दो घंटे बचे हैं लड़की के फेरे होने में, और यह अपने एक्स से मिलने आई है... क्या सच में ऐसा हुआ? जानें VIRAL VIDEO की हकीकत
सोशल मीडिया पर शादी से दो घंटे पहले 'एक्स' से मिलने का दावा करने वाला वायरल वीडियो पूरी तरह फर्जी और स्क्रिप्टेड निकला. यह वीडियो एक कंटेंट क्रिएटर द्वारा जानबूझकर बनाया गया था, जिसका मकसद सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल होना था. वीडियो में कैमरा और माइक पहले से ऑन होना इसकी सच्चाई को उजागर करता है. इसलिए किसी भी वीडियो पर आंख मूंदकर भरोसा करना ठीक नहीं है.;
Fake Love Story Viral Video: सोशल मीडिया पर बीते कुछ दिनों से एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक लड़की अपनी शादी से महज दो घंटे पहले अपने एक्स बॉयफ्रेंड से मिलने पहुंची. वीडियो सामने आने के बाद इंटरनेट पर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। किसी ने इसे अधूरी मोहब्बत की कहानी बताया, तो किसी ने लड़की की शादी टूटने की दुआ तक कर डाली. कई यूज़र्स ने इसे सच्चे प्यार की जीत मानते हुए भावुक प्रतिक्रियाएं दीं.
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हालांकि, इस वायरल वीडियो की सच्चाई कुछ और ही निकली है. जांच में सामने आया है कि यह वीडियो पूरी तरह स्क्रिप्टेड है और इसे एक कंटेंट क्रिएटर द्वारा जानबूझकर बनाया गया था. संबंधित कंटेंट क्रिएटर पहले भी इसी तरह के इमोशनल और ड्रामेटिक वीडियो बनाता रहा है, जिनका मकसद सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल होना होता है.
पूरी प्लानिंग के साथ बनाया गया वीडियो
वीडियो को ध्यान से देखने पर कई अहम संकेत साफ नजर आते हैं. वीडियो में लड़के का कैमरा और माइक्रोफोन पहले से ऑन था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि रिकॉर्डिंग अचानक नहीं बल्कि पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी. इसके अलावा, लड़की भी पूरी तरह कैमरे की मौजूदगी से वाकिफ दिखती है और उसका व्यवहार किसी अचानक हुई मुलाकात जैसा नहीं लगता.
X यूजर्स बोले- ये क्या चल रहा है आजकल
वायरल वीडियो पर X यूजर्स ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं. एक ने लिखा- ये क्या चल रहा है आजकल. दूसरे ने कहा- हां कंटेंट के लिए सब कुछ... तीसरे ने लिखा- एक बार तो मौका मिल गया है, लेकिन क्या ये जो लड़की ने किया, वह सही था या गलत... ये किसी के साथ हो सकता है... चौथे ने कहा- Hate this type of content. पांचवें ने लिखा- How much people can fall for views.
लोगों को गुमराह करते हैं ऐसे कंटेंट
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे वीडियो अक्सर दर्शकों की भावनाओं को भड़काने और व्यूज़, लाइक्स व फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए तैयार किए जाते हैं. सोशल मीडिया पर तेजी से फैलने वाले ऐसे कंटेंट न सिर्फ लोगों को गुमराह करते हैं, बल्कि निजी रिश्तों और सामाजिक संवेदनाओं के साथ भी खिलवाड़ करते हैं.
किसी भी वीडियो पर आंख मूंदकर भरोसा करना ठीक नहीं
यह मामला एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे किसी भी वीडियो पर आंख मूंदकर भरोसा करना कितना सही है. विशेषज्ञों की सलाह है कि किसी भी भावनात्मक या सनसनीखेज वीडियो को शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जरूर जांची जानी चाहिए.