PM Modi की रैली दिल्ली में कितनी बदल पाएगी BJP की तस्वीर, पिछले चुनावों में क्या हुआ?
Delhi Assembly Election 2025: पीएम मोदी 29 दिसंबर को होने वाली रैली अब यह रैली 5 जनवरी 2025 को आयोजित की जाएगी. 3 जनवरी को पीएम नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में एक एलिवेटेड रोड का उद्धाटन करेंगे.;
Delhi Assembly Election 2025: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले साल की शुरूआत में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक्शन मोड में हैं, वो आज यानी 29 दिसंबर 2024 को अपने अभियान का आगाज करने वाले थे, लेकिन इसे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद रद्द कर दिया गया है, जो कि अब 5 जनवरी को होगी. ये रैली रोहिणी के जापानी पार्क में होने वाली थी. हालांकि, एक रैली 3 जनवरी को होने वाली है, जो रैली नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में होगी. आइए यहां जानते हैं कि पिछले चुनावों में पीएम मोदी की रैली का कितना प्रभाव पड़ा?
पीएम मोदी पीछे तीन राज्यों और लोकसभा में हुए चुनाव में अपनी उपस्थिति को सीमित रखा था, जहां सबसे पहले लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी का उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ रैलियां करना और फिर पार्टी को करारी हार का सामना करना, जिसमें 62 से फिसलकर पार्टी 34 सीटों पर सीमित रह गई. राम मंदिर का क्रेडिट लेकर भी पीएम की रैलियों का प्रभाव देखने को नहीं मिला.
हरियाणा - महाराष्ट्र में सफल रही रैलियां
हरियाणा विधानसभा चुनाव की बात करें तो हरियाणा विधानसभा चुनाव में PM मोदी ने महज 4 रैलियां की, जिसमें 3 पर बीजेपी जीत पाई. इसके बाद जाट वोट को वहां के नेताओं के सहारे ही छोड़ना हाईकमान को सही दिखाई दिया. यही कारण था कि पार्टी ने राज्य में ऐतिहासिक जीत दर्ज की. पीएम मोदी और अमित शाह ने जिन 14 सीटों पर रैली की थी, वहां भाजपा 7 सीटें जीतने में कामयाब रही.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी ने 9 रैलियां की. प्रचार में 'हम एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे' वाला नारा हर रैली में देखने को मिला. पीएम की रैली मराठा वोट पर कब्जा करने में कामयाब रही. पार्टी शानदार बढ़त के साथ 149 सीटों पर चुनाव लड़कर 132 सीटों पर जीत हासिल की. वहीं झारखंड चुनाव में स्थानीय राजनेता से लेकर पीएम मोदी की रैली भी काम नहीं कर सकी. वहीं 5 विधानसभा क्षेत्रों में पीएम मोदी मेगा रोड शो भी जनता की भीड़ को वोट नहीं बना सका.
दिल्ली में बीजेपी की नैया पीएम मोदी लगा पाएंगे पार?
पीएम मोदी 3 जनवरी और 5 जनवरी को दिल्ली में विधानसभा को लेकर रैलियां करने वाले हैं, जिसमें पहली रैली नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में हैं, जहां वह एक एलिवेटेड रोड का उद्धाटन करेंगे. वहीं दूसरी रैली 5 जनवरी को रोहिणी के जापानी पार्क में होगी. वह दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के तहत रिठाला-नरेला-कुंडली लाइन का शिलान्यास करेंगे. अपनी योजनाओं के जरिए लोगों का ध्यान पार्टी की ओर खिंचने की कोशिश में बीजेपी इसे वोट में कितना बदल पाएगी और क्या केजरीवाल को टक्कर दे पाएगी, ये एक बड़ा सवाल है.
पीएम मोदी इन दोनों रैलियों के जरिए अपने नेताओं के हल्के भाषण को धार देने का काम करने वाले हैं. पिछले विधानसभा चुनाव 2020 में पीएम मोदी की कई रैलियां फीकी पड़ गई थी, जिसमें पार्टी ने 70 में से 8 सीटों पर ही जीत हासिल की थी. उस समय पीएम मोदी की रैली में UCC, NRC, राम मंदिर, आर्टिकल 370 और दिल्ली में घुसपैठियों का मुद्दा भी जनता पर जादू नहीं कर सका था.