बिहार चुनाव से पहले पटना की जनता को मिलेगी सौगात, CM नीतीश कुमार 6 अक्टूबर को करेंगे मेट्रो का उद्घाटन, जानें खासियत
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले सीएम नीतीश कुमार सोमवार 6 अक्टूबर को पटना मेट्रो का उद्घाटन करेंगे. मेट्रो में तीन कोच होंगे. जिनकी कुल क्षमता लगभग 900 यात्रियों की होगी. कोचों में सीसीटीवी कैमरे, आपातकालीन बटन, और आधुनिक ट्रेन नियंत्रण प्रणाली जैसी सुविधाएं मिलेगी.;
Patna Metro: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता को बड़ी सौगात मिलने वाली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ट्रांसपोर्ट को आसान करने के लिए नई पहल कर रहे हैं. सोमवार 6 अक्टूबर को सीएम पटना मेट्रो का उद्घाटन करेंगे. यह मेट्रो रेड लाइन के न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से जीरो माइल होते हुए भूतनाथ स्टेशन तक चलेगी.
सीएम नीतीश मेट्रो कॉरिडोर वन के पटना जंक्शन सहित 6 अंडरग्राउंड स्टेशन और 9.35 किलोमीटर लंबे टनल का भी शिलान्यास करेंगे. शनिवार को CMRS जनक कुमार गर्ग ने मेट्रो परिचालन के लिए पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को हरी झंडी दिखाई.
पटना मेट्रो का ट्रायल
29 सितंबर को मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (CMRS) जनक कुमार गर्ग ने पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर का अंतिम ट्रायल रन किया. जिसमें सिग्नलिंग, ब्रेकिंग सिस्टम, ट्रैक मजबूती और ट्रेन की गति की जांच की गई. इस ट्रायल के सफल होने के बाद मेट्रो परिचालन के लिए हरी झंडी मिल गई है.
इससे पहले 29 सितंबर को डिपो और तीन प्रमुख स्टेशनों का निरीक्षण भी किया गया था और मेट्रो का ट्रायल रन सफल रहा. मेट्रो रेल सेवा के शुरू होने से पटना शहर में यातायात की समस्या में कमी आने की उम्मीद है.
9.35 किमी लंबा टनल
पटना मेट्रो कॉरिडोर-1 के तहत पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर तक 9.35 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग का निर्माण किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 2,565.80 करोड़ रुपये है और निर्माण कार्य 42 महीने में पूरा किया जाएगा. पहले फेस में रुकनपुरा, राजा बाजार और चिड़ियाघर स्टेशन बनेगा. पाटलिपुत्र एलिवेटेड स्टेशन के बाद रुकनपुरा रैंप से विकास भवन तक टनल का निर्माण करवाया जाएगा, जिसके लिए 1147.50 करोड़ खर्च किए जाएंगे.
पटना मेट्रो की खासियत
- पटना मेट्रो में तीन कोच होंगे. जिनकी कुल क्षमता लगभग 900 यात्रियों की होगी.
- मेट्रो के कोचों की बाहरी दीवारों पर प्रसिद्ध मधुबनी पेंटिंग्स और बिहार के ऐतिहासिक स्थलों की चित्र ने हुए हैं. जैसे- गोलघर, महावीर मंदिर, और महाबोधि मंदिर.
- कोचों में सीसीटीवी कैमरे, आपातकालीन बटन, और आधुनिक ट्रेन नियंत्रण प्रणाली जैसी सुविधाएं मिलेगी.
- मेट्रो प्रणाली में बिजली बचाने की तकनीकों का उपयोग किया गया है, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव कम होगा.
- मेट्रो सेवा बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन की गई है, जिससे यात्रियों को राज्य की समृद्ध संस्कृति का अनुभव होगा.