धमकी उन्हें दो जो डरते हो, ट्रंप बोले- Good Luck; क्या अगले हफ्ते ईरान पर हमला करेगा US? पढ़ें दिन भर की बड़ी बातें
ईरान-इज़राइल युद्ध अब खतरनाक मोड़ पर है. छह दिन से इज़राइली शहरों पर मिसाइलें गिर रही हैं. अयातुल्ला खामेनेई की धमकी के जवाब में ट्रंप ने अमेरिका के विकल्प खुले रखे हैं. अमेरिका अब ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर 'बंकर बस्टर' बम से हमले की तैयारी में है, जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि जंग में उसकी एंट्री तय है.

Iran Israel conflict: ईरान और इज़राइल की जंग अब और खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुकी है. छह दिनों से इज़राइली शहरों पर मिसाइलें बरस रही हैं और अब अमेरिका खुलकर युद्ध के मुहाने पर खड़ा है. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की अमेरिका को धमकी पर ट्रंप ने जवाब दिया कि वह ईरान पर हमला करेंगे या नहीं. ये कोई नहीं जानता. लेकिन ट्रंप ने यह भी कहा कि 'अब ईरान बातचीत करना चाहता है, लेकिन बहुत देर कर दी.
अब अमेरिका के पास ईरान के गहरे पहाड़ों के अंदर बने न्यूक्लियर ठिकानों को खत्म करने के लिए ‘Massive Ordnance Penetrator’ यानी ‘बंकर बस्टर बम’ का विकल्प है. पर ये सिर्फ B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स से ही गिराया जा सकता है और वो अमेरिका ही कर सकता है. अगर अमेरिका यह बम गिराता है, तो ये साफ हो जाएगा कि वो सीधे जंग में कूद चुका है. आइए इस खबर में 10 प्वाइट्स में जानते हैं कि इजरायल और ईरान की जंग में कहां तक पहुंचा अमेरिका और आगे क्या होने वाला है?
- व्हाइट हाउस में मीडिया से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि ईरान पर हमला होगा या नहीं, इसका कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. लेकिन अमेरिका तैयार है.
- ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने ट्रंप की 'बिना शर्त आत्मसमर्पण' की मांग को खारिज करते हुए कहा- 'ईरानी राष्ट्र डरने वालों में से नहीं है.
- IDF (इज़राइल डिफेंस फोर्स) के अनुसार, ईरान लगातार आम नागरिकों को निशाना बना रहा है. पूरे देश में सायरन बज रहे हैं और लोग बंकरों में शरण ले रहे हैं.
- ट्रंप ने कहा कि वह खामेनेई को जानते हैं कहां छिपे हैं, लेकिन अभी 'हटाएंगे नहीं' हालांकि उन्होंने चेताया कि 'अब हमारी सहनशीलता जवाब दे रही है.
- ईरान की यूरेनियम संवर्धन क्षमता 60% तक पहुंच गई है, जो 90% हथियार-ग्रेड से बस एक कदम दूर है. अमेरिका और इज़राइल इसे हर हाल में रोकना चाहते हैं.
- MOP (GBU-57A/B) नाम का यह बम अमेरिका का सबसे ताकतवर नॉन-न्यूक्लियर हथियार है. इसे ज़मीन के गहरे बंकरों को तबाह करने के लिए बनाया गया है.
- इस बम को सिर्फ B-2 Spirit बॉम्बर्स से गिराया जा सकता है, जो अमेरिका के पास ही हैं. ये बम पहाड़ों के अंदर तक घुसकर धमाका करता है.
- अगर अमेरिका ने ये बम गिराया, तो साफ हो जाएगा कि वह इस युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल हो चुका है – जो ट्रंप की 'डिप्लोमैटिक' छवि के खिलाफ होगा.
- ट्रंप ने पहले ही दो Aircraft carriers (USS Carl Vinson, USS Harry S Truman) और छह B-2 बॉम्बर्स को इंडियन ओशन में तैनात कर दिया है.
- ट्रंप का साफ संदेश: "ये कट्टरपंथी देश हैं, इन्हें परमाणु हथियार रखने का कोई हक नहीं है. अगर ज़रूरत पड़ी, तो अमेरिका कार्रवाई करेगा.