राहुल गांधी पर बीजेपी का तंज, एक बार फिर आया अमेरिकी अरबपति का नाम; जानें कौन हैं जॉर्ज सोरोस?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भारत को लेकर दिए बयान पर एक बार फिर से विवाद छिड़ा है. भाजपा पार्टी नेता अमित मालविया ने उनके बयान पर पलटवार किया और कहा कि ये सभी अरबपति जॉर्ज सोरोस के ही एजेंडे का हिस्सा है. इस बीच भारतीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी उनपर निशाना साधा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कौन है जॉर्ज सोरोस जिसका नाम बीजेपी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए लिया.

भाजपा और कांग्रेस के बीच तमाम मुद्दों पर आए दिन एक दूसरे का विरोध देखने को मिलता है, और जब जब कांग्रेस सत्तारूढ़ पार्टी पर कोई आरोप लगाती है, तो जॉर्ज सोरोस का नाम जिन्न बोतल से बाहर निकल आता है. ताजा मामला है कि कांग्रेस मुख्याल्य के उद्घाटन के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा और उन्होंने कहा कि अब हम भाजपा, आरएसएस और भारतीय राज्य से ही लड़ रहे हैं.
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालविय ने उनपर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अब भारतीय राज्य के खिलाफ खुले युद्ध की घोषणा की है. यह सीधे तौर पर जॉर्ज सोरोस की कहानी है.' भाजपा ने कई मौकों पर कांग्रेस पर सरकार को अस्थिर करने के लिए सोरोस के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है. अमित मालविया ने अपने बयान में जॉर्ज सोरोस का नाम लिया वो आखिर हैं कौन? आइए जानते हैं.
कौन है जॉर्ज सोरोस
अमेरिका के बड़े बिजनेसमैन में से एक जॉर्ज सोरोस का भी नाम है. उनकी छवि काफी विवादित रही है. ऐसा इसिलए क्योंकी कई देशों की राजनीति और समाज को प्रभावित करने के लिए एक एजेंडा चलाने का आरोप उनपर लगता रहता है. भारत में भी उनके नाम को लेकर आलोचनाएं होती रही हैं. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई बार विवादित बयान गे चुके हैं.
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के दौरान जॉर्ज सोरोस ने इसका विरोध किया था. यही नहीं उन्होंने CAA पर भी विरोध जताया. यूरोप समेत अरब के की देशों में सोरोस की कई संस्थाओं पर भारी जुर्माना लगाकर उसपर बैन लगाया गया है. आरोप है कि सोरोस दुनिया कई देशों में कारोबार और समाजसेवा की आड़ में पैसे के जोर पर वहां की राजनीति में दखल देते हैं.
विवादों से है पुराना नाता
आपको बता दें कि न केवल भारत बल्कि और भी देशों के नेताओं के खिलाफ में उन्होंने बयान दिया है. साल 2020 में स्विट्जरलैंड में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मोदी, ट्रंप, चीन के राष्ट्रति शी-जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को तानाशाह कहा था. उन्होंने बयान देते हुए कहा कि ये सभी नेता अपने-अपने देशों में लोकतंत्र का गला घोंटकर तानाशाही को बढ़ावा दे रहे हैं.
हंगरी में हुआ था जन्म
जानकारी के अनुसार सोरोस का जन्म हंगरी के बुडापेस्ट में साल 1930 में हुआ था. उन्होंने अपनी पढ़ाई लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पूरी की है. कहा जाता है कि अपनी पढ़ाई को पूरा करने के लिए एक समय पर उन्होंने रेलवे पोर्टर और वेटर का भी काम किया है. उन्होंने फिलॉसोफी में भी पढ़ाई की और एक फिलॉसोफर बनने का प्लान किया.