खून पिलाकर हिंदुओं को बनाते थे ईसाई, महाराष्ट्र-हरियाणा से होती थी फंडिंग... आगरा धर्मांतरण केस में चौंकाने वाले खुलासे

आगरा के थाना शाहगंज में पकड़े गए धर्मांतरण गिरोह के मुख्य आरोपी राजकुमार लालवानी के खिलाफ पुलिस जांच तेज़ कर रही है. पुलिस उसके बैंक खातों की भी पड़ताल कर रही है ताकि फंडिंग और लेन-देन का पूरा पता लगाया जा सके. गिरोह हिंदुओं को बीमारी और कष्ट दूर करने के बहाने अपने पास बुलाकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करता था और इसके लिए पैसा भी लिया जाता था. आरोपी की रिमांड पर पूछताछ की तैयारी चल रही है, जबकि पुलिस ने उसकी डायरी और रजिस्टर बरामद कर गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने में जुटी है.;

( Image Source:  Sora_ AI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 7 Sept 2025 8:40 PM IST

Agra Hindu to Christian Conversion Case: आगरा के थाना शाहगंज पुलिस ने धर्मांतरण गिरोह के मुख्य आरोपी राजकुमार लालवानी को पकड़ा है और उसे रिमांड पर लेने के लिए जल्द ही कोर्ट में प्रार्थनापत्र दाखिल करने की तैयारी कर रही है. आरोपी के बैंक खातों की भी छानबीन की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि खातों में कब, कहां और कितनी रकम आई.

पुलिस ने मंगलवार को केदार नगर स्थित एक घर में चल रहे इस गिरोह को पकड़ने का अभियान चलाया. आरोप है कि गिरोह लोगों को बीमारी और दुख-दर्द दूर करने के बहाने अपने पास बुलाता और फिर उन्हें हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करता था. लोगों के तैयार होने पर आगे की प्रक्रिया शुरू होती थी.

मांस खाने और खून पीने के बाद ही लोग बनते थे ईसाई

जानकारी के मुताबिक, धर्म परिवर्तन करने वालों को कभी भी कलावा नहीं पहनने दिया जाता था और तिलक भी नहीं लगाने दिया जाता था. घर में मूर्ति रखने पर रोक थी. गिरोह की कीर्तन सभाओं में मांस खाने और खून पीने के बाद ही लोग ईसाई बन जाते थे, लेकिन इसके लिए किसी प्रकार का प्रमाणपत्र नहीं दिया जाता था. कई बार कष्ट दूर करने के नाम पर उनसे रकम भी ली जाती थी, जिसे आरोपी आपस में बांट लिया करते थे.

महाराष्ट्र और हरियाणा के लोग कर रहे फंडिंग

पूछताछ में सामने आया कि राजकुमार लालवानी को महाराष्ट्र और हरियाणा के लोग फंडिंग कर रहे थे. रकम किसके खाते से आ रही थी और कौन भेज रहा था, इसकी जांच पुलिस कर रही है. कई बार रकम उसकी बेटी के खाते में भी भेजी जाती थी.

'राजकुमार को रिमांड पर लेकर की जाएगी पूछताछ'

एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं, इसकी जानकारी जुटाने के लिए राजकुमार को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. बैंक खातों के लेन-देन की जांच भी जारी है.

यूट्यूब पर वीडियो अपलोड कर करता था ईसाई धर्म का प्रचार

पुलिस के अनुसार, राजकुमार अकेले धर्मांतरण नहीं कर रहा था. कई लोग उसकी मदद करते थे और अन्य लोगों को सभा में जोड़ते थे. गिरोह गूगल मीट के माध्यम से प्रार्थना सभाओं में लोगों को शामिल करता और यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करके ईसाई धर्म का प्रचार करता था. इसमें भारत के कई शहरों के अलावा स्पेन और दुबई के लोग भी जुड़ते थे. आरोपी के पास से बरामद डायरी और रजिस्टर में कई लोगों के नाम और नंबर दर्ज थे, जिनकी जांच पुलिस कर रही है.

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