CID ने जासूसी नेटवर्क का किया भंडाफोड़! पंजाब का युवक राजस्थान से गिरफ्तार, ISI को भेज रहा था आर्मी की गोपनीय जानकारी

राजस्थान CID ने पंजाब के फिरोजपुर निवासी प्रकाश सिंह उर्फ बादल (34) को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी पर भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारी, जैसे सैन्य ठिकानों का विवरण, सेना की मूवमेंट, बॉर्डर की भू-जानकारी और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, को ISI के पाकिस्तानी हैंडलरों तक भेजने का आरोप है. वह भारतीय मोबाइल नंबरों से OTP लेकर ISI के लिए व्हाट्सऐप अकाउंट एक्टिवेट करने में भी शामिल था, जिससे पाकिस्तान भारत-आधारित नंबरों से सुरक्षित तरीके से जासूसी गतिविधियां कर सके.;

( Image Source:  Sora_ AI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 1 Dec 2025 10:30 PM IST

Rajasthan CID busts ISI-linked spy network: राजस्थान की CID (इंटेलिजेंस) ने एक बड़े जासूसी नेटवर्क का खुलासा करते हुए पंजाब के रहने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि वह भारतीय सेना से जुड़ी संवेदनशील और गोपनीय सूचनाएं जुटाकर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भेज रहा था. इसके अलावा वह पाकिस्तान-आधारित हैंडलरों के लिए भारतीय मोबाइल नंबरों से व्हाट्सऐप अकाउंट एक्टिवेट कराने में भी मदद करता था.

CID के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी की पहचान प्रकाश सिंह उर्फ बादल (34), निवासी फिरोजपुर, पंजाब के रूप में हुई है. उसे राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में सदूलवाली सैन्य स्टेशन के पास संदिग्ध गतिविधि के दौरान पकड़ा गया. इंस्पेक्टर जनरल (इंटेलिजेंस) प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों से जुड़े जासूसी नेटवर्क पर नजर रखते हुए CID की टीम को प्रकाश सिंह के बारे में सुराग मिले.

सोशल मीडिया के जरिये ISI से संपर्क

जांच में सामने आया कि प्रकाश सिंह सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप के माध्यम से पाकिस्तान की ISI से लगातार संपर्क में था। मई 2024 से वह सूचनाएं भेज रहा था. वह राजस्थान, पंजाब और गुजरात में सेना से संबंधित इन जानकारियों को इकट्ठा कर पाकिस्तान स्थित हैंडलर को भेजता था;

  • आर्मी वाहनों की मूवमेंट
  • सैन्य ठिकानों और कैंपों का विवरण
  • बॉर्डर एरिया की भौगोलिक जानकारी
  • रेलवे लाइनें, पुल और अन्य महत्वपूर्ण निर्माण कार्य
  • सीमावर्ती इलाकों की सुरक्षा गतिविधियां

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ISI के लिए ‘OTP एजेंट’ बनकर व्हाट्सऐप अकाउंट बनवाता था

CID की जांच में यह बड़ा खुलासा भी हुआ कि आरोपी पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स के लिए भारतीय व्हाट्सऐप अकाउंट बनवाने में मदद करता था. ISI के हैंडलर भारतीय मोबाइल नंबरों पर OTP मंगवाते थे. प्रकाश सिंह वह OTP लेकर पाकिस्तान भेजता था. इससे भारतीय नंबरों पर पाकिस्तानी हैंडलर सुरक्षित रूप से व्हाट्सऐप अकाउंट चलाते थे. इन्हीं अकाउंट्स से जासूसी और अन्य गतिविधियां की जाती थीं. सूत्रों के अनुसार आरोपी को इसके बदले नियमित पैसे भी मिलते थे.

मोबाइल की तकनीकी जांच में मिली जासूसी के पुख्ता सबूत

सदूलवाली स्टेशन के पास पकड़े जाने के बाद उसे CID की टीम ने हिरासत में लिया. मोबाइल डेटा और चैट इतिहास की गहन जांच में उसके पाकिस्तान से सक्रिय संपर्क की पुष्टि हुई. CID ने आरोपी से जयपुर के केंद्रीय पूछताछ केंद्र में कई घंटे तक पूछताछ की, जिसके बाद उस पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act, 1923) के तहत मामला दर्ज किया गया.

ISI जासूसी नेटवर्क पर लगातार कार्रवाई

गौरतलब है कि हाल ही में हरियाणा के नूंह में भी एक वकील को ISI को संवेदनशील जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वह गुरुग्राम की अदालत में वकालत करता था.

आगे की जांच जारी

CID अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि प्रकाश सिंह किन-किन पाकिस्तानी हैंडलरों के संपर्क में था, भारतीय सेना से जुड़ी कौन-कौन सी जानकारी पहले ही लीक हो चुकी है और क्या इस नेटवर्क में और भी भारतीय शामिल हैं. जांच एजेंसियों के अनुसार यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा बेहद गंभीर मुद्दा है.

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