चुनाव में फायदा मिले इसलिए... मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या पर अनंत सिंह का सामने आया बयान, तेजस्वी क्या बोले?

बिहार के मोकामा में चुनावी हिंसा ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है. जन सुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले पर हुए हमले में उनके समर्थक दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. परिजनों ने जदयू नेता अनंत सिंह पर आरोप लगाया, वहीं अनंत सिंह का कहना है कि हत्या सूरजभान सिंह ने करवाई ताकि चुनाव में फायदा मिल सके. इस बीच RJD नेता तेजस्वी यादव ने हिंसा की निंदा की और चुनाव आचार संहिता के बावजूद हथियारबंद लोगों की मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए प्रधानमंत्री से जवाब मांगा.;

( Image Source:  X/@socially321/ news pinch )
By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 30 Oct 2025 7:13 PM IST

Anant Singh on Mokama Murder Case: बिहार के मोकामा में चुनावी हिंसा की बड़ी घटना सामने आई है. यहां जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले पर हमलाकर उनके समर्थक दुलारचंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. आरोप है कि यह हमला जदयू नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह के समर्थकों ने किया. अब इस मामले पर अनंत सिंह का बयान सामने आया है.

अनंत सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दुलारचंद यादव की हत्या सूरजभान सिंह ने कराया, ताकि वे चुनाव जीत सकें. उन्होंने कहा कि सूरजभान की फुल तैयारी यही थी कैसे लड़ाई झगड़ा हो जाए और उसे इसका फायदा मिल सके. अनंत ने कहा कि हम आगे निकल गए थे. हमारे काफिले की कुछ गाड़ियां पीछे थी.

दुलारचंद यादव को कहा जाता था टाल का बेताज बादशाह

बता दें कि दुलारचंद यादव को टाल का बेताज बादशाह कहा जाता था. वे जन सुराज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए वोट मांगने मोकामा गए थे. परिजनों ने उनकी हत्या का आरोप अनंत सिंह पर लगाया है, जबकि अनंत सिंह ने सूरजभान सिंह पर हत्या का आरोप मढ़ा है.

तेजस्वी यादव ने क्या कहा?

मोकामा हत्याकांड पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में हिंसा की कोई जरूरत नहीं है. हम कभी हिंसा के पक्षधर नहीं रहे हैं. अभी आचार संहिता है, फिर भी चुनाव के दौरान कैसे कुछ लोग बंदूक गोली लेकर घूम रहे हैं? प्रधानमंत्री 30 साल पुरानी बाते करते हैं। 30 मिनट पहले क्या हुआ?

तेजस्वी ने कहा कि आज ASI की सिवान में गला रेतकर हत्या हो गई. मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई, ये क्या है? प्रधानमंत्री को ये चीजे देखनी चाहिए. किन लोगों ने इन अपराधियों को संरक्षण दिया है? आचार संहिता में बंदूक लेकर घूमने को कौन सा राज कहा जाएगा? 

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