प्यार किया, कुछ गलत नहीं किया ... लालू परिवार से बेदखल होने के बाद पहली बार अनुष्का यादव से मिलने पहुंचे तेज प्रताप, देखें वीडियो
तेज प्रताप यादव ने अनुष्का यादव को लेकर पहली बार खुलकर कहा कि प्यार किया तो कोई गलत नहीं किया” और यह स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर उनकी और अनुष्का की तस्वीरें उन्होंने ही पोस्ट की थीं, हालांकि बाद में उन्होंने इसे 'हैकिंग' बताने की कोशिश की. हाल ही में दोनों की नजदीकी तब सार्वजनिक हुई जब तेज प्रताप उनसे मिलने पहुंचे. उन्होंने यह भी कहा कि उनका रिश्ता पारिवारिक है और कोई उन्हें रोक नहीं सकता.;
Tej Pratap Yadav Anushka Yadav Love affair: लालू परिवार और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से बेदखल किए गए पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव यादव पहली बार अनुष्का यादव से मिलने पहुंचे हैं. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हमारा पारिवारिक रिश्ता है. हम सबसे मिलते जुलते रहते हैं.
तेज प्रताप ने कहा, हमारा पारिवारिक रिलेशन हैं, इसीलिए हम यहां आए हैं. कोई हमें आने-जाने से थोड़ी कोई रोकेगा. वहीं, जब एक रिपोर्टर ने सवाल किया कि घर कब लेकर जाएंगे. तो उन्होंने इस पर कोई जवाब नहीं दिया.
"प्यार किया तो किया, कुछ गलत नहीं किया"
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, तेज प्रताप ने एक इंटरव्यू में अनुष्का यादव के साथ अपने रिश्ते को कन्फर्म करते हुए कहा, सोशल मीडिया पर पोस्ट मैंने ही डाला था. प्रेम किया तो किया, कुछ गलत तो नहीं किया. प्रेम तो सब करते हैं. "
तेज प्रताप ने कहा, "कोई जनता के दिल से थोड़ी निकाल देगा. जो बीत गया, उस पर मेरा ध्यान नहीं है. अब जो चुनाव आने वाला है, उस पर फोकस करना है. जनता के बीच जाएंगे और नए तरीके से काम करेंगे."
मां से बात होती है
तेज प्रताप ने लालू परिवार से निकाले जाने पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि कुछ समय के लिए लोग नाराज रहते है, लेकिन धीरे-धीरे सब मान जाते हैं. सब मान जाएंगे. मेरी मां से बात होती है.
25 मई को लालू यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला
बता दें कि 24 मई को तेज प्रताप यादव ने फेसबुक पर अनुष्का यादव के साथ अपनी तस्वीर को शेयर किया और कहा कि वे 12 साल से रिलेशनशिप में हैं. हालांकि, बाद में उन्होंने दावा किया कि उनका अकाउंट हैक हो गया था . इस पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने उन्हें 25 मई को पार्टी और परिवार, दोनों से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया. उन्होंने कहा कि तेज प्रताप का व्यवहार पारिवारिक सिद्धांतों और सार्वजनिक मर्यादाओं के खिलाफ है.
लालू ने स्पष्ट किया कि तेज प्रताप ने 'अनैतिक आचरण' से सामाजिक न्याय के संघर्ष को कमजोर किया. वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि व्यक्तिगत मामले को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन अनुशासन बनाए रखना जरूरी है. कुछ RJD नेता तेज प्रताप के समर्थन में आए तो कुछ ने अनुशासन की बात कही.
नई पार्टी बनाने की खबरों का किया खंडन
तेज प्रताप ने पार्टी से निकाले जाने पर कहा कि वह अकेले नहीं हैं, अखिलेश यादव जैसे अन्य नेता से संपर्क कर रहे हैं और आगे भी राजनीति में अहम भूमिका निभाएंगे. उन्होंने नए दल बनाने की खबरों का खंडन किया, लेकिन खुद को RJD के लिए दुआ करने वाला बताया.