Begin typing your search...

गोवा का अनोखा गांव, जो साल में बस एक बार देता है दिखाई, पानी के अंदर रहता है गायब

कल्पना कीजिए, एक ऐसा गांव जहां लोग 11 महीने पानी की चादर के नीचे छिपा रहता है, और सिर्फ एक महीने ही नजर आता है. भारत के 6 लाख से ज्यादा गांवों में हर एक की अपनी अनोखी पहचान है. लेकिन गोवा का ये गांव तो जैसे जादू का खेल खेलता है.

गोवा का अनोखा गांव, जो साल में बस एक बार देता है दिखाई, पानी के अंदर रहता है गायब
X
( Image Source:  AI SORA )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 27 Dec 2025 4:09 PM IST

गोवा अपनी खूबसूरत समुद्री तटों और नाइटलाइफ के लिए ही नहीं, बल्कि अपने रहस्यमयी किस्सों के लिए भी जाना जाता है. यहां एक ऐसा अनोखा गांव है, जो साल में 11 महीने समय नजर ही नहीं आता है. यह गांव सिर्फ एक महीने ही दिखाई देता है.

स्‍टेट मिरर अब WhatsApp पर भी, सब्‍सक्राइब करने के लिए क्लिक करें

यही वजह है कि इस गांव को देखने के लिए लोग साल के उसी खास वक्त का इंतजार करते हैं, जब पानी के नीचे छिपा यह गांव कुछ दिनों के लिए फिर से सामने आता है.

11 महीने गायब रहता है गांव

गोवा को हम बीचों और मस्ती के लिए तो जानते ही हैं, लेकिन यहां साउथ गोवा में छिपा कुर्डी गांव है. ये गांव साल के ज्यादातर दिनों में बांध के पानी में गुम रहता है. सिर्फ मई का महीना आते ही, जब पानी पीछे हटता है, तब ये गांव धीरे-धीरे सतह पर तैरता हुआ नजर आता है. जैसे कोई पुरानी यादें जाग उठी हों!

क्या है गायब गांव की कहानी?

दरअसल इस गायब गांव की भी एक कहानी है. साल 1980 के आसपास साउथ गोवा में पानी की भारी तंगी पड़ गई थी. लोगों को राहत देने के लिए एक विशाल बांध बनाने का फैसला हुआ. 1986 में सलौली बांध बनकर तैयार हो गया. इसके चारों ओर 5 किलोमीटर का इलाका खाली करा लिया गया, ताकि पानी इकट्ठा हो सके. इसी इलाके में पड़ता था कुर्डी गांव. वहां के 600 से ज्यादा परिवारों को नई जगह शिफ्ट कर दिया गया. मकान, दुकानें, कारखाने सब पानी के नीचे दब गए. लेकिन हर मई-जून में सूखे के दिनों में ये सब फिर से उभर आते हैं!

बन चुका है टूरिज्म हॉटस्पॉट

जब गांव ऊपर आता है, तो पुराने बाशिंदे अपनी जड़ों से जुड़ने आते हैं. वे टूटे घरों को निहारते हैं, यादें ताजा करते हैं. धीरे-धीरे ये बात फैल गई, और आज ये पर्यटकों के लिए हॉटस्पॉट बन चुका है. गर्मियों में लोग खूब आते हैं. पुराने घरों के अलावा यहां 18वीं सदी का सोमेश्वर मंदिर और एक प्राचीन गिरजाघर भी है.

गोवा घूमने का ये राज़ न भूलें

अगली बार मई-जून में गोवा प्लान करें, तो पणजी से 65 किलोमीटर दूर इस गांव को जरूर देखें. ये जगह आपको प्रकृति के खेल और मानवीय जज्बातों की अनोखी मिसाल देगी. तैयार हैं ना इस एडवेंचर ट्रिप के लिए?

India News
अगला लेख