पुतिन की Aurus Senat कार : गोलियों, मिसाइलों और केमिकल अटैक से बचने वाला ‘स्टील का दानव’, ट्रंप के Cadillac Beast से कितनी अलग
Putin's Aurus Senat car: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने भारत पहुंच रहे हैं और सबसे ज्यादा चर्चा उनकी हाई-सिक्योरिटी लिमोज़ीन Aurus Senat को लेकर रही. दिल्ली की सड़कों पर दिखते ही यह कार वायरल हो गई क्योंकि इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित बख़्तरबंद कारों में गिना जाता है. पूरी तरह बुलेटप्रूफ, बम-रेज़िस्टेंट, मिसाइल–ड्रोन अटैक सुरक्षा और केमिकल व गैस अटैक प्रोटेक्शन जैसे फीचर्स इसे एक चलता-फिरता किला बनाते हैं.
Putin's Aurus Senat car: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुरुवार को 23वें भारत–रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए भारत पहुंच रहे हैं. यह उनकी यूक्रेन युद्ध के बाद की पहली भारत यात्रा है और चार साल बाद वह फिर से नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस यात्रा में सबसे ज्यादा चर्चा जिस चीज की हो रही है, वह है पुतिन का अत्याधुनिक और दुनिया की सबसे सुरक्षित कारों में से एक - Aurus Senat.
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रूस से आई सुरक्षा काफिले की गाड़ियों के बीच यह कार जब दिल्ली की सड़कों पर नजर आई तो सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो गए. कारण साफ है - Aurus Senat सिर्फ एक लग्ज़री लिमोज़ीन नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता ‘किला’ है, जिसे राष्ट्रपति-स्तर की सुरक्षा के लिए बनाया गया है.
क्या है Vladimir Putin की Aurus Senat?
Aurus Senat रूस की हाई-सिक्योरिटी लग्ज़री लिमोज़ीन है, जिसे खास तौर पर सरकारी और राष्ट्रपति स्तर के उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसे अक्सर “Russian Rolls-Royce” कहा जाता है, क्योंकि इसमें कम्फर्ट, प्रेस्टिज और हाइब्रिड-लेवल सुरक्षा का संयोजन मिलता है. पुतिन पहले Mercedes-Benz S600 Guard Pullman का उपयोग करते थे, लेकिन पश्चिमी प्रतिबंधों और सुरक्षा कारणों को देखते हुए रूस ने विदेशी कारों को हटाकर अपने आयात प्रतिस्थापन प्रोजेक्ट ‘Kortezh’ के तहत घरेलू तैयार लिमोज़ीन अपनाई. Aurus Motors द्वारा बनाई गई यह गाड़ी रूस के NAMI इंस्टीट्यूट, Sollers JSC और UAE की Tawazun Holding के संयुक्त प्रोजेक्ट का परिणाम है. पुतिन ने पहली बार इस कार का उपयोग अपने 2018 शपथ ग्रहण समारोह में किया था.
दुनिया की सबसे सुरक्षित बख्तरबंद कार?
Aurus Senat को ऐसे इंजीनियर किया गया है कि यह घातक हमलों में भी राष्ट्रपति को सुरक्षित रख सके. अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट्स के अनुसार इसमें शामिल हैं:
- पूरी तरह बुलेटप्रूफ और बम-रेज़िस्टेंट आर्मर प्लेटिंग
- मिसाइल और ड्रोन अटैक प्रोटेक्शन
- सबमरीन-जैसी सील्ड संरचना - केमिकल/बायोलॉजिकल युद्ध से बचाव
- रन-फ्लैट टायर - हमले के बाद भी वाहन लंबी दूरी तक भाग सकता है
- फायर और गैस अटैक से सुरक्षा
- हाई-परफॉर्मेंस इंजन और अत्याधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम
कार के सुरक्षा फीचर्स में बहुत कुछ गोपनीय रखा गया है और इनमें से कई केवल राष्ट्रपति संस्करण में मौजूद हैं.
पुतिन की Aurus Senat बनाम अमेरिकी राष्ट्रपति की Cadillac Beast
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की Aurus Senat को अक्सर अमेरिका के राष्ट्रपति की Cadillac “The Beast” से तुलना की जाती है, लेकिन सुरक्षा और इंजीनियरिंग के कई पहलुओं में Aurus Senat को ज्यादा एडवांस माना जाता है. जहां The Beast का डिज़ाइन पूरी तरह डिफेंस-ग्रेड स्टील, Kevlar और फायरप्रूफ लेयरिंग पर आधारित है, वहीं Aurus Senat एक सील्ड सबमरीन-ग्रेड आर्मर्ड संरचना के साथ आती है जो मिसाइल, ड्रोन, केमिकल और बायोलॉजिकल वॉरफेयर तक से सुरक्षा देती है. The Beast हमले की स्थिति में मौके से तेजी से निकलने पर निर्भर करती है, जबकि Aurus Senat हमले के बीच भी ऑपरेशन-कोऑर्डिनेशन, काउंटर-एक्शन और हाई-स्पीड एस्केप करने में सक्षम है. रन-फ्लैट टायर, इंजन-कम्पार्टमेंट डिटोनशन सिस्टम और इमरजेंसी गैस सप्लाई दोनों में मौजूद हैं, लेकिन तकनीक के मामले में Aurus Senat को सुरक्षा और आत्मनिर्भर डिफेंस टेक्नोलॉजी का संपूर्ण रूसी मॉडल माना जाता है, जबकि The Beast अमेरिकी थर्ड-पार्टी डिफेंस कॉन्ट्रैक्टर्स पर आधारित है. इसीलिए पुतिन का Aurus Senat में सफर दुनिया को यह संकेत भी देता है कि रूस सिर्फ विदेशी तकनीक पर निर्भर नहीं, बल्कि अपनी सुरक्षा क्षमता में शिखर पर खड़ा है.
कीमत और एक्सक्लूसिविटी
Aurus Senat का बेस मॉडल लगभग 18 मिलियन रूबल (करीब ₹2.5 करोड़) से शुरू होता है. लेकिन पुतिन की फुली-आर्मर्ड प्रेसीडेंशल एडिशन की कीमत इससे लगभग दोगुनी बताई जाती है, क्योंकि इसमें टॉप-सीक्रेट मिलिटरी-ग्रेड टेक्नोलॉजी शामिल है. यह मॉडल सामान्य नागरिकों के लिए उपलब्ध नहीं है.
मोदी-पुतिन कूटनीतिक ड्राइव
Aurus Senat भारत के लिए नई नहीं है. सितंबर 2025 में चीन में SCO सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी और पुतिन इसी कार में एक साथ बैठे और आयोजन स्थल से बैठक स्थान तक करीब एक घंटे की ड्राइव की. उस ड्राइव को दोनों राष्ट्रपतियों की बढ़ती रणनीतिक साझेदारी का प्रतीक माना गया था.
क्यों चर्चा में है कार?
पुतिन की भारत यात्रा पहले से ही राजनीतिक और भू-रणनीतिक नजरों से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, लेकिन Aurus Senat के भारतीय सड़कों पर उतरने ने इस दौरे को हाई-विजुअल मोमेंट में बदल दिया है. दुनिया के ज्यादातर राष्ट्राध्यक्ष अमेरिकी Cadillac Beast या जर्मन Mercedes Guard मॉडल का उपयोग करते हैं, लेकिन पुतिन एक स्वदेशी और अल्ट्रा-सुरक्षित रूसी वाहन चुनकर एक स्पष्ट रणनीतिक और राजनीतिक संदेश देते हैं - रूस आत्मनिर्भर है और अपनी सुरक्षा तकनीक पर भरोसा करता है.





