एंटी इनकंबेंसी का डर या मास्टर प्लान! आखिर अरविंद केजरीवाल ने क्यों काटा 18 विधायकों का टिकट?
AAP Candidates List: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी अब तक 31 उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है. चौंकाने वाली बात यह है कि जिन 31 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, उसमें से 18 सीटों पर AAP ने मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है. इसकी क्या वजह है, आइए जानते हैं...;
Delhi Assembly Election 2025: आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपनी दो लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में कुल 31 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. पहली लिस्ट में 11, जबकि दूसरी लिस्ट में 20 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं. इस बार पार्टी ने कई सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं.
दरअसल, 10 साल की एंटी इनकंबेंसी से निपटने के लिए AAP इस बार नए चेहरों को तरजीह दे रही है. अब तक 18 मौजूदा विधायकों का टिकट पार्टी काट चुकी है. इनमें से कई विधायक ऐसे हैं, जो एक से अधिक बार जीत दर्ज कर चुके हैं.
नए चेहरों को दिया मौका
जिन 31 सीटों पर AAP ने उम्मीदवार का एलान किया है, उनमें से 8 सीटों पर पार्टी को पिछले चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. वहीं, तीन सीटों पर मौजूदा विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है. पिछले चुनाव में हारी हुई सीटों पर पार्टी ने पुराने चेहरों पर ही दांव लगाया है. वहीं, जीती हुई अधिकांश सीटों पर पुराने उम्मीदवारों को मौका नहीं दिया गया है.
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और AAP के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को अबकी बार पटपड़गंज की जगह जंगपुरा से चुनावी मैदान में उतारा गया है. वहीं, पटपड़गंज से अवध ओझा को टिकट दिया गया है. डिप्टी स्पीकर राखी बिड़लान को भी मंगोलपुरी की जगह मादीपुर से उतारा गया है.
18 विधायकों का कटा टिकट
AAP की दूसरी लिस्ट तक 18 विधायकों का टिकट कट चुका है. आने वाली लिस्ट में और भी विधायकों के टिकट कटने की संभावना है. आइए, उन विधायकों के बारे में जानते हैं, जिनको इस चुनाव में टिकट नहीं मिल पाया है...
जिन विधायकों का टिकट कटा है, उनमें नरेला सीट से शरद कुमार, तिमारपुर से दिलीप पांडेय, आदर्शनगर से पवन शर्मा, मुंडका से धर्मपाल लाकड़ा, चांदनी चौक से प्रह्लाद, मादीपुर से गिरीश सोनी, जनकपुरी से राजेश ऋषि, पालम से भावना गौड़, बिजवासन से भूपिंदर सिंह जून, जंगपुरा से प्रवीण कुमार, त्रिलोकपुरी से रोहित कुमार, देवली से प्रकाश जारवाल, मटियाला से गुलाब सिंह, सीलमपुर से अब्दुल रहमान, बुराड़ी से ऋतुराज झा, मुस्तफाबाद से हाजी यूनुस, शाहदरा से रामनिवास गोयल और कृष्णा नगर से एस के बग्गा शामिल हैं.
बता दें कि इस बार AAP ने मटियाला से पूर्व विधायक सुमेश सौकीन, सीलमपुर से चौधरी जुबैर अहमद, बुराड़ी से भाजपा से पार्टी में आए अनिल झा, मुस्तफाबाद से आदिल अहमद खान, शाहदरा से पद्म श्री जितेंद्र सिंह शंटी, कृष्णा नगर से विकास बग्गा, त्रिलोकपुरी से अंजना परचा, देवली से प्रेम कुमार चौहान और जंगपुरा से मनीष सिसोदिया को टिकट दिया है.
इसके अलावा, पालम सीट से जोगिंदर सिंह सोलंकी, बिजवासन से सुरेंदर भारद्वाज, जनकपुरी से प्रवीण कुमार, मादीपुर से राखी बिड़लान, चांदनी चौक से पुरनदीप सिंह , मुंडका से जसबीर काराला, आदर्श नगर से मुकेश गोयल, तिमारपुर से सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू और नरेला से दिनेश भारद्वाज को टिकट दिया गया है.
मौजूदा विधायकों का टिकट क्यों काटा गया?
दरअसल, 10 साल से AAP दिल्ली की सत्ता में है. इससे उसे एंटी इनकंबेंसी यानी सत्ता विरोधी लहर का डर है. बीजेपी भी लगातार शराब घोटाला, महिला सुरक्षा और भ्रष्टाचार को लेकर उस पर हमला बोल रही है. केजरीवाल, सिसोदिया और संजय सिंह को जेल भी जाना पड़ा है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, कहा जा रहा है कि AAP के अंदरूनी सर्वे में 18 विधायकों के हारने की संभावना व्यक्त की गई थी. इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए आम आदमी पार्टी ने नए चेहरों को मौका देने, कुछ विधायकों की सीटें बदलने और मौजूदा विधायकों का टिकट काटने का फैसला लिया.