'Excuse Me क्‍या रे, तेरे को मराठी क्‍यों नहीं आता रे...', महाराष्‍ट्र में भाषा विवाद में दो महिलाओं को पीटा

राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) राज्य में मराठी भाषा के इस्तेमाल को लेकर सख्त अभियान चला रही है. हाल ही में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने बैंकों में कर्मचारियों से ग्राहकों से मराठी में बात करने की मांग की थी. इस आंदोलन के दौरान कई बैंक शाखाओं में कर्मचारियों को डराने-धमकाने की घटनाएं भी सामने आई थीं.;

Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 9 April 2025 6:03 PM IST

मराठी और गैर मराठी का भाषा विवाद महाराष्‍ट्र में बढ़ता जा रहा है. ताजा घटना है डोंबिवली की, जहां दो महिलाओं को सिर्फ इसलिए पीट दिया गया क्योंकि उन्होंने मराठी की जगह अंग्रेज़ी में Excuse me कहा. यह घटना मराठी और गैर-मराठी समुदायों के बीच बढ़ते तनाव के बीच सामने आई है. यह मामला तब और गरमाया जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

क्या हुआ था?

पूनम गुप्ता और गीता चौहान स्कूटर पर अपने घर की सोसाइटी के गेट पर पहुंचीं. गेट के सामने खड़े एक शख्स से गीता ने "Excuse me" कहकर हटने को कहा. वह व्यक्ति, जो उसी इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर रहता है, ने अंग्रेज़ी में बात करने पर नाराज़गी जताई और कहा कि मराठी में बोलो. गीता ने ऐसा करने से मना कर दिया. इसके बाद, पूनम के मुताबिक उस व्यक्ति ने गीता का हाथ मरोड़ा.

थोड़ी ही देर में उसके परिवार की महिलाएं और पुरुष आकर दोनों महिलाओं को पीटने लगे. पूनम उस समय अपनी 9 महीने की बच्ची को भी गोद में लिए हुए थीं, लेकिन हमलावरों को इसका कोई ख्याल नहीं था. जब पूनम के पति अंकित चौहान और उनके दोस्त उन्हें बचाने आए, तो हमलावरों ने अंकित के सिर पर रॉड से वार कर दिया.

पुलिस जांच में जुटी

इस मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, लेकिन विश्‍णुनगर पुलिस जांच कर रही है. वरिष्ठ निरीक्षक संजय पवार ने कहा कि जांच जारी है. पीड़ितों ने कहा कि "Excuse me" एक आम शिष्टाचार है, और इस पर हुई हिंसा पूरी तरह गलत और नाजायज़ है. पुलिस यह भी देख रही है कि क्या यह झगड़ा किसी पुराने विवाद से जुड़ा है.

राजनीतिक पृष्ठभूमि भी जुड़ी

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) राज्य में मराठी भाषा के इस्तेमाल को लेकर सख्त अभियान चला रही है. हाल ही में एमएनएस कार्यकर्ताओं ने बैंकों में कर्मचारियों से ग्राहकों से मराठी में बात करने की मांग की थी. इस आंदोलन के दौरान कई बैंक शाखाओं में कर्मचारियों को डराने-धमकाने की घटनाएं भी सामने आई थीं, जिस पर बैंक यूनियन ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर चिंता जताई थी. बाद में राज ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं से यह अभियान फिलहाल रोकने को कहा और कहा कि "अब तक काफी जागरूकता फैल चुकी है."

Full View

Similar News