BMW Case में खुल रहे एक के बाद एक राज! आरोपी ने बताया नवजोत को वह क्यों ले गई दूर के अस्पताल में? पढ़ें Top Updates

दिल्ली के धौला कुआं BMW केस में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. हादसे में वित्त मंत्रालय के अधिकारी नवजोत सिंह की मौत हो गई थी जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हुईं. पुलिस पूछताछ में आरोपी गगनप्रीत कौर ने बताया कि वह घबराहट में पीड़ित को 20 किलोमीटर दूर GTB नगर के अस्पताल ले गई, क्योंकि कोविड के दौरान उसके बच्चे वहीं भर्ती हुए थे और वही अस्पताल उसके दिमाग में आया. लेकिन मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि समय रहते नजदीकी अस्पताल ले जाने पर नवजोत की जान बचाई जा सकती थी. इस मामले में अब तक कई गवाहों और डॉक्टरों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं, वहीं पुलिस नशे की आशंका और सबूतों से छेड़छाड़ की जांच भी कर रही है.;

By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 15 Sept 2025 11:48 PM IST

दिल्ली के धौलाकुआं इलाके में हुए भयानक BMW हादसे ने राजधानी को हिला कर रख दिया. रविवार को हुए इस हादसे में वित्त मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी नजवोत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी संदीप कौर गंभीर रूप से घायल हुईं. हादसा तब हुआ जब एक तेज़ रफ्तार नीली BMW उनकी मोटरसाइकिल से टकरा गई.

मुख्य आरोपी, 38 वर्षीय गगनप्रीत कौर, जिन्होंने वाहन चलाया था, उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्होंने घबराहट में पीड़ित को नजदीकी अस्पताल के बजाय GTB नगर के Nulife Hospital ले जाया, जो लगभग 19 किलोमीटर दूर था. गगनप्रीत के अनुसार, उनके बच्चों का कोविड-19 के दौरान वही अस्पताल में इलाज हुआ था, इसीलिए उन्हें यही याद आया.

हादसे की जांच और आरोपी का बयान

साउथ वेस्ट दिल्ली के अतिरिक्त DCP अभिमन्यु पोसवाल ने कहा, 'मुख्य आरोपी गगनप्रीत को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश की जाएगी. हमने हादसे की वजह की भी जांच की. जब उससे पूछा गया कि उसने पीड़ित को 20 किलोमीटर दूर क्यों ले जाया, तो उसने कहा कि वह घबरा गई थी और उसने केवल उस अस्पताल का नाम जाना.'

गगनप्रीत का कहना है कि वह और उनका परिवार गुरुग्राम से घर लौट रहे थे, और दुर्घटना अचानक हुई. उन्होंने दावा किया कि उन्हें नहीं पता कि हादसा कैसे हुआ. पुलिस अभी शराब पीकर वाहन चलाने की संभावना की जांच के लिए टॉक्सिकोलॉजी रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.

पीड़ित का परिवार और FIR की शिकायत

नजवोत सिंह की पत्नी और बेटे का आरोप है कि गगनप्रीत ने जानबूझकर नजदीकी अस्पतालों से बचा. FIR में उन्होंने कहा कि उनका पति अभी जीवित था और बार-बार नजदीकी अस्पताल ले जाने का अनुरोध किया गया, लेकिन आरोपी ने उनकी नहीं सुनी. बेटे का दावा है कि समय पर इलाज मिलने पर पिता बच सकते थे.

अस्पताल का बयान

Nulife Hospital की डायरेक्टर डॉ. शकुंतला कुमार ने बताया, 'पीड़ित को मृत अवस्था में लाया गया था, जबकि उनकी पत्नी स्थिर अवस्था में थी और बाद में अन्य अस्पताल में रेफर की गई. उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में दो अन्य कार सवार मरीजों को इमरजेंसी में इलाज दिया गया.

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

अभिमन्यु पोसवाल ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी ताकि ओवरस्पीडिंग और अन्य पहलुओं का पता लगाया जा सके. गगनप्रीत के पति भी सिर में चोट के साथ अस्पताल में भर्ती हैं. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है और दुर्घटना के कारणों, आरोपी की गलती और किसी संभावित साजिश का पता लगाने की कोशिश कर रही है.

कार में कौन-कौन सवार था?

बताया जा रहा है कि हादसे के समय BMW कार में कुल पांच लोग सवार थे. इनमें मुख्य आरोपी गगनप्रीत कौर के अलावा उनके पति परीक्षित कक्कड़, उनकी छह साल की बेटी, चार साल का बेटा और उनकी मेड शामिल थे. हालांकि, इस हादसे में कार में सवार सभी पांचों को कोई चोट नहीं आई. हादसे के तुरंत बाद गगनप्रीत के पति परीक्षित कक्कड़ अपने बच्चों और मेड के साथ घटनास्थल से चले गए. इसके बाद गगनप्रीत ने ड्राइवर गुलफाम की मदद से नवजोत सिंह और उनकी पत्नी को 20 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया. इसी दौरान नवजोत सिंह की मौत हो गई.

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