विपक्ष की नीतियों से किस तरह दिल्ली का दिल जीतेगी AAP, जानें क्या है केजरीवाल की जीत की योजना?
दिल्ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. वैसे ही पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी हो चुका है. विपक्ष के आरोपों के बाद भी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जीत के लिए क्या योजना बना रखी है. आइए जानते हैं.;
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं. सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं. लेकिन इस बीच आम आदमी पार्टी के लिए कई मुश्किल और चुनौतियां सामने आने वाली है. इन चुनौतियों से आखिर कैसे आम आदमी पार्टी आगे निकलेंगे? इसका क्या रास्ता निकालने वाले हैं.
आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि जनता उनकी सरकार और उनके कामकाज से बेहद खुश हैं. इसलिए इस विधानसभा चुनाव में उन्हीं की पार्टी को जीत दिलवाएगी. लेकिन इस बीच सवाल ये भी है कि क्या केजरीवाल अपनी रणनीति के सहारे विरोधी लहरों का सामना कर पाते हैं.
आसान नहीं ये चुनाव
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आप पार्टी के ही बड़े अधिकारियों का ऐसा मानना है कि इस बार का चुनाव उनके लिए बहुत आसान नहीं हने वाला है. भले ही इसके लिए आप ने काफी पहले से शुरुआत कर चुकी है. इसी क्रम में देखा गया है कि पार्टी जनता की राय के आधार पर अपने कार्यकर्ता और विधायकों का सिलेकशन कर रही है. जो नेता पार्टी में रहकर अच्छा नहीं परफॉर्म कर पा रहे उनकी बदली भी की जा रही है. इसलिए शायद पार्टी नए चेहरों को पार्टी में शामिल कर रही है.
बंद हो जाएगी मुफ्त रेवड़ी
जनता को लुभाने के लिए हर चुनाव की तरह इस चुनाव भी केजरीवाल मुफ्त चीजों से उन्हें आकर्षित कर रहे हैं. लेकिन इस बीच कुर्सी भी जाने का उन्हें डर है तो वो यह बात जनता तक पहुंचाने की पूरी कोशिश कर रही है कि अगर सत्ता से आम आदमी पार्टी गई तो ये मुफ्त सेवाएं बंद हो जाएंगी. केजरीवाल का दावा है कि कुर्सी उनके हाथ से गई तो ये मुफ्त सेवाएं भी अपने आप बंद हो जाएंगी.
ऐसे जनता को अपनी ओर कर रहे केजरीवाल
वहीं जनता को अपनी ओर खींचने के लिए केजरीवाल कई मुफ्त योजनाओं के साथ-साथ कई बैठकें कर रहे हैं. इन बैठकों में मतदाता बिजली, पानी और बिजुर्गों के लिए तीर्थयात्रा जैसी सुविधाओं को उन तक पहुंचा रहे हैं. हालांकि जिन योजनाओं को बंद करने का केजरीवाल हवाला दे रहे हैं उसपर विपक्ष दावा कर रही है ऐसा नहीं होगा.