बिहार के किन-किन जिलों कम हुए 2 लाख से ज्यादा वोट? कहां कटे सबसे ज्यादा और कम मतदाता
Bihar Voter Final List 2025: चुनाव आयोग ने 30 सितंबर 2025 को बिहार की Special Intensive Revision (SIR) के बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की. राज्य का कुल मतदाता-पल 7.89 करोड़ (24 जून) से घटकर 7.42 करोड़ हो गया. नेपाल से सटा जिला मधुबनी में सबसे ज्यादा वोट कटे हैं, जबकि मधेपुरा में सबसे कम वोट कटे हैं.;
Bihar SIR Voter Final List: बिहार में एसआईआर का काम समाप्त होने के बाद बिहार के 34 जिलों में मतदाता घटे हैं. जबकि 4 जिलों में इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है. नेपाल और बांग्लादेश की सीमा लगे सभी जिलों में मतदाता घटे हैं. नेपाल से लगे मधुबनी जिले में सबसे ज्यादा 2.66 लाख मतदाता पहले की तुलना में कम हुए हैं. बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के पूर्व जो मतदाताओं के आंकड़े थे, उससे मंगलवार को जारी अंतिम मतदाता सूची के मिलान से यह खुलासा हुआ है.
प्रदेश में विशेष गहन पुनरीक्षण 24 जून, 2025 को शुरू हुआ था. इसके बाद एक सितंबर को ड्राफ्ट सूची प्रकाशित की गई थी. ड्राफ्ट सूची में भी बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटाए गए थे.
मधुबनी में एनडीए, मधेपुरा में महागठबंधन की पकड़ मजबूत
बिहार में 24 जून 2025 को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण की शुरुआत के समय जिलों में मतदाताओं की संख्या एवं अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद मतदाताओं की संख्या में तुलनात्मक रूप से कमी या वृद्धि दर्ज की गई है. अंतिम मतदाता सूची में सबसे अधिक मधुबनी में 2,66,900 मतदाता कम हुए हैं, जबकि सबसे कम मधेपुरा में 6,083 नाम घटे हैं. मधुबनी नेपाल से सटा जिला है. मधेपुरा राजनीतिक रूप से अति संवेदनशील जिला माना जाता है. मधेपुरा को कांग्रेस और आरजेडी का गढ़ तो मधुबनी बीजेपी और जेडीयू का गढ़ है.
यहां सबसे ज्यादा कम हुए वोटर
बिहार के जिन जिलों में दो लाख से अधिक मतदाताओं के नाम कम हुए हैं, उनमें मधुबनी में 2,66,900, पटना में 2,31,900, सारण में 2,31,425 और गोपालगंज में 2,49,380 मतदाता शामिल हैं. पूर्णिया में 1,90,858, भोजपुर में 1,41,383, सीतामढ़ी में 1,77,474, किशनगंज में 1,04,488, सीवान में 1,64,992, औरंगाबाद में 1,59,980, मुजफ्फरपुर में 1,94,737, बेगूसराय में 1,15,692, भागलपुर में 1,81,922, वैशाली में 1,45,596, गयाजी में 1,26,366, सुपौल में 1,03,675 और बांका में 1,06,879 लोगों के नाम कटे हैं। ये ऐसे जिले हैं, जहां एक लाख से दो लाख के बीच मतदाताओं के नाम कम हुए हैं.
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4 जिलों में बढ़ी मतदाताओं की संख्या
बिहार के रोहतास, दरभंगा, नालंदा और शेखपुरा में मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई. बिहार के 34 जिलों में मतदाताओं की संख्या कम हुई है और केवल चार जिलों में वृद्धि हुई है. इन जिलों में रोहतास, दरभंगा, नालंदा और शेखपुरा शामिल हैं. नालंदा जिले में विधानसभा क्षेत्र स्तर पर वृद्धि की जानकारी मिली है. इस जिले के अस्थावां निर्वाचन क्षेत्र में 15,480 नए मतदाता जुड़े हैं. शेखपुरा जिले में विशेष पुनरीक्षण के दौरान 26,256 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं. नालंदा जिले में एक वर्ष में 24,811 नए मतदाता जुड़े.
इन जिलों में कम हो गए मतदाता
एसआईआर सर्वे के बाद बिहार के पूर्णिया, पटना, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर, भोजपुर, कैमूर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, किशनगंज, सारण, सीवान, कटिहार, अररिया, औरंगाबाद, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेगूसराय, नवादा, खगड़िया, भागलपुर, मधुबनी, जहानाबाद, अरवल, वैशाली, गयाजी, शिवहर, पश्चिम चंपारण मधेपुरा, लखीसराय, जमुई, मुंगेर, बांका और बक्सर में मतदाता की संख्या में कमी आई है.