Tripura Bangladesh Border: तीन बांग्लादेशी पशु तस्करों की मौत, MEA ने की सुरक्षा बढ़ाने की मांग, बॉर्डर पर मची खलबली
त्रिपुरा-बांग्लादेश सीमा पर तीन बांग्लादेशी पशु तस्करों की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने की अपील की है. जबकि ढाका ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है. वहीं घटना के बाद बीएसएफ और बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के बीच फ्लैग मीटिंग की संभावना जताई जा रही है.;
त्रिपुरा-बांग्लादेश सीमा पर तीन बांग्लादेशी पशु तस्करों की हत्या के बाद से दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. भारत ने ढाका से सीमा सुरक्षा और निगरानी बढ़ाने की अपील की है, वहीं बांग्लादेश ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है. दोनों देशों के बीच सीमा पर बढ़ती तस्करी और गोलीबारी की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है.
विदेश मंत्रालय (MEA) ने 17 अक्टूबर को भारतीय ग्रामीणों के साथ झड़प में तीन बांग्लादेशी नागरिकों की हत्या सख्त नाराजगी जाहिर की है. विदेश मंत्रालय की ओर से इसको लेकर जारी एक बयान में कहा है कि बांग्लादेश की सरकार अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए जरूरी कदम तत्काल उठाए. इस घटना पर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
बांग्लादेश सरकार उठाए सख्त कदम
रणधरी जायसवाल ने आगे कहा कि बांग्लादेश को सीमा पार अपराधों और तस्करी को रोकने के लिए आवश्यक पहल करने की जरूरत है. वहां की सरकार को सीमा पर बाड़ लगाने का समर्थन करना चाहिए. मंत्रालय की यह प्रतिक्रिया बुधवार को त्रिपुरा के खोवाई जिले के बिद्याबिल नामक सीमावर्ती गांव में मवेशी चोरी होने के संदेह में गुस्साई भीड़ द्वारा तीन बांग्लादेशियों की हत्या के बाद आई है.
तस्करों ने चाकुओं से बोला था हमला
विदेश मंत्रालय ने कहा कि तीन बदमाशों ने अवैध रूप से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार की और बिद्याबिल गांव से मवेशी चुराने का प्रयास किया. तीनों बांग्लादेशी नागरिकों ने कथित तौर पर स्थानीय ग्रामीणों पर लोहे के डंडों और चाकुओं से हमला कर, उन्हें घायल कर दिया और एक ग्रामीण की हत्या कर दी. जबकि अन्य ग्रामीण वहां पहुंच गए और हमलावरों का विरोध किया.
तनाव बढ़ने पर लोकल पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे, जहां दो तस्कर मृत पाए गए. तीसरे ने अगले दिन अस्पताल में दम तोड़ दिया. मंत्रालय ने आगे कहा कि तीनों बदमाशों के पार्थिव शरीर बांग्लादेशी पक्ष को सौंप दिए गए हैं. पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया है.
न्यूज 18 की रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से बताया गया है कि यह घटना तब हुई जब दो ग्रामीण सीमा के पास एक रबर फार्म में काम कर रहे थे. उन्होंने तीन संदिग्ध व्यक्तियों को क्षेत्र से मवेशियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा की ओर बढ़ते देखा. उन्होंने संदिग्ध चोरों का सामना किया. हालांकि, घुसपैठियों ने कथित तौर पर स्थानीय लोगों पर हमला कर दिया. इस बीच, गुस्साए स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए, संदिग्ध बांग्लादेशी चोरों का सामना किया और कथित तौर पर उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी.
बांग्लादेश ने दर्ज कराया विरोध
इस बीच ढाका ने त्रिपुरा में अपने तीन नागरिकों की हत्या की निंदा की घटना को एक 'घृणित कृत्य' और 'मानवाधिकारों एवं कानून के शासन का गंभीर उल्लंघन' करार दिया.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, "बांग्लादेश सरकार 15 अक्टूबर 2025 को भारत के त्रिपुरा में भीड़ द्वारा तीन बांग्लादेशी नागरिकों की क्रूर पिटाई और हत्या का कड़ा विरोध और निंदा करती है."
बांग्लादेश सरकार इस निंदनीय घटना पर गंभीर चिंता जताई है. भारत सरकार से इस घटना की तत्काल, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने और इस तरह के अमानवीय कृत्यों की पुनरावृत्ति को रोकने की अपील की है.
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने भी नई दिल्ली से घटना की तत्काल, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच करने और ऐसे अमानवीय कृत्यों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गंभीर प्रयास करने का आग्रह किया. मंत्रालय ने कहा, "अपराधियों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए."