झूठा निकला बांग्लादेश! ढाका पुलिस के दावों को मेघालय पुलिस और BSF ने किया खारिज, भारत में नहीं घुसे उस्मान हादी के हत्यारे

बांग्लादेश के छात्र नेता उस्मान हादी की हत्या के मामले में उस समय बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब ढाका पुलिस ने दावा किया कि इस सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपी भारत में घुस गए हैं. वहीं अब मेघालय पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने साफ कहा है कि इस तरह की कोई घुसपैठ न तो हुई है और न ही उनके पास इसका कोई सबूत मौजूद है. दोनों एजेंसियों ने ढाका पुलिस के आरोपों को निराधार बताया.;

( Image Source:  X/ @TheAbhishek_IND @Warlock_Shubh )
Edited By :  विशाल पुंडीर
Updated On : 28 Dec 2025 5:18 PM IST

बांग्लादेश के छात्र नेता उस्मान हादी की हत्या के मामले में उस समय बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब ढाका पुलिस ने दावा किया कि इस सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपी भारत में घुस गए हैं. ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस (DMP) के हवाले से स्थानीय अखबार द डेली स्टार ने रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें कहा गया कि हादी के दो मुख्य हत्यारे मयमनसिंह जिले के हलुआघाट बॉर्डर के रास्ते भारत पहुंचे और वहां से मेघालय चले गए.

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रिपोर्ट के मुताबिक ढाका पुलिस के इन दावों को भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी तरह खारिज कर दिया है. मेघालय पुलिस और सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने साफ कहा है कि इस तरह की कोई घुसपैठ न तो हुई है और न ही उनके पास इसका कोई सबूत मौजूद है. दोनों एजेंसियों ने ढाका पुलिस के आरोपों को निराधार बताया.

ढाका पुलिस का दावा

ढाका पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया था कि उस्मान हादी हत्याकांड के दो मुख्य आरोपी सीमा पार कर भारत में दाखिल हुए. दावा किया गया कि आरोपियों को स्थानीय दलालों की मदद मिली, जिनमें पूर्ति नामक व्यक्ति शामिल था, जिसने कथित तौर पर सीमा पार करने के बाद उन्हें शरण दी, जबकि सामी नामक टैक्सी चालक ने उन्हें मेघालय के तुरा शहर तक पहुंचाया.

मेघालय पुलिस ने दावों को किया खारिज

मेघालय पुलिस ने ढाका पुलिस के इन दावों को पूरी तरह नकारते हुए कहा है कि राज्य में न तो किसी आरोपी की मौजूदगी पाई गई है और न ही किसी प्रकार की गिरफ्तारी हुई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा “बांग्लादेश पुलिस से कोई औपचारिक या अनौपचारिक सूचना प्राप्त नहीं हुई है. रिपोर्ट में नामित किसी भी आरोपी का गारो हिल्स में पता नहीं चला है और न ही कोई गिरफ्तारी हुई है.”

मेघालय पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने भी साफ किया कि कथित सीमा पार करने या आरोपियों की मदद करने वाले लोगों की भूमिका को साबित करने वाला कोई सबूत मौजूद नहीं है. अधिकारी ने कहा “न तो पूर्ति और न ही सामी की मेघालय में कहीं भी पहचान, खोज या गिरफ्तारी हो पाई है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह कहानी भारतीय अधिकारियों के साथ सत्यापन या समन्वय के बिना गढ़ी गई है.”

BSF ने भी ढाका पुलिस के आरोपों को बताया झूठा

मेघालय फ्रंटियर के बीएसएफ महानिरीक्षक ओपी उपाध्याय ने भी ढाका पुलिस के दावों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने कहा “इन व्यक्तियों के हलुआघाट सेक्टर से मेघालय में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने का कोई सबूत नहीं है. बीएसएफ द्वारा ऐसी कोई घटना न तो देखी गई है और न ही इसकी सूचना दी गई है. ये दावे निराधार और भ्रामक हैं.”

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