Bihar Chunav 2025: बीजेपी-जेडीयू के बीच बड़े भाई की भूमिका को लेकर 'रार', क्या करेंगे चिराग?
Bihar Assembly Election 2025: हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तरह भारतीय जनता पार्टी (BJP) बिहार में अपने चुनावी प्रदर्शन को दोहराने के लक्ष्य पर काम कर रही है. दूसरी तरफ चिराग पासवान की बेचैनी ने चुनाव से ठीक पहले यानी 2020 के चुनाव की तरह सीटों के बंटवारे को पेचीदा बना दिया है.;
Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अभी महागठबंधन के दलों में कम, एनडीए में शामिल पार्टियों के बीच सरगर्मी चरम पर है. एक तरफ चिराग पासवान सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी और जेडीयू के बीच बड़े भाई व सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर तकरार की स्थिति है. हालांकि, इसको लेकर अभी बातें बाहर नहीं आई हैं, लेकिन अंदर खाने दोनों दलों के नेता ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा कर रहे हैं.
ऐसे में अहम सवाल यह उठता है कि एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान क्या करेंगे? ऐसा इसलिए कि जीतन राम की पार्टी हिन्दुस्तान अवामी मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी भी पहले से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की मंशा पाले हुए है? दूसरी तरफ चिराग पासवान की सियासी महत्वाकांक्षा भी चरम पर है.
क्या सीट बंटवारे का आधार बनेगा लोकसभा चुनाव?
बिहार के सियासी जानकारों का कहना है कि 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए समीकरण जेडीयू के पक्ष में बदलने की उम्मीद है. चर्चा है कि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेता 2024 के लोकसभा चुनावों की तर्ज पर बिहार विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे पर समझौता कर सकते हैं.
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में बीजेपी, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड), चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) शामिल हैं.
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 17, जेडीयू ने 16, एलजेपीआर ने 5 और एचएएम तथा आरएलएम ने एक-एक सीट पर चुनाव लड़ा था. संसदीय चुनावों में बीजेपी को थोड़ी बढ़त मिली थी. बावजूद इसके जेडीयू की बीजेपी से एक या दो सीट अधिक पर चुनाव लड़ने की संभावना है.
फिलहाल, बिहार में एनडीए में सीटों के समीकरण को लेकर चर्चा यह है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से जेडीयू 102-103 सीटों पर और बीजेपी 101 से 102 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. शेष 40 सीटें चिराग पासवान की एलजेपी, एचएएम और आरएलएम (RLM) के बीच बांटी जाएंगी. संसद में अपने 5 सदस्यीय प्रतिनिधित्व को देखते हुए एलजेपी को छोटे सहयोगियों में सबसे बड़ा हिस्सा मिलने की उम्मीद है. एलजेपीआर को 25 से 28 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है.
एचएएम (HAM) को 6 से 7, जबकि आरएलएम को 4 से 5 सीटें आवंटित की जा सकती हैं. सीटों का बंटवारा इस साल की शुरुआत में बिहार के सभी विधानसभा क्षेत्रों में राजनीतिक भावना को समझने के लिए किए गए बीजेपी के आंतरिक सर्वेक्षणों के आधार पर किया जा रहा है.
'पीके-चिराग बीजेपी को करेंगे मजबूत'
बिहार की राजनीति में अच्छी पकड़ रखने वाले एक वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि बिहार में जेडीयू और बीजेपी दोनों ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, लेकिन बीजेपी का पुराना रिकॉर्ड रहा है कि वो टिकट बंटवारे के अंतिम चरण में सहयोगी दलों से समझौता कर लेती है. जेडीयू और बीजेपी के बीच समान सीट या एक या दो सीट कम या ज्यादा के आधार पर आपसी सहमति बनने की संभावना है.
हालांकि, एलजेपीआर प्रमुख चिराग पासवान की बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. उनकी बेचैनी यह है कि वो जितनी सीटें मांग रहे हैं, वो इस बार भी मिलना मुश्किल है. कहा यह भी जा रहा है कि इस बार भी चिराग और प्रशांत किशोर बीजेपी को मजबूत करने की कोशिश करेंगे. चिराग के पक्ष में सकारात्मक बात यह है कि प्रदेश के युवा उन्हें 'यूथ आइकॉन' के रूप में देखते हैं. वो अर्बन बिहार के प्रतीक बन गए हैं.
नीतीश ही निभाएंगे बड़े भाई की भूमिका- महेंद्र राम
बिहार जेडीयू कार्यकारिणी के सदस्य महेंद्र राम का सीटों के समीकरण को लेकर कहना है क इस बार भी सभी लोग मिलकर चुनाव लड़ेंगे. एनडीए गठबंधन का नारा है बिहार चुनाव 2025 में जीतेंते 225. नीतीश कुमार ही फिर बनेंगे सीएम. जेडीयू इस बार सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और नीतीश बिहार में बड़े भाई की भूमिका में पहले की तरह बने रहेंगे. जहां तक चिराग पासवान की द्वारा ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की बात है तो हर नेता की इच्छा होती है कि उसकी पार्टी ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़े, लेकिन वो चुनाव उन्हीं सीटों पर लड़ेंगे जो एनडीए कोटे से उनके लिए तय होगा. इस बार चिराग पूरा दमखम दिखाएंगे और एनडीए को मजबूत करेंगे.
युवाओं को चिराग पर भरोसा ज्यादा- विभय झा
इसके जवाब में एलजेपीआर के प्रवक्ता विभय झा का कहना है कि चाहे समीकरण कुछ भी क्यों न हो हमारी पार्टी 35 से 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अभी एलजेपीआर की तैयारी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की है. बिहार के युवाओं में चिराग पासवान पर भरोसा ज्यादा है.