लालू परिवार में दरार: रोहिणी आचार्य ने दिया दर्द भरा 'श्राप', बोलीं- किसी घर में रोहिणी जैसी बेटी-बहन पैदा ना हो
लालू प्रसाद यादव के परिवार में छिड़ा विवाद अब सोशल मीडिया पर खुलकर सामने आ गया है. लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने भावुक और तीखे पोस्ट में लिखा - “भगवान करे, इस घर में कभी कोई बेटी न आए.” उनके इस 'शाप' ने परिवार के भीतर चल रहे मतभेदों को और ज्यादा उजागर कर दिया है. आखिर रोहिणी के मन में इतना दर्द क्यों है और विवाद की जड़ क्या है? जानें सब कुछ.;
लालू यादव के परिवार में तनाव चरम पर पहुंच गया है. तेजस्वी बनाम परिवार के अन्य सदस्यों में मनमुटाव अब गाली गलौज से आगे मारपीट और शाप देने तक पहुंच गया है. एक दिन पहले खबर आई थी कि लालू की बेटी रोहिणी आचार्य को चप्पल मारा गया. वो भी भाई के घर में. अब रोहिणी आचार्य का गुस्सा खुलकर सामने आ गया है. रोहिणी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखकर कहा - “भगवान करे, इस घर में कोई बेटी कभी न आए.”
रोहिणी का यह बयान न सिर्फ चौंकाने वाला है बल्कि परिवार के अंदर चल रहे संघर्ष की गहराई को भी दिखाता है. आखिरकार कौन-सी परिस्थितियां रोहिणी को इस तरह के ‘शाप’ देने तक ले आईं?
रोहिणी ने रविवार को अपनी एक पोस्ट में लिखा, 'कल मुझे गालियों के साथ बोला गया कि मैं गंदी हूं और मैंने अपने पिता को अपनी गंदी किडनी लगवा दी. करोड़ों रुपए लिए. टिकट लिया, तब लगवाई गंदी किडनी. सभी बेटी, बहन, जो शादीशुदा हैं उनको मैं बोलूंगी कि जब आपके मायके में कोई बेटा - भाई हो, तो भूल कर भी अपने भगवान रूपी पिता को नहीं बचाएं. अपने भाई, उस घर के बेटे को ही बोले कि वो अपनी या अपने किसी हरियाणवी दोस्त की किडनी लगवा दे ".
उन्होंने आगे कहा, "सभी बहन-बेटियां अपना घर-परिवार देखें. अपने माता-पिता की परवाह किए बिना अपने बच्चे, अपना काम, अपना ससुराल देखें. सिर्फ अपने बारे में सोचें.. मुझसे तो ये बड़ा गुनाह हो गया कि मैंने अपना परिवार, अपने तीनों बच्चों को नहीं देखा. किडनी देते वक्त न अपने पति, न अपने ससुराल से अनुमति ली."
रोहिणी आचार्य यही नहीं रुकी, उन्होंने आगे कहा - "बस अपने अपने भगवान, अपने पिता को बचाने के लिए वो कर दिया, जिसे आज गंदा बना दिया गया. आप सब मेरे जैसी गलती, कभी ना करें. भगवान करे, किसी घर रोहिणी जैसी बेटी ना हो."
इसलिए झेलनी पड़ी बेइज्जती
उन्होंने एक और एक्स पोस्ट में लिखा, "कल एक बेटी, एक बहन , एक शादीशुदा महिला, एक मां को जलील किया. गंदी गालियां दी गईं, मारने के लिए चप्पल उठाया गया, मैंने अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया, सच का समर्पण नहीं किया, सिर्फ और सिर्फ इस वजह से मुझे बेइज्जती झेलनी पडी. कल एक बेटी मजबूरी में अपने रोते हुए मां-बाप बहनों को छोड़ आई. मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया. मुझे अनाथ बना दिया गया."
लालू यादव परिवार के बेटे और बेटियों के बीच लंबे समय से विरासत को लेकर विवाद चल रहा है. मई में तेज प्रताप का एक लड़की से संबंध का मामला सामने आने के बाद लालू यादव ने घर से बाहर निकाल दिया. इसका नतीजा यह हुआ कि पूरे चुनाव प्रचार के दौरान ये मामला छाया रहा. तेज प्रताप यादव ने अलग जनशक्ति जनता दल नाम से पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा. अब चुनाव परिणाम आने के बाद रोहिणी आचार्य पर चप्पल फेंकने का मामला सामने आया है. इस घटना ने रोहिणी इतना व्यथित हैं कि उन्होंने अपने ही पिता के परिवार को श्राप तक दे दिया. साथ ही ये भी कहा कि इस घर में भगवान कभी बेटी न भेजे.