'सुबह 10 तक कोई दिखा...' कश्मीरी मुसलमान छात्रों को धमकी, देहरादून में डर का माहौल, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
कुपवाड़ा से ताल्लुक रखने वाले एक छात्र ने बताया कि वह गर्मियों की छुट्टियों के लिए सितंबर तक कश्मीर लौटने वाला था, लेकिन अब स्थिति को देखते हुए वह पहले ही जाने की योजना बना रहा है.

उत्तराखंड के देहरादून में कश्मीरी मुसलमानों को धमकियां मिलने के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. हिंदू रक्षा दल के एक वायरल वीडियो में संगठन के नेता ललित शर्मा ने धमकी भरे लहज़े में कहा कि अगर बुधवार सुबह 10 बजे के बाद भी कश्मीरी मुसलमान राज्य में दिखे, तो संगठन के लोग 'उचित व्यवहार' करेंगे और सरकार की कार्रवाई का इंतज़ार नहीं करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि पहलगाम की घटना से वे आहत हैं. इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तनाव फैल गया, जिसके जवाब में देहरादून पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. पुलिस ने अब तक सोशल मीडिया से 25 भड़काऊ पोस्ट हटाने का दावा किया है. बता दें कि स्थिति हाल ही में कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई है.
छात्रों में डर का माहौल
कुपवाड़ा से ताल्लुक रखने वाले एक छात्र ने बताया कि वह गर्मियों की छुट्टियों के लिए सितंबर तक कश्मीर लौटने वाला था, लेकिन अब स्थिति को देखते हुए वह पहले ही जाने की योजना बना रहा है. बीएफआईटी कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र ने बताया कि अल्टीमेटम के बाद उन्होंने और उनके दोस्तों ने गुरुवार दोपहर की फ्लाइट बुक कर ली है. छात्र ने बताया, 'हमारे प्रोफेसरों ने कहा कि वे हमारी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और हमें कॉलेज से लगभग 50 किलोमीटर दूर किसी सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी. हमें चंडीगढ़ भेजने पर भी विचार हुआ, लेकिन हम दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। कॉलेज ने हमें अपनी कार और एक सुरक्षा गार्ड भी दिया गया है.'
प्रशासन का आश्वासन
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस उन सभी संस्थानों के संपर्क में है, जहां कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं. उन्होंने कहा कि सभी को सुरक्षा का भरोसा दिया गया है और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि, वायरल वीडियो पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की.
2019 जैसा डर
यह घटना पुलवामा हमले के बाद फरवरी 2019 की याद दिलाती है, जब कई कश्मीरी छात्रों को दून क्षेत्र में दक्षिणपंथी समूहों ने निशाना बनाया था. दून पीजी कॉलेज के एक छात्र ने बताया कि पांच छात्र पहले ही एयरपोर्ट के लिए निकल चुके हैं, जबकि अन्य परीक्षा देने के लिए कॉलेज पहुंचे हैं. इस बीच, जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के नासिर खुहमी ने भी चिंता जताई और कहा कि छात्र डरे हुए हैं और कई लोग अपने संस्थानों से एयरपोर्ट के लिए निकल चुके हैं. उन्होंने कहा कि वे राज्यपाल और पुलिस अधिकारियों से संपर्क में हैं और लगातार छात्रों की स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं.