महागठबंधन में महागड़बड़! पहले चरण का नामांकन खत्म लेकिन सीट बंटवारे को लेकर ड्रामा जारी, शाह ने इशारों में बताया कौन होगा CM
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर तनाव जारी है. कई सीटों पर गठबंधन की पार्टियां आमने-सामने हैं, जिससे ‘दोस्ताना संघर्ष’ और मतभेद साफ दिख रहे हैं. इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सारण में BJP का चुनावी अभियान शुरू करते हुए एनडीए की एकता का संदेश दिया और इशारों में स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा.;
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के नामांकन खत्म होते ही महागठबंधन में सीट बंटवारे का नया विवाद उभरकर सामने आया है. गठबंधन के सदस्य दल RJD, कांग्रेस, VIP और वाम दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है, जबकि कई सीटों पर "दोस्ताना टकराव" जारी है. इसी बीच, सीट बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत अभी तक ठंडे बस्ते में हैं और गठबंधन की अंदरूनी राजनीति और जटिल होती जा रही है.
पहले चरण में 121 सीटों के लिए नामांकन जमा हो चुके हैं. कुल 243 सीटों वाले बिहार विधानसभा में महागठबंधन को अभी भी कई संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी रणनीति को अंतिम रूप देना है. कांग्रेस, RJD और VIP के बीच सीटों पर विवाद कई जगहों पर सामने आ रहा है, जिससे गठबंधन कार्यकर्ताओं में असमंजस और उलझन पैदा हो रही है. मिली जानकारी के मुताबिक मुकेश सहनी ने 6 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है जिसमें सूत्रों के मुताबिक यह भी बताया जा रहा है कि मुकेश सहनी खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे.
महागठबंधन की सीट बंटवारे की जद्दोजहद
RJD और कांग्रेस ने कई सीटों पर आमने-सामने उम्मीदवार उतार दिए हैं. वैशाली से कांग्रेस के संजीव सिंह और RJD के अभय कुशवाहा मैदान में हैं. लालगंज में कांग्रेस के आदित्य राज और RJD की शिवानी शुक्ला आमने-सामने हैं. Kutumba सीट पर RJD के वरिष्ठ नेता सुरेश पासवान और कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम की भिड़ंत होगी. VIP ने अब तक 14 सीटों की घोषणा की है, जिसमें अलमनगर, गौरबौराम, दरभंगा टाउन, कुशेश्वर स्थान और औराई शामिल हैं. VIP अध्यक्ष मुकेश सहानी संभवतः दूसरे चरण में चुनाव लड़ेंगे, जबकि उनके भाई संतोष सहानी ने गौरबौराम से नामांकन दाखिल किया. वाम दलों ने भी अपनी-अपनी सूची जारी की है. CPI (ML-L) ने पहले चरण में 14 उम्मीदवार घोषित किए हैं.
'दोस्ताना टकराव' जारी
कुछ सीटों पर गठबंधन के सदस्य दलों के बीच “दोस्ताना लड़ाइयां” देखने को मिल रही हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, विवाद मुख्य रूप से कुछ “गुणवत्ता वाली” सीटों पर है, जहां कांग्रेस अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है. Bachhwara सीट पर कांग्रेस के शिव प्रकाश गरीबदास और CPI के अवधेश कुमार राय आमने-सामने होंगे. इसी तरह वैशाली और लालगंज में भी RJD और कांग्रेस ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे हैं.
VIP और RJD के बीच टकराव
VIP और RJD के बीच बातचीत लगभग टूटने के कगार पर थी. मुकेश सहानी ने गठबंधन छोड़ने की योजना बनाई और पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाने वाले थे. CPI (ML-L) के दीपंकर भट्टाचार्य ने राहुल गांधी से बात कर VIP को मनवाया और गठबंधन में बनाए रखने में मदद की. सहानी ने राहुल गांधी को लिखे पत्र में कहा कि मीडिया में यह खबर फैली कि VIP सीट बंटवारे की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहा. उन्होंने लिखा, “हमारे बीच सहमति थी कि VIP को 35 सीटें दी जाएंगी, लेकिन यह घटकर 18+2 रह गई. यह संख्या का मसला नहीं, बल्कि मेरे लिए विचारधारा और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के हित का मुद्दा है.”
महागठबंधन का कुल बंटवारा
सूत्रों के अनुसार, RJD कुल 130-135 सीटों पर चुनाव लड़ेगा. कांग्रेस लगभग 60 सीटों पर, VIP 15 और वाम दल 28-29 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. CPI (ML-L) 18, CPI 6 और CPI (M) 4 सीटों पर मुकाबला करेगी. RJD ने पहले चरण में 48 उम्मीदवारों की घोषणा की है. इसमें खेसारी लाल यादव (छपरा), तेजस्वी प्रसाद यादव (राघोपुर), ओसामा शाहब (रघुनाथपुर), भाई वीरेंद्र (मनेर), बोगो सिंह (मटिहानी) और अन्य प्रमुख उम्मीदवार शामिल हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को बिहार के सारण जिले में भारतीय जनता पार्टी का चुनावी अभियान शुरू किया. उन्होंने तरैया में आयोजित विशाल रैली को संबोधित करते हुए तरैया के विधायक जनक सिंह और अमनौर विधानसभा के उम्मीदवार कृष्ण कुमार मांटू के समर्थन में जनता से अपील की. इस मौके पर अमित शाह ने बिहार के राजनीतिक इतिहास की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि युवाओं को लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल का 'जंगल राज' याद रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि 'जब आप सारण से अभियान शुरू करते हैं, हमें केवल विजय दिखती है. छपरा, सारण से बेहतर जगह नहीं है, जहां युवाओं को बिहार के उस जंगल राज की याद दिलाई जा सके और इसके खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया जा सके."
'नीतीश कुमार ने बिहार को दिलाई कानून व्यवस्था की राह'
अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने बिहार को अतीत के कानूनहीन 'जंगल राज' से मुक्त कराया. उन्होंने कहा कि 'नीतीश कुमार ने बिहार को जंगल राज से मुक्त कराया. प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले 11 सालों से बिहार के विकास के लिए काम किया है... इन 11 वर्षों ने गरीबों के लिए वरदान साबित हुए हैं." अमित शाह ने एनडीए की एकजुटता को भी रेखांकित किया और स्पष्ट किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि "हम बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ाई लड़ रहे हैं."