दिल्ली में महिला समृद्धि योजना को मिली मंजूरी, लेकिन इन महिलाओं के खाते में नहीं आएंगे 2500 रुपये

दिल्ली चुनाव के नतीजे आए एक महीना बीत चुका है, लेकिन महिला समृद्धि योजना के तहत 2500 रुपये प्रति माह देने का भाजपा का वादा अब भी अधूरा है. विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है कि महिलाओं के खाते में पैसे कब आएंगे.पहले चर्चा थी कि 8 मार्च (महिला दिवस) पर यह राशि जारी होगी.;

Edited By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 8 March 2025 3:17 PM IST

Mahila Samridhi Yojana: दिल्ली चुनाव के नतीजे आए एक महीना बीत चुका है और इस चुनाव में 'फ्री-फ्री' योजनाएं और महिला समृद्धि योजना सबसे ज्यादा चर्चा में रहीं. भाजपा ने दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह देने की घोषणा की थी. लेकिन अब विपक्ष लगातार भाजपा सरकार पर दबाव बना रहा है कि आखिर यह पैसा महिलाओं के खाते में कब आएगा? पहले कहा जा रहा था कि महिला दिवस (8 मार्च) पर यह राशि जारी होगी, लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि क्या सच में दिल्ली की महिलाओं के खातों में पैसे आएंगे या यह सिर्फ एक चुनावी वादा था? आइए जानते हैं ताजा अपडेट.

महिला समृद्धि योजना को मिली मंजूरी

दिल्ली सरकार ने महिलाओं को 2500 रुपये देने के लिए 'महिला समृद्धि योजना' को मंजूरी दी . दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, 'आज महिला दिवस है. आज हमारी कैबिनेट मीटिंग हुई और हमारी कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दे दी है - दिल्ली चुनाव के दौरान हमने महिलाओं को 2500 रुपये देने का वादा किया था. हमने इस योजना के क्रियान्वयन के लिए दिल्ली के बजट में 5100 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. हमने समिति बनाई है, जिसका नेतृत्व मैं करूंगी और योजना के लिए पंजीकरण जल्द ही शुरू होगा - जल्द ही एक पोर्टल लॉन्च किया जाएगा.'

बीजेपी की क्या हैं शर्ते

भाजपा ने दिल्ली चुनाव के समय ही ये तय कर दिया था कि दिल्ली में किन महिलाओं को 2500 रुपये मिलेंगे. गरीबी सीमा क्या तय होगी यह पहले तय नहीं था. सूत्रों के मुताबिक सालाना आय की सीमा 2.50 लाख रुपये तय की गई है.

महिला समृद्धि योजना का लाभ 21 से 60 वर्ष की आयु की महिलाओं को मिलेगा. योजना का लाभ विवाहित महिलाओं को भी दिया जा सकता है और 60 से अधिक उम्र की महिलाएं वृध्दा पेंशन की हकदार हो जाती है किसी को विधवा पेंशन. बुजुर्ग पेशन, सरकार पेंशन मिल रही है तो उसे इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा.

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली सरकार ने यह तय किया है कि एक परिवार की केवल एक महिला को ही इस योजना का लाभ मिलेगा. इससे लाभार्थियों की संख्या सीमित हो सकती है, जिससे सरकार पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कुछ हद तक कम किया जा सके.

सरकार पहले से ही वित्तीय दबाव का सामना कर रही है, ऐसे में कोशिश की जा रही है कि यह योजना केवल जरूरतमंद महिलाओं तक ही सीमित रहे। हालांकि, विपक्ष का कहना है कि सरकार इस योजना को लागू करने में देरी कर रही है, जिससे महिलाओं के खाते में 2500 रुपये कब आएंगे, इस पर अब भी संशय बना हुआ है.

महिला दिवस पर क्या बोली रेखा गुप्ता?

फोर्टिस अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह 2025 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री मोदी को शौचालय बनाकर महिलाओं के लिए खुले में शौच की समस्या को हल करने के लिए धन्यवाद देती हूं. इसी तरह, हम उपचार में सुविधाओं, सेवाओं और प्रौद्योगिकी में सुधार के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं. हमारी सरकार ने पहली कैबिनेट बैठक में आयुष्मान भारत योजना पारित की, जिसके तहत अब लोग 10 लाख रुपये तक का इलाज करा सकते हैं.

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