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जापान पहुंची पाकिस्तान की नकली फुटबॉल टीम! एक-एक खिलाड़ी की कीमत 40 लाख, ऐसे रचा गया पूरा खेल

पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का शिकार हुआ है. इस बार मामला क्रिकेट का नहीं बल्कि फुटबॉल का है. दरअसल, जापान पहुंचे पाकिस्तान के 22 खिलाड़ियों का सच खुलते ही बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया. ये खिलाड़ी असल में कोई टीम नहीं बल्कि मानव तस्करी का हिस्सा थे

जापान पहुंची पाकिस्तान की नकली फुटबॉल टीम! एक-एक खिलाड़ी की कीमत 40 लाख, ऐसे रचा गया पूरा खेल
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( Image Source:  Canva )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 17 Sept 2025 9:42 AM IST

भारत के साथ एशिया कप में करारी हार और 'हैंडशेक विवाद' से घिरे पाकिस्तान को एक और शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है. इस बार मामला क्रिकेट का नहीं बल्कि फुटबॉल का है. दरअसल, जापान ने पाकिस्तान से पहुंचे एक कथित फुटबॉल दल को फर्जी दस्तावेज़ों के चलते हवाई अड्डे से ही वापस लौटा दिया.

जांच में पता चला कि यह कोई असली टीम नहीं बल्कि मानव तस्करी का एक नायाब तरीका था. इस पूरे केस ने पाकिस्तान की छवि पर एक और काला धब्बा लगा दिया है. चलिए जानते हैं कैसे यह खेल रचा गया.

सियालकोट से चला 'फर्जी टीम' का खेल

पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (FIA) के मुताबिक सियालकोट एयरपोर्ट से 22 लोग जापान के लिए रवाना हुए थे. ये सभी लोग खुद को फुटबॉल खिलाड़ी बता रहे थे. लेकिन जापानी अधिकारियों को उनके कागजात संदिग्ध लगे. जब गहराई से जांच हुई तो सामने आया कि टीम असल में किसी क्लब से जुड़ी ही नहीं है. दस्तावेज़ फर्जी थे और खिलाड़ियों की पहचान झूठी थी. तुरंत ही इन सभी को निर्वासित कर पाकिस्तान वापस भेज दिया गया.

4-4 लाख रुपये में बिके 'खिलाड़ी'

FIA की जांच में यह भी सामने आया कि इस पूरे खेल के पीछे मलिक वक़ास नाम का शख्स है. उसने 'गोल्डन फुटबॉल ट्रायल' नाम से एक क्लब रजिस्टर कराया और लोगों से 40 लाख रुपये प्रति व्यक्ति वसूले. बदले में उन्हें फर्जी खिलाड़ी बनाकर विदेश भेजा जाता. वक़ास ने स्वीकार किया कि जनवरी 2024 में भी इसी तरीके से 17 लोगों को जापान भेजा गया था.

नकली पास से लेकर मंत्रालय की सील तक

इस घोटाले की गहराई तब और बढ़ गई जब सामने आया कि वक़ास ने सिर्फ खिलाड़ियों की पहचान ही नहीं बदली बल्कि पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन की नकली पंजीकरण और विदेश मंत्रालय के जाली कागजात भी तैयार करवाए. PIA (पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस) के प्रवक्ता ने बताया कि इन लोगों को बाकायदा 'कोच' किया गया था ताकि वे पेशेवर खिलाड़ियों की तरह दिखें और सवाल पूछे जाने पर आत्मविश्वास से जवाब दें. लेकिन जापानी जांच एजेंसियों की पैनी नज़र से यह नाटक ज्यादा देर तक नहीं चल पाया.

एशिया कप में भी विवादों से घिरा पाकिस्तान

यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब पाकिस्तान पहले से ही भारत के खिलाफ हुए एशिया कप मैच को लेकर आलोचना झेल रहा है. दुबई में खेले गए मुकाबले में पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन असली विवाद तब हुआ जब खिलाड़ियों ने मैच से पहले और बाद में हाथ मिलाने से परहेज किया. इस पर भारत-पाकिस्तान रिश्तों में नई तल्खी देखने को मिली.

दो मोर्चों पर किरकिरी

एक ओर क्रिकेट के मैदान पर भारत से हार और 'हैंडशेक विवाद', तो दूसरी ओर जापान में 'नकली फुटबॉल टीम' का भंडाफोड़. इन दोनों घटनाओं ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कटघरे में खड़ा कर दिया है. जहां क्रिकेट में उसकी खेल भावना पर सवाल उठे हैं, वहीं फुटबॉल घोटाले ने यह साबित कर दिया कि उसके भीतर संगठित मानव तस्करी किस कदर सक्रिय है. इस दोहरी फजीहत ने न सिर्फ पाकिस्तान की खेल छवि को धूमिल किया है बल्कि उसकी विश्वसनीयता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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