हरिद्वार के बालाजी ज्वेलर्स डकैती केस में सुभाष कराटे की पत्नी गिरफ्तार, मास्टरमाइंड अब भी फरार
हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक क्षेत्र में बालाजी ज्वेलर्स शोरूम में हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े डकैती की थी. यह सब कुछ केवल बारह मिनट में हुआ, जिसमें बदमाशों ने करोड़ों रुपये के जेवरात लूटे और मौके से फरार हो गए. हरिद्वार पुलिस ने डकैती के आरोपियों को पकड़ने के लिए बहुत सी कोशिश की.

हरिद्वार में स्थित बालाजी ज्वेलर्स शोरूम में हुई डकैती की घटना का मामला अब और गहराता जा रहा है. इस डकैती में शामिल मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड सुभाष कराटे अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन इस मामले में ज्वालापुर पुलिस ने सुभाष के परिजनों पर शिकंजा कसते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का दावा है कि सुभाष की पत्नी, चाचा और ताऊ को डकैती की योजना की पूरी जानकारी थी और वे इस वारदात में सहयोगी रहे हैं.
घटना 1 सितंबर की है जब हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक क्षेत्र में स्थित बालाजी ज्वेलर्स शोरूम में हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम दिया. यह सब कुछ केवल बारह मिनट में हुआ, जिसमें बदमाशों ने करोड़ों रुपये के जेवरात लूटे और मौके से फरार हो गए. शोरूम के मालिक अतुल गुप्ता पर भी गोली चलाई गई, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
मुठभेड़ में एक आरोपी ढेर, तीन आरोपी गिरफ्तार
हरिद्वार पुलिस ने डकैती के आरोपियों को पकड़ने के लिए बहुत सी कोशिश की. बहादराबाद क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ के दौरान एक आरोपी सतेंद्र उर्फ लकी को मार गिराया गया. उसके पास से लूटे गए जेवरात बरामद किए गए. इसके अलावा, पंजाब के तीन और आरोपी - गुरदीप सिंह, जयदीप सिंह और अमनदीप काम्बोज को गिरफ्तार किया गया. हालांकि, इस पूरे गैंग का सरगना और डकैती का मास्टरमाइंड सुभाष कराटे अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है.
मास्टरमाइंड सुभाष के परिजनों पर लगा आरोप
कोतवाली प्रभारी प्रदीप बिष्ट के अनुसार, इस घटना में मास्टरमाइंड सुभाष कराटे के परिवार का भी हाथ था. पुलिस जांच में पता चला है कि सुभाष की पत्नी शिवानी, चाचा प्रवीण और ताऊ विक्रम ने इस डकैती की योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद इन तीनों को गिरफ्तार किया गया है.
इस डकैती की जांच और सुभाष कराटे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम लगातार प्रयासरत है. पुलिस टीम में एसआई रविंद्र जोशी, कांस्टेबल संदीप, जयमाला, हेड कांस्टेबल विवेक यादव और नरेंद्र शामिल हैं.