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'प्लेन में आतंकी छुपे हैं', पहलगाम हमले की आग लंका तक! एयरपोर्ट पर आतंकियों की खोज में घंटों चली जांच

भारतीय खुफिया एजेंसियों से अलर्ट मिलने के बाद चेन्नई से कोलंबो जा रही श्रीलंकन एयरलाइंस की फ्लाइट UL122 में श्रीलंका के अधिकारियों ने कड़ी सुरक्षा जांच की. अलर्ट में छह संदिग्ध आतंकियों के मौजूद होने की आशंका जताई गई थी, जिनका संबंध हाल ही के पहलगाम आतंकी हमले से था। फ्लाइट के कोलंबो पहुंचते ही सुरक्षा एजेंसियों ने विमान की पूरी तरह तलाशी ली.

प्लेन में आतंकी छुपे हैं, पहलगाम हमले की आग लंका तक! एयरपोर्ट पर आतंकियों की खोज में घंटों चली जांच
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 3 May 2025 5:00 PM IST

भारत से मिली खुफिया जानकारी के बाद शनिवार को कोलंबो के बांदरणायके इंटरनेशनल एयरपोर्ट (BIA) पर उस वक्त हाई अलर्ट जारी कर दिया गया, जब चन्नई से आ रही श्रीलंकन एयरलाइंस की फ्लाइट संदिग्ध आतंकियों के शक में लैंड हुई. भारतीय एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बड़े आतंकी हमले से जुड़े छह संदिग्ध इस उड़ान में सवार हो सकते हैं.

श्रीलंकाई पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, जैसे ही श्रीलंकन एयरलाइंस की फ्लाइट UL122 (एयरक्राफ्ट नंबर 4R-ALS) सुबह 11:59 बजे कोलंबो में उतरी, सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत विमान को घेर लिया और एक व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया.

एयरलाइंस के बयान में क्या कहा गया?

एयरलाइंस की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'चन्नई एरिया कंट्रोल सेंटर से मिले अलर्ट के बाद स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर फ्लाइट की पूरी जांच की गई. भारत में वांछित संदिग्ध के बोर्ड पर होने की आशंका थी. हालांकि लंबी तलाशी के बाद किसी संदिग्ध की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई और विमान को क्लियर कर दिया गया. इस सघन सुरक्षा जांच के चलते फ्लाइट UL308 (कोलंबो से सिंगापुर) की अगली उड़ान में देरी हुई.एयरलाइंस ने स्पष्ट किया कि यात्रियों और क्रू की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हर हाल में अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है.

गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर 26 लोगों की जान ले ली थी, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के मोहरे मानी जाने वाली द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी. इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ अपने राजनयिक संबंधों को लगभग ठंडे बस्ते में डाल दिया है और पड़ोसी देशों पर भी चौकसी बढ़ा दी है.

आतंकी हमला
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