धालु, अल्जीरिया से – 451 श्रद्धालु, बांग्लादेश से 326 श्रद्धालु, इराक से 4 श्रद्धालु, कुवैत से 27 श्रद्धालु, ईरान से 8 श्रद्धालु, पाकिस्तान से आने वाले 77 श्रद्धालुओं में से एक श्रद्धालु सिख था, जो हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा जाना चाहता था.
राजनीतिक बयान
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद महेंद्र भट्ट ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा, 'पाकिस्तान के अंदर होने वाली गतिविधियां पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण हैं. मौजूदा हालात को देखते हुए पाकिस्तानी श्रद्धालु चारधाम यात्रा नहीं कर पाएंगे। भारत ने वीज़ा रोक लगाई है, और जल्द ही अन्य देश भी ऐसा कर सकते हैं.'
पुजारियों की अपील
वहीं, चारधाम पुजारियों के संगठन के सचिव बृजेश सती ने कहा कि हम भारत सरकार की स्थिति को समझते हैं. लेकिन अगर संभव हो, तो शांति प्रिय हिंदू श्रद्धालुओं के मामले पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. वहीं बात करें यात्रियों के आकंड़े कि तो, अब तक उत्तराखंड सरकार के पोर्टल पर 184 देशों के श्रद्धालु रजिस्ट्रेश कर चुके हैं. विदेशी रजिस्ट्रेश में सबसे ज्यादा संख्या इन देशों से है, संयुक्त राज्य अमेरिका 4,788 श्रद्धालु, नेपाल 3,925 श्रद्धालु, मलेशिया 2,806 श्रद्धालु, यूनाइटेड किंगडम 1,337 श्रद्धालुओं की संख्या दर्ज की है.