नीतीश कुमार का होगा आखिरी चुनाव... प्रशांत किशोर बोले - 'मैं भी लड़ूंगा, 9 अक्‍टूबर को सरप्राइज के लिए रहिए तैयार'

प्रशांत किशोर ने बिहार मतदाताओं के लिए बड़ा ऐलान किया है कि नीतीश कुमार का यह आखिरी चुनाव हो सकता है. उन्होंने खुद भी इस चुनाव में हिस्सा लेने का संकेत देते हुए 9 अक्टूबर को एक बड़ा सरप्राइज देने का दावा किया है. राजनीति में इस हलचल ने माहौल गर्म कर दिया है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 7 Oct 2025 9:40 AM IST

बिहार की राजनीति में इस बार मुकाबला और दिलचस्प होने वाला है. चुनावी रणनीति के माहिर खिलाड़ी प्रशांत किशोर अब खुद मैदान में उतरने जा रहे हैं. कभी नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी जैसे नेताओं के लिए रणनीति बनाने वाले किशोर अब अपनी पार्टी ‘जन सुराज’ के साथ सत्ता की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं.

उन्होंने ऐलान किया है कि 9 अक्टूबर को पार्टी अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी, जो सबको चौंका देगी. इस लिस्ट में खुद प्रशांत किशोर का नाम भी शामिल होगा. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने बयान में कहा कि यह नीतीश कुमार का आखिरी चुनाव होगा. 

243 सीटों पर दो चरणों में मतदान

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. राज्य की 243 सीटों पर दो चरणों में मतदान होगा. पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को. वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी. बिहार की विधानसभा देश की चौथी सबसे बड़ी है और इस बार मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना जताई जा रही है.

'लिस्ट होगी सरप्राइज से भरी'- किशोर का दावा

पत्रकारों से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि 'जन सुराज पार्टी 9 अक्टूबर को उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करेगी और यह सरप्राइज से भरी होगी. मेरा नाम भी उसी में होगा. हालांकि उन्होंने यह खुलासा करने से इनकार किया कि वे किस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. अब यह तो 9 अक्टूबर को ही पता चलेगा.

नया समीकरण किया पेश 

प्रशांत किशोर ने अपने बयान में एक नया राजनीतिक समीकरण भी रखा. उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में एनडीए और महागठबंधन (अब INDIA ब्लॉक) को मिलाकर कुल 72% वोट मिले थे. बाकी बचे 28% वोट ऐसे हैं जो किसी गठबंधन से जुड़े नहीं हैं. हम उन्हीं वोटर्स का प्रतिनिधित्व करेंगे. इसके आगे उन्होंने कहा कि ' लोग कहते हैं कि जन सुराज दोनों गठबंधनों से 10-10 प्रतिशत वोट खींच लेगी. अगर ऐसा हुआ तो कुल मिलाकर हमें करीब 48% वोट मिल सकते हैं. इतना ही नहीं, उनका दावा है कि जन सुराज अब बिहार की राजनीति में “तीसरी ताकत” बनकर उभरने वाली है, जो पुराने वोट बैंक की दीवारें तोड़ देगी.

नीतीश कुमार का होगा आखिरी चुनाव

प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ' मैं पूरे आत्मविश्वास से कह रहा हूं कि यह नीतीश कुमार का आखिरी चुनाव होगा. वह अगला मकर संक्रांति (जनवरी 2026) 1 ऐनी मार्ग पर नहीं मनाएंगे.'  किशोर का यह बयान न सिर्फ नीतीश सरकार पर सीधा हमला है, बल्कि यह भी संकेत है कि वे अब पूरी तरह राजनीतिक बदलाव के मिशन पर उतर चुके हैं. उन्होंने कहा कि इस चुनाव के बाद बिहार की राजनीति नए अध्याय में प्रवेश करेगी.

तीन मोर्चों की टक्कर: NDA, INDIA ब्लॉक और जन सुराज

आगामी विधानसभा चुनाव में बिहार की सियासी जंग त्रिकोणीय दिख रही है.

  • NDA गठबंधन: बीजेपी, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा और राष्ट्रीय लोक शक्ति पार्टी.
  • INDIA ब्लॉक: आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई(एमएल), सीपीआई, सीपीएम और विकासशील इंसान पार्टी.
  • तीसरी चुनौती: जन सुराज पार्टी, जो पहली बार चुनावी मैदान में उतरेगी और परंपरागत वोट बैंक को झटका देने का दावा कर रही है.

बिहार में चुनावी खेल

बिहार का यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि राजनीतिक सोच में बदलाव का भी संकेत देता है. प्रशांत किशोर, जिन्होंने अब तक दूसरों की जीत के लिए रणनीति बनाई थी, अब अपनी किस्मत खुद आजमाने को तैयार हैं. उनकी एंट्री से मुकाबला और दिलचस्प हो गया है. एक ओर अनुभवी खिलाड़ी नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव हैं, तो दूसरी ओर एक नया दावेदार जो कहता है, “इस बार बिहार अपने भविष्य के लिए वोट करेगा, न कि पुराने नामों के लिए.”

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