नीतीश कुमार 10वीं बार! CM पद से इस्तीफा देकर सरकार बनाने का पेश किया दावा, 7 Points में पढ़ें NDA के घर में कौन किसका दावेदार?
बिहार में एनडीए विधायक दल द्वारा नीतीश कुमार को अपना नेता चुने जाने के बाद नए सिरे से सरकार बनाने की प्रक्रिया चरम पर पहुंच गई है. इस बीच नीतीश कुमार ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से राजभवन में मुलाकात की और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. साथ ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. अब वह गुरुवार को गांधी मैदान में अपने सहयोगियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.;
बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ गई है. एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने विधानसभा में अपनी मजबूत जीत के बाद नीतीश कुमार को गठबंधन विधायक दल का नेता बुधवार को चुन लिया. सम्राट चौधरी ने नीतीश को एनडीए का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा. जेडीयू के विजेंद्र यादव ने प्रस्ताव का समर्थन किया. LJPR विधायक दल के नेता राजू तिवारी ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया. इसी के साथ यह तय हो गया कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री होंगे.
एनडीए विधायक दल की बैठक में इसका एलान होने के तत्काल बाद नीतीश कुमार राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया. साथ ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. खास बात यह है कि 20 नवंबर को नीतीश कुमार रिकॉर्ड दसवीं बार बिहार का मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उन्हें प्रदेश के राज्यपाल शपथ दिलाएंगे.
पटना के गांधी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य इस मौके पर मौजूद रहेंगे.
1. सरकार गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में
नीतीश कुमार का सीएम पद से इस्तीफे से पहले एनडीए घटक दलों की बैठकों का दौर चला, जहां विधायकों ने नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुनने का प्रस्ताव पारित किया था. विधानमंडल प्रस्तावों के बाद राज्यपाल को विधायकों की सूची सौंपी गई और गुरुवार का शपथ लेने तक नीतीश कुमार कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करेंगे.
2. शपथ ग्रहण गांधी मैदान में 11.30 बजे
नई सरकार के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में सुह 11.30 बजे होगा. इस बार समारोह की स्थान नई परंपरा के अनुसार राजभवन से हट कर गांधी मैदान में आयोजित किया जा रहा है, जो कि राज्य की राजनीति में एक नया संकेत माना जा रहा है. हालांकि, इससे पहले लालू यादव और नीतीश कुमार कई बार गांधी मैदान में सीएम पद की शपथ ले चुके हैं.
3. नई सरकार में भी टॉप थ्री बरकरार
बिहार में सरकार नई होगी, लेकिन सीएम और डिप्टी सीएम वही रहेंगे. यानी नई सरकार में टॉप थ्री बरकरार रहेंगे. बीजेपी विधायक दल ने सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को डिप्टी सीएम बनाए रखने का फैसला किया. सम्राट को नेता और विजय को उप नेता चुना गया. इससे पहले नीतीश भी जेडीयू विधायक दल के नेता चुने गए. इसका मतलब नीतीश फिर सीएम बनेंगे.
4. 10वीं बार सीएम बनने का सियासी और प्रशासनिक महत्व
बिहार में नीतीश कुमार का 10वीं बार मुख्यमंत्री बनना मील का पत्थर साबित होगा. इस बात का जिक्र कर दें कि नई सरकार के सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं. प्रचंड बहुमत वाली सरकार को संभालना, गठबंधन के घटक दलों को संतुष्ट करना तथा विकास-परिवर्तन की गति बनाए रखना, अनुभवी राजनेता नीतीश कुमार के लिए आसान काम नहीं होगा. बावजूद इसके समारोह की भव्यता और लाखों की संख्या में लोगों के शामिल होने की घटना को एनडीए की ओर से शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है.
एनडीए विधायक दल की बैठक से पहले पटना में बुधवार को केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई. सम्राट चौधरी को पार्टी के विधायकों ने अपना नेता चुना. उप नेता विजय सिन्हा को चुना गया. माना जा रहा है कि दोनों नेता डिप्टी सीएम बने रहेंगे. बिहार में नई सरकार के गठन के बाद अब विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रेम कुमार का बनना लगभग तय है.
5. क्या बोले सम्राट चौधरी?
बीजेपी विधायक दल की बैठक में नेता चुने जाने के बाद सम्राट चौधरी ने शीर्ष नेतृत्व का आभार जताया. उन्होंने कहा, पार्टी को धन्यवाद देता हूं. इतना बड़ा दायित्व दिया है. बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने कहा कि सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना गया. विजय सिन्हा को उप नेता चुना गया. कल शपथ ग्रहण भी ऐतिहासिक होगा.
बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक केशव प्रसाद मौर्य ने बैठक के बाद कहा कि सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता चुना गया. जबकि विजय कुमार सिन्हा को उप नेता चुना गया है. बीजेपी की तरफ से ये दोनों नेता हिट हैं और फिट भी हैं. ये जीत का चौका है.
6. मंत्रिमंडल गठन में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन पर जोर
नई सरकार के मंत्रिमंडल में जातिगत, सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने पर जोर रहेगा. जेडीयू नेताओं ने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. सूत्रों के मुताबिक, नए मंत्रिमंडल के खाके पर व्यापक सहमति बन चुकी है.
7. गांधी मैदान में की शक्ति प्रदर्शन
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार को 11.30 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा. प्रशासन ने इसे भव्य आयोजन बनाने की तैयारी कर ली है. मुख्यमंत्री और दो उपमुख्यमंत्री के अलावा लगभग 18 से 20 नए मंत्रियों के शपथ लेने की उम्मीद है. इस बार एनडीए के सभी सहयोगी दलों को समान और संतुलित प्रतिनिधित्व दिए जाने पर भी सहमति बनी है. लाखों की संख्या में लोग इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, जिसे एनडीए का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है.