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ग्रेटर अमेरिका की बात करने के पीछे क्‍या है ट्रंप की मंशा, क्‍यों बदलना चाहते हैं USA का नक्‍शा?

अमेरिका का वर्तमान क्षेत्रफल लगभग 98 लाख वर्ग किलोमीटर है. यदि इसमें कनाडा और ग्रीनलैंड के क्षेत्रफल को जोड़ा जाए, तो कुल क्षेत्रफल लगभग 220 लाख वर्ग किलोमीटर तक पहुंच जाएगा, जो रूस के क्षेत्रफल से भी अधिक होगा. ऐसा होने पर अमेरिका को कई महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान मिलेंगे, जिससे वह किसी भी खतरे पर आसानी से नियंत्रण पा सकेगा.

ग्रेटर अमेरिका की बात करने के पीछे क्‍या है ट्रंप की मंशा, क्‍यों बदलना चाहते हैं USA का नक्‍शा?
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नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 9 Jan 2025 8:51 PM

डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं. उन्होंने चुनाव प्रचार में 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' का नारा दिया था. लेकिन अब वह 'ग्रेट अमेरिका' से बढ़कर 'ग्रेटर अमेरिका' का सपना देख रहे हैं, जिसमें कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाना भी शामिल है. ट्रंप ने कनाडा को अमेरिका में शामिल होने का खुला प्रस्ताव दे दिया है.

जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे की घोषणा के कुछ घंटों बाद, ट्रंप ने एक बार फिर 'ग्रेटर अमेरिका' बनाने का अपना मिशन दोहराया. ट्रंप ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा कि कनाडा में कई लोग अपने देश को अमेरिका का 51वां राज्य बनते देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कनाडा अमेरिका में शामिल होता है, तो टैरिफ खत्म हो जाएंगे, टैक्स कम हो जाएगा और नागरिक रूस और चीन के खतरों से पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे.

ट्रंप का प्लान है ग्रेटर अमेरिका

क्रिसमस से ठीक पहले ट्रंप के बेटे एरिक ने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें डोनाल्ड ट्रंप अपने मोबाइल पर एक शॉपिंग कार्ट देखते हुए नजर आ रहे थे. इस शॉपिंग कार्ट में सबसे ऊपर कनाडा, बीच में ग्रीनलैंड और नीचे पनामा नहर दिखाई दे रहा था. ट्रंप की योजना कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनाने, ग्रीनलैंड को अमेरिका में शामिल करने और पनामा नहर पर नियंत्रण हासिल करने की है.

ग्रीनलैंड के पीएम ने क्या कहा?

प्रेसिडेंट ट्रंप अपने बेटे और विशेष सलाहकार ट्रंप जूनियर को ग्रीनलैंड भेज दिया है. ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि ग्रीनलैंड को हासिल करने के लिए सैन्य कार्रवाई को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा. वहीं, ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट इग़ा ने कहा कि ग्रीनलैंड उसके निवासियों का है और वह बिकाऊ नहीं है. यह भी बता दें कि ग्रीनलैंड एक स्वतंत्र देश नहीं है, बल्कि डेनमार्क का स्वायत्त क्षेत्र है. म्यूट इग़ा ने कहा, "हमें अपनी स्वतंत्रता के लिए किए गए लंबे संघर्ष को कभी नहीं भूलना चाहिए. हमें पूरी दुनिया विशेष रूप से अपने पड़ोसियों के साथ सहयोग और व्यापार के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए."

क्यों ग्रेटर अमेरिका चाहते हैं ट्रंप?

अमेरिका को वर्तमान में विश्व का सबसे शक्तिशाली देश माना जाता है और उसने इस तथ्य को द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान साबित भी किया. विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले 80 वर्षों में ऐसा कोई युद्ध नहीं हुआ, जिसमें अमेरिका को किसी देश ने सीधे चुनौती दी हो. हालांकि हाल के वर्षों में रूस, चीन और ईरान जैसे देशों ने अमेरिका को चुनौती देने की हिम्मत दिखाई है. ऐसा कहा जा रहा है कि अगर ट्रंप का मिशन सफल होता है, तो भविष्य में अमेरिका इन देशों से उत्पन्न खतरों का प्रभावी ढंग से सामना कर सकेगा.

रूस से बड़ा हो जाएगा अमेरिका

अमेरिका का वर्तमान क्षेत्रफल लगभग 98 लाख वर्ग किलोमीटर है. यदि इसमें कनाडा और ग्रीनलैंड के क्षेत्रफल को जोड़ा जाए, तो कुल क्षेत्रफल लगभग 220 लाख वर्ग किलोमीटर तक पहुंच जाएगा, जो रूस के क्षेत्रफल से भी अधिक होगा. ऐसा होने पर अमेरिका को कई महत्वपूर्ण रणनीतिक स्थान मिलेंगे, जिससे वह किसी भी खतरे पर आसानी से नियंत्रण पा सकेगा. इसके अलावा, अमेरिका जीडीपी, जनसंख्या और समुद्री व्यापार जैसे क्षेत्रों में एक अत्यंत शक्तिशाली देश के रूप में उभर सकता है.

डेनमार्क, कनाडा और पनामा के नेता क्या बोले?

अब ट्रंप के बयान की डेनमार्क, कनाडा और पनामा के नेताओं ने आलोचना शुरू कर दी है. डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिक्सन ने कहा कि ग्रीनलैंड एक स्वशासित क्षेत्र है, जिसे बेचा नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वित्तीय साधनों के साथ एक-दूसरे से लड़ना एक अच्छा तरीका है, जबकि हम करीबी सहयोगी और साझेदार हैं. कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ट्रंप में पूरी तरह से समझ की कमी है. हम धमकियों के सामने कभी पीछे नहीं हटेंगे. पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज-आचा ने भी कहा कि नहर को नियंत्रित सिर्फ पनामा करेगा और कोई नहीं.

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