दिल्ली में बीजेपी सरकार बनती है तो क्या होंगे इसके मायने?
दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. विधानसभा चुनाव के रुझानों में बीजेपी को 41, जबकि 29 सीटें मिलती हुई दिखाई दे रही है. इस चुनाव में AAP को बड़ा झटका लगा है. उसका लगातार तीसरी बार दिल्ली में सरकार बनाने का सपना टूट गया. आइए, जानते हैं कि बीजेपी की इस प्रचंड जीत के सियासी मायने क्या हैं...;
Delhi Election Results 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के शुरुआती रुझानों के मुताबिक, इस बार बीजेपी की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है. एग्जिट पोल्स में भी यही अनुमान लगाया गया था, जो अब तक सही साबित हो रहे हैं. दिल्ली में बीजेपी का 27 साल का वनवास खत्म होगा.
बीजेपी पहले से ही दिल्ली से सटे राज्यों में सत्ता में है. इनमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान शामिल है. यूपी में बीजेपी 2017 से सत्ता में है. वहीं, हरियाणा में सत्ता विरोधी लहर होने के बावजूद वह सरकार बनाने में कामयाब रही. राजस्थान में उसने 2023 में कांग्रेस से सत्ता छीन ली.
बीजेपी की 20 राज्यों में सरकार
बीजेपी की 20 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में अपनी या सहयोगियों के साथ गठबंधन की सरकार है, लेकिन दिल्ली में वह 1998 से जीत के लिए तरस रही है. उसे 2015 और 2020 में 3 और 8 सीटें ही मिल सकीं. वहीं, AAP ने 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटें मिलीं.
बीजेपी ने AAP के खिलाफ चलाया आक्रामक चुनाव अभियान
इस चुनाव में बीजेपी ने AAP के खिलाफ आक्रामक चुनाव अभियान चलाया. यमुना नदी के प्रदूषित होने का मुद्दा पूरे अभियान में छाया रहा. इसके साथ ही, उसने अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बताकर उसकी भ्रष्टाचार विरोधी छवि को भी ध्वस्त कर दिया.
शीशमहल बना बड़ा मुद्दा
बीजेपी ने सीएम आवास शीशमहल को भी बड़ा मुद्दा बनाया था. इसके साथ ही, पार्टी ने एलान किया कि सरकार बनने पर महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये दिए जाएंगे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में भी इस बात की गारंटी दी कि दिल्ली में गरीबों के लिए किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही, मतदाता बीजेपी की इस बात से सहमत होते हुए दिखाई दिए कि डबल इंजन की सरकार ही दिल्ली का सही तरीके से विकास कर सकती है.
पीएम मोदी के नाम बड़ी उपलब्धि
पीएम मोदी ने नाम बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है. वे लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं, लेकिन अपने कार्यकाल में एक बार भी बीजेपी की दिल्ली में सरकार नहीं बनवा पाए थे. इस चुनाव में रुझानों से उन्हें बड़ी राहत मिली है. वे पहले पीएम बन गए हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनाई है. उन्होंने बीजेपी के 27 साल के सत्ता के वनवास को खत्म किया है.
रुझानों में बीजेपी की सरकार
अभी तक के रुझानों में बीजेपी 42 सीटों पर आगे चल रही है. वहीं, AAP 28 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है. रोहिणी से विजेंद्र गुप्ता, बिजवासन से कैलाश गहलोत, नई दिल्ली से परवेश साहिब सिंह वर्मा, मालवीय नगर से सतीश उपाध्याय, कालकाजी से रमेश बिधूड़ी, पटपड़गंज से रविंदर सिंह नेगी, जंगपुरा से मनीष सिसोदिया, ओखला से अमानतुल्लाह खान और बाबरपुर से गोपाल राय आगे चल रहे हैं.