The Great Karnataka Robbery! बैंक में घुसकर लूट ले गए 58 किलो सोना और 8 करोड़ रुपये नकद, महाराष्ट्र बॉर्डर तक अलर्ट
कर्नाटक के विजयपुरा ज़िले में नकाबपोश लुटेरों ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 21 करोड़ रुपये की डकैती की. हथियारबंद बदमाशों ने कर्मचारियों को बंधक बनाकर 1 करोड़ नकद और 20 करोड़ का सोना लूट लिया. जांच के दौरान पुलिस को लुटेरों की कार महाराष्ट्र के पंढरपुर में मिली है. पुलिस ने जांच तेज कर दी है.;
कर्नाटक के विजयपुरा ज़िले में अपराधियों ने मंगलवार शाम सनसनीखेज डकैती को अंजाम दिया. नकाबपोश बदमाश देसी पिस्तौल और धारदार हथियारों के साथ भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की चाडचन शाखा में घुसे और कर्मचारियों को बंधक बना लिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बदमाश लगभग 58 किलो सोना और 8 करोड़ रुपये नकद समेत करीब 21 करोड़ की संपत्ति लेकर फरार हो गए.
जांच के दौरान पुलिस को लुटेरों की कार महाराष्ट्र के पंढरपुर में मिली है. फिलहाल कर्नाटक और महाराष्ट्र पुलिस की संयुक्त टीमें तलाश अभियान चला रही हैं. पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर लुटेरों की पहचान की जा रही है.
कैसे दिया डकैती को अंजाम?
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि तीन लुटेरे मास्क पहनकर बैंक में घुसे और खाता खुलवाने के बहाने अंदर पहुंचे. इसके बाद उन्होंने अचानक हथियार निकालकर बैंक मैनेजर और कर्मचारियों को बंधक बना लिया. स्टाफ के हाथ-पैर बांधकर उन्हें अलार्म दबाने से रोका गया. कुछ रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि बदमाश सैन्य वर्दी में थे, जिससे उन्होंने कर्मचारियों को और आसानी से भ्रमित किया.
महाराष्ट्र तक फैली जांच
डकैती के बाद लुटेरों द्वारा इस्तेमाल की गई कार महाराष्ट्र के पंढरपुर से बरामद की गई है. इसके बाद कर्नाटक और महाराष्ट्र पुलिस ने संयुक्त अभियान शुरू किया है. विजयपुरा और आसपास के इलाकों में तलाशी तेज़ कर दी गई है. इस बीच, बैंक शाखा के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई और लोग इस बड़ी वारदात को लेकर चर्चा करते रहे.
पिछली डकैती से जुड़ा लिंक?
दिलचस्प बात यह है कि विजयपुरा ज़िला हाल ही में हुई एक और डकैती की वजह से पहले ही चर्चा में रहा है. जून 2025 में केनरा बैंक से 59 किलो सोना और 5.2 लाख रुपये की लूट हुई थी. उस मामले में पुलिस ने बैंक प्रबंधक विजयकुमार मिरियाल और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. अब सवाल उठ रहे हैं कि कहीं ताज़ा एसबीआई डकैती भी उसी गैंग का काम तो नहीं.
पुलिस की कार्रवाई और FIR
घटना के बाद बैंक मैनेजर ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर FIR लिखी गई है. सर्कल ऑफिसर मयंक त्रिपाठी ने बताया कि तकनीकी जांच के ज़रिए अपराधियों की पहचान की जा रही है. पुलिस ने यह भी कहा कि यदि अपराधियों का नेटवर्क बड़ा निकला तो कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
सुरक्षा पर उठे सवाल
लगातार हो रही बैंक डकैतियों ने कर्नाटक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. आम लोग पूछ रहे हैं कि आखिर अपराधियों को दिनदहाड़े इतनी बड़ी वारदात करने का हौसला कैसे मिल रहा है. विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि पिछली घटनाओं से सबक लेकर सुरक्षा कड़ी की जाती, तो शायद एसबीआई डकैती रोकी जा सकती थी.