'नजरअंदाज नहीं किया जा सकता...' दीपू और अमृत की हत्या को लेकर भारत के सख्त तेवर - 10 बातें
बांग्लादेश में छिड़ी हिंसा और 2 हिंदुओं की मौत के बाद भारत में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. इसको लेकर अब बांग्लादेश की यूनुस खान सरकार पर भारत का गुस्सा फूटा है. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि हिंदू, ईसाई और बौद्ध समुदायों को निशाना बनाकर चरमपंथी तत्वों द्वारा की जा रही हत्याओं को न तो राजनीतिक हिंसा कहकर टाला जा सकता है और न ही मीडिया की अतिशयोक्ति बताकर नजरअंदाज. किया जा सकता है.;
Bangladesh Violence: बांग्लादेश में छिड़ी हिंसा और 2 हिंदुओं की मौत के बाद भारत में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. इसको लेकर अब बांग्लादेश की यूनुस खान सरकार पर भारत का गुस्सा फूटा है. विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि हिंदू, ईसाई और बौद्ध समुदायों को निशाना बनाकर चरमपंथी तत्वों द्वारा की जा रही हत्याओं को न तो राजनीतिक हिंसा कहकर टाला जा सकता है और न ही मीडिया की अतिशयोक्ति बताकर नजरअंदाज. किया जा सकता है.
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि "अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा को लेकर उसका रुख लंबे समय से स्पष्ट और सुसंगत रहा है. नई दिल्ली ने बांग्लादेश सरकार से अपेक्षा जताई कि वह धर्म की परवाह किए बिना सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अपने संवैधानिक दायित्वों का पालन करेगी."
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की 10 बातें
1. उन्होंने कहा कि "बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार दुश्मनी बहुत चिंता का विषय है. हम बांग्लादेश में हाल ही में एक हिंदू युवक की हत्या की निंदा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि इस अपराध के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा."
2. उन्होंने कहा "भारत बांग्लादेश के लोगों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के पक्ष में है. हम बांग्लादेश में शांति और स्थिरता चाहते हैं, और हमने लगातार बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी और भागीदारी वाले चुनावों की मांग की है."
3. उन्होंने कहा "भारत बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनावों का समर्थन करता है और इस घटनाक्रम को उसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए."
4. विदेश मंत्रालय ने कहा कि "भारत बांग्लादेश की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है. साथ ही यह अपेक्षा भी जताई कि बांग्लादेश सरकार अपने संविधान के अनुरूप सभी नागरिकों चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी."
5. भारत में घोटाला कर विदेशों में रहने वाले भगोड़ों को लेकर उन्होंने कहा कि "हम पूरी तरह से इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि जो लोग भारत में भगोड़े हैं और कानून को जिनकी तलाश है, वे देश लौटें. इसके लिए हम कई सरकारों से बात कर रहे हैं और प्रोसेस जारी है... इसमें कानूनी प्रक्रिया की कई परतें शामिल हैं, लेकिन हम उन्हें देश वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि वे यहां की अदालतों में मुकदमे का सामना कर सकें."
6. कनाडा में हुई भारतीय छात्र की मौत पर कहा कि "हम उनके परिवार के संपर्क में हैं. यह बहुत दुखद है. हम अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं. हम मौत की वजह बनी परिस्थितियों के बारे में स्थानीय अधिकारियों से भी संपर्क में हैं... हमारा दूतावास परिवार को हर संभव मदद दे रहा है..."
7. H1B वीजा पर MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा "भारत सरकार को भारतीय नागरिकों से कई शिकायतें मिली हैं, जिन्हें अपने वीजा अपॉइंटमेंट को रीशेड्यूल करने में दिक्कतें आ रही हैं. वीजा से जुड़े मुद्दे किसी भी देश के संप्रभु अधिकार क्षेत्र में आते हैं, हमने इन मुद्दों और अपनी चिंताओं को अमेरिकी पक्ष के सामने उठाया है, यहां नई दिल्ली में भी और वाशिंगटन, DC में भी... कई लोग लंबे समय से फंसे हुए हैं, जिससे उनके परिवारों और बच्चों की पढ़ाई को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है... भारत सरकार अपने नागरिकों को होने वाली दिक्कतों को कम करने के लिए अमेरिकी पक्ष के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी हुई है."
8. ऑस्ट्रेलिया के बोंडी बीच पर हुए आतंकी हमले को लेकर कहा कि "हमें ऑस्ट्रेलिया में बोंडी बीच आतंकवादी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों की कोशिशों के बारे में पता है. अधिकारी इस मामले में दूसरे अधिकारियों के संपर्क में हैं."
9. भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत के बारे में MEA के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा "दोनों सरकारें एक निष्पक्ष, संतुलित और आपसी फायदे वाले व्यापार समझौते को पूरा करने के मकसद से बातचीत जारी रखे हुए हैं. अमेरिकी उप व्यापार प्रतिनिधि हाल ही में भारत में थे."
10. भारत-EU FTA पर उन्होंने कहा "वे आगे बढ़ रहे हैं. FTA का 14वां राउंड अक्टूबर में ब्रसेल्स में हुआ था. इसके बाद टीम भारत आई और फिर दिसंबर में अमेरिकी ट्रेड कमिश्नर भी यहां आए थे. उन्हें दूसरे बाकी मुद्दों पर बात करनी थी. दोनों पक्ष बातचीत में लगे हुए हैं और हम देखेंगे कि हम इस बातचीत को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं."