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बिहार में नई सरकार के गठन की कवायद तेज: बैठकों का दौर जारी, किस मिलेगा कौन सा मंत्रालय? जानें अब तक के अपडेट

Bihar New Government: बिहार में नई सरकार गठन की कवायद तेज हो गई है. BJP-JDU गठबंधन कैबिनेट के फार्मूले को अंतिम रूप देने को प्रस्तावित बैठक दिल्ली में समाप्त हो गई है. सूत्रों के मुताबिक कई पुराने मंत्रियों में अधिकांश की वापसी तय मानी जा रही है. जबकि 5–6 नए चेहरों को भी मौका मिल सकता है. NDA घटक दलों(LJPRV, HAMS और RLJD) में मंत्रालयों को लेकर चर्चा चरम पर है.

बिहार में नई सरकार के गठन की कवायद तेज: बैठकों का दौर जारी, किस मिलेगा कौन सा मंत्रालय? जानें अब तक के अपडेट
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Bihar New Government 2025: बिहार की राजनीति एक बार फिर तेज रफ्तार में है. चुनाव नतीजों के बाद सरकार गठन की तैयारियां अपने अंतिम दौर में पहुंच चुकी हैं. BJP और JDU के बीच बैठकों का दौर जारी है और नई कैबिनेट में कौन-कौन शामिल होगा. इस पर पूरे प्रदेश की नजर टिकी है. पुराने मंत्रियों के साथ-साथ कई नए चेहरों के प्रवेश की चर्चा सबसे ज्यादा गर्म है. NDA के सहयोगी दलों (LJP RV, HAM और RLJD) की हिस्सेदारी भी इस बार काफी अहम मानी जा रही है. आइए, जानतें हैं कैबिनेट के फॉर्मूले से लेकर संभावित नामों तक-अंदर क्या चल रहा है.

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) द्वारा 2025 के विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत हासिल करने के चार दिनों बाद 19 नवंबर को वर्तमान सरकार भंग होने के बाद गुरुवार (20 नवंबर) को एक नई सरकार बनने के लिए पूरी तरह तैयार है. निवर्तमान कैबिनेट में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के मंत्री विजय कुमार चौधरी के हवाले से कहा गया है कि नीतीश कुमार नई सरकार बनाने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए बुधवार (19 नवंबर) को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. कल ही बीजेपी विधायक दल की बैठक है. बैठक में बीजेपी विधायक दल नेता का चुनाव होगा. संभवत: इसके बाद नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे.

इस बीच बिहार में सरकार गठन को लेकर मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर अंतिम चरण की बातचीत हुई. इस बैठक में जेडीयू सांसद संजय झा, केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए. बैठक तीन घंटे से ज्यादा देर तक चली. बैठक के बाद संजय झा अमित शाह के आवास से बाहर निकल गए हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में सीएम, डिप्टी सीएम, और कैबिनेट मंत्रियों के नाम को अंतिम रूप दिया गया. हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं का गया है.

इस नेता को मिल सकती स्पीकर की जिम्मेदारी

बिहार में नई सरकार के गठन की तैयारियों के बीच विधानसभा के नए स्पीकर को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. जेडीयू और बीजेपी के बीच इस पद को लेकर दो दिनों से मंथन चल रहा था. अब खबर यह है कि स्पीकर बीजेपी का कोई नेता होगा. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के सीनियर नेता और गया टाउन सीट से विधायक डॉ. प्रेम कुमार का नाम स्पीकर पद के लिए सबसे आगे चल रहा है. मंगलवार को डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के सरकारी आवास पर प्रेम कुमार पहुंचे, जहां दोनों नेताओं के बीच महत्वपूर्ण राजनीतिक बातचीत हुई. विजय सिन्हा से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में प्रेम कुमार ने कहा कि “पार्टी जो तय करेगी, उस भूमिका में रहेंगे. पार्टी की ओर से जो भी निर्देश मिलेगा, उसका पालन किया जाएगा.” उनके इस बयान को राजनीतिक हलकों में स्पीकर पद की संभावनाओं से जोड़कर देखा जा रहा है. निवर्तमान सरकार में विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव थे.

मौर्य ऑब्जर्वर नियुक्त

केशव प्रसाद मौर्य को ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है. इसके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और बीजेपी नेता साध्वी निरंजन ज्योति भी सह पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करेंगे.

नए चेहरों को भी मिलेगी मंत्रिमंडल जगह

एनडीए में शामिल सभी दल एक ऐसे फॉर्मूले पर सैद्धांतिक रूप से सहमत हो गए हैं, जिसके तहत प्रत्येक छह विधायकों पर एक मंत्री पद आवंटित किया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, बीजेपी और जेडीयू दोनों ही कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करने पर विचार कर रहे हैं. इसके साथ ही मौजूदा मंत्रियों की हिस्सेदारी भी लगभग बरकरार रखी जाएगी.

सूत्रों ने बताया कि जेडीयू अपने अधिकांश मंत्रियों को बरकरार रख सकता है. पिछले मंत्रिमंडल के 25 में से 24 मंत्री इस बार चुनाव जीतने में सफल रहे हैं.जबकि सुमित कुमार सिंह अपनी सीट नहीं बचा सके. सुमित कुमार सिंह 2020 में निर्दलीय जीतकर बाद में जेडीयू कोटे से मंत्री बने थे.

नीतीश के नए मंत्रिमंडल में कौन सा मंत्रालय और विभाग किसके हिस्से में आएगा, इसको लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हैं. लेकिन इतना तय है कि हर बार की तरह इस बार भी नीतीश कुमार गृह विभाग और प्रशासनिक सेवा सहित कई अहम मंत्रालय अपने पास ही रहेंगे. वहीं बीजेपी विधानसभा स्पीकर, वित्त मंत्रालय, पीडब्लूडी, आबकारी, स्वास्थ्य व अन्य मंत्रालय अपने पास रखने पर जोर दे रही है.

चिराग के इन साथियों को मिल सकता है मौका

जेडीयू और बीजेपी के अलावा, केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) भी नई सरकार में शामिल होंगे. सूत्रों के अनुसार, लोजपा को तीन मंत्री पद और हम व रालोमो को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना है. बीजेपी से अधिकतम 16 और जदयू से 14 मंत्री, एलजेपीआर से तीन, हम और राष्ट्रीय लोक मंच की ओर एक एक-एक मंत्री 20 नवंबर को शपथ ग्रहण कर सकते हैं. लोजपा रामविलास की ओर राजू तिवारी का नाम मंत्रिमंडल में तय माना जा रहा है.

जेडीयू की ओर से संभावित मंत्री

जेडीयू के जिन नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है, उनमें बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, सुनील कुमार, लेसी सिंह, शीला मंडल, मदन सहनी, रत्नेश सदा, मोहम्मद जमा खान, जयंत राज, उमेश सिंह कुशवाहा और अशोक चौधरी को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर विचार किया जा रहा है.

जेडीयू के नए चेहरों में प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुमार, राहुल कुमार सिंह, सुधांशु शेखर, कलाधर प्रसाद मंडल और पन्ना लाल सिंह पटेल के नामों पर विचार किया जा रहा है.

बीजेपी के संभावित मंत्री

बीजेपी के मौजूदा मंत्रियों को मंत्रिमंडल में फिर जगह मिलने की संभावना है. बीजेपी की तरफ से अधिकांश मौजूदा मंत्रियों को दोबारा मौका मिल सकता है. इनमें सम्राट चौधरी, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय, विजय कुमार सिन्हा, नीतीश मिश्रा, रेनू देवी, जिबेश कुमार, नीरज कुमार सिंह, जनक राम, हरि साहनी, केदार प्रसाद गुप्ता, सुरेंद्र मेहता, संतोष कुमार सिंह और सुनील कुमार शामिल हैं. बीजेपी के नए चेहरों में राणा रणधीर, गायत्री देवी और विजय कुमार खेमका को मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है.

ये नेता होंगे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल

शपथ ग्रहण समारोह के लिए ऐतिहासिक गांधी मैदान को 20 नवंबर तक आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है. समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनडीए के कई वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं. इस कवायद के साथ ही बिहार की नई सरकार में राजनीतिक समीकरण और घटक दलों का संतुलन तय करना अहम होगा.

20 नवंबर को होगा शपथ ग्रहण समारोह

बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के मुताबिक कि 20 नवंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से पहले बुधवार को भाजपा की एक पार्टी बैठक होगी, जिसके बाद एनडीए के विधायक दल की बैठक होगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों के साथ शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे. नीतीश कुमार अपने सहयोगियों के साथ पटना के गांधी मैदान में लेंगे शपथ.

आज जेडीयू विधायक दल की बैठक होगी. जबकि एनडीए के अगले नेता के चुनाव की प्रक्रिया 19 नवंबर तक पूरी होने की उम्मीद है. उसके बाद राज्यपाल से मिलकर नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा सौंप देंगे.

राज्यपाल कल जारी कर सकते हैं अधिसूचना

कुल मिलाकर बिहार में नई सरकार गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. चुनाव आयोग आज 18वीं बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सौंपेगा, जिसके बाद नई विधानसभा को अधिसूचित किया जाएगा और आदर्श आचार संहिता औपचारिक रूप से हटा दी जाएगी.

इस बीच, नीतीश कुमार ने सोमवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई, जिसमें निवर्तमान 17वीं विधानसभा को भंग करने की मंजूरी दी जाएगी और उसके बाद राजभवन को अपना इस्तीफा सौंपेंगे, जिससे एनडीए के लिए सरकार बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा. पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां चल रही हैं. भाजपा के वरिष्ठ मुख्यमंत्रियों के भी शामिल होने की उम्मीद है.

विधानसभा में एनडीए को प्रचंड बहुमत

एनडीए 18वीं विधानसभा में निर्णय जनादेश के साथ सरकार बनाने की प्रक्रिया में जुटी है. भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. उसके ठीक बाद 85 सीटों के साथ जेडीयू दूसरे स्थान पर है. आरएलजेपी ने 19, एचएएम ने 5 और राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने 4 सीटें जीतीं. 2020 में कड़ी चुनौती देने वाला महागठबंधन इस बार केवल 35 सीटों पर सिमट गया है, क्योंकि राजद और कांग्रेस, दोनों के समर्थन में भारी गिरावट आई है. कांग्रेस को 8.71 प्रतिशत वोट शेयर के बावजूद केवल छह सीटें ही मिल पाईं.

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