Year Ender 2025: फाइबर मैक्सिंग से लेकर ओटज़ेम्पिक डाइट तक साल 2025 में इन डाइट ट्रेंड ने बदला लोगों का लाइफस्टाइल
साल 2025 में डाइट सिर्फ वजन घटाने का ज़रिया नहीं रही, बल्कि लोगों की पूरी लाइफस्टाइल बदलने का एक तरीका बन गया. सोशल मीडिया, फिटनेस इंफ्लुएंसर्स और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के बीच कई नए डाइट ट्रेंड सामने आए, जिन्होंने खाने को लेकर लोगों की सोच को नया मोड़ दिया.;
साल 2025 में डाइट का मतलब सिर्फ वजन घटाना नहीं रहा. यह साल खाने को लेकर समझदारी, संतुलन और शरीर की ज़रूरतों को समझने का साल बन गया. सोशल मीडिया, फिटनेस इंफ्लुएंसर्स और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स के बीच कई डाइट ट्रेंड्स चर्चा में रहे. जहां कुछ ने लोगों की खाने की आदतों को हमेशा के लिए बदल दिया.
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कहीं फाइबर से भरपूर प्लेट्स चर्चा में रहीं, तो कहीं वायरल ड्रिंक्स और शॉर्टकट वेट लॉस फॉर्मूले सुर्खियों में छाए रहे. चलिए जानते हैं इस साल कौन-से डाइट ट्रेंड्स को सबसे ज्यादा फॉलो किया गया.
ओट्ज़ेम्पिक डाइट ट्रेंड
नहीं-नहीं ये ओजेंपिक नहीं है, बल्कि यह एक ड्रिंक है, जिसे ओट्ज़ेम्पिक कहा जाता है. 2025 की शुरुआत में “Oatzempic” नाम का ड्रिंक सोशल मीडिया खूब वायरल हुआ था. ओट्स, पानी और नींबू से बने इस ड्रिंक को वजन घटाने का शॉर्टकट बताया गया. हालांकि, कुछ ही महीनों में न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स ने इसे इंबैलेंस बताया.
फाइबरमैक्सिंग
2025 की शुरुआत में जिस शब्द ने सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं, वह फाइबर मैक्सिंग डाइट ट्रेंड था. इसका सीधा मतलब है कि अपनी प्लेट को फाइबर से भर देना. इसमें साबुत अनाज, दालें, बीज, सब्ज़ियां और फल खाए जाते हैं. लोगों ने महसूस किया कि ज्यादा फाइबर खाने से डाइजेशन बेहतर होता है, ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है और देर तक भूख नहीं लगती. यह कोई तुरंत होने वाला जादू नहीं था, बल्कि न्यूट्रिशनल साइंस पर आधारित एक टिकाऊ तरीका था, जिसने इसे बाकी डाइट्स से अलग बना दिया.
18-10-8-4-1 रूटीन
साल 2025 में एक और ट्रेंड तेजी से वायरल हुआ, जिसे 18-10-8-4-1 लाइफस्टाइल फॉर्मूला कहा गया. इसमें 18 घंटे फास्टिंग, 10 हजार कदम चलना, 8 गिलास पानी पीना, 4 संतुलित भोजन और 1 सेल्फ-केयर एक्ट शामिल था. यह डाइट ट्रेंड भी जमकर फॉलो किया गया. यह ट्रेंड बताता है कि हेल्दी रहने के लिए किसी एक चीज़ को एक्सट्रीम ले जाने की ज़रूरत नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की छोटी आदतों में बैलेंस ही असली चाबी है.
GLP-1 डाइट
जैसे-जैसे वजन घटाने की दवाओं का चलन बढ़ा, वैसे-वैसे “GLP-1 Companion Diet” सामने आई. इस डाइट में हाई प्रोटीन खाने और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर जोर दिया गया, ताकि वजन कम होने के साथ मांसपेशियों की ताकत बनी रहे. लोगों ने कैलोरी घटाने के बजाय स्मार्ट न्यूट्रिशन को अपनाया, जिससे यह ट्रेंड तेजी से फेमस हुआ.