दिल्ली हत्याकांड में नया मोड़, मकान मालिक निकला अंजू का हत्यारा, समलैंगिक रिश्ते की खुल गई थी पोल

बदबू आने से जब पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया तो आरोपी मकान मालिक विवेकानंद इधर-उधर की बातें करने लगा. पुलिस की टीम ने पहले उसे दिमागी रूप से कमजोर समझा लेकिन फिर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 30 March 2025 9:46 AM IST

दिल्ली के शाहदरा में उस वक्त सनसानी मच जब गई वहां के डीडीए फ्लैट में एक महिला का शव बरामद किया गया. यह शव फ्लैट के अंदर रखें बेड बॉक्स अंदर पाया गया. पड़ोसियों द्वारा बुलाए जाने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बॉक्स के अंदर रखे एक बैग में पाया जो कंबल से लिपटा और उसके ऊपर दो अगरबत्ती मिली. लेकिन अब इस हत्या की पहली को सुलझा लिया गया है. मृतक जिसका नाम अंजू है उसकी हत्या के आरोप में मकान मालिक विवेकानंद मिश्रा और उसके साथ अभय झा उर्फ सोनू को गिरफ्तार कर लिया गया.

हालांकि मृतक का पति आशीष जो पत्नी की हत्या में शामिल है वह फरार है. वहीं पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, महिला की हत्या समलैंगिक रिश्ते के चलते की गई थी. दरअसल 23 मार्च को मकान मालिक विवेकानंद, सोनू और आशीष घर में आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए. जब अंजू ने उन्हें देखा तो तीनों को अपना राज खुलने का डर सताने लगा.

पति से ठीक नहीं थे रिश्ते 

उन्हें लगा कि अंजू यह बात किसी और को न कह दें. जिसके बाद उसे तीनों ने मारने का प्लान बनाया और उसकी हत्या को अंजाम दिया. बाद में शव को कंबल में लपेटकर बैग में डालकर बेड बॉक्स में छिपा दिया. शाहदरा जिले डीएसपी नेहा यादव ने बताया कि अंजू के अपने पति से रिश्ते ठीक नहीं थे. हालांकि आशीष हत्या के बाद से फरार है इसलिए हत्या के पीछे की कोई और भी वजह हो सकती है. असल वजह आशीष के पकड़ में आने के बाद ही पता चलेगी. 

पेशे से ट्यूटर है आरोपी विवेकानंद 

बता दें कि बदबू आने से जब पड़ोसियों ने पुलिस को बुलाया तो आरोपी मकान मालिक विवेकानंद इधर-उधर की बातें करने लगा. पुलिस की टीम ने पहले उसे दिमागी रूप से कमजोर समझा लेकिन फिर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की. कुछ ही घंटों में विवेकानंद टूट गया और उसने अंजू की हत्या का सारा राज खोल दिया. विवेकानंद जो पेशे से ट्यूटर है वह बच्चो को इंग्लिश पढ़ता है. उसके दो बेटे और पत्नी है, लेकिन कई साल पहले वह उसे छोड़ पटेल नगर में रहने लगी. इधर विवेकानंद अकेले ही रहता. 

पति के साथ घूमने आई थी मृतक 

विवेकानंद ने अंजू के बारें में बताया कि वह उसके किराएदार आशीष की पत्नी है. जो लुधियाना से है और उसका परिवार भी वहीं से है. कई साल पहले अंजू की शादी आशीष से हुई. मृतक अपनी पति आशीष और देवर सोनू के साथ सोमवार को दिल्ली घूमने आई थी. उसने समलैंगिक रिश्ते के चलते हत्या को स्वीकार करते हुए कहा कि तीनों ने ईंट से वार किया फिर कंबल में लपेटकर उसे बेड बाक्स में डाल दिया. हालांकि इस दौरान आरोपी विवेकानंद अपना बयान बदलता रहा. 

रंगे हाथ पकड़ा तीनों को 

सूत्रों का कहना है कि तीनों को पता था कि वह समलैंगिक है. देर रात अंजू दूसरे कमरे में थी, इसी बीच उसकी नींद खुल गई और उसने तीनों को अनैतिक काम करते देखा. यह देखकर वह चिल्लाने लगी और तीनों ने उसकी हत्या कर दी. तीनों ने हत्या के बाद शव को नहर में फेंकने का सोचा लेकिन मौका न मिलने की वजह से वह ऐसा कर नहीं पाए. वहीं वारदात के बाद तीनों डर गए और जयपुर भाग गए. बाद में विवेकानंद और सोनू को शव ठिकाने न लगाने का डर सताने लगा और वह दोनों दिल्ली वापस आ गए. वहीं फ्लैट से बदबू आने पर विवेकानंद अगरबत्ती जलाता और फिनायल का पोंछा लगता. हालाँकि बाद में विवेकनन्द को पुलिस ने हिरासत में ले लिए और हत्या के पीछे का पर्दा उठाया. 

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